Advertisement

उत्तराखंड News

बागेश्वर में गेंदा की खेती से खिला ग्रामीण जीवन, किसानों ने कमाए लाखों

बागेश्वर में गेंदा की खेती से खिला ग्रामीण जीवन, किसानों ने कमाए लाखों

Oct 24, 2025

बागेश्वर जिले में बागवानी विभाग के हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी मिशन से जुड़कर किसान उगा रहे ‘महालक्ष्मी’ और ‘वरलक्ष्मी’ किस्म के हाइब्रिड गेंदा फूल. महिलाएं और युवा बन रहे हैं “फ्लोरल रेवोल्यूशन” के वाहक.

उत्तराखंड ने JICA के साथ मिलकर बागवानी के विकास के लिए उठाया ये कदम, किसानों को होगा फायदा

उत्तराखंड ने JICA के साथ मिलकर बागवानी के विकास के लिए उठाया ये कदम, किसानों को होगा फायदा

Feb 15, 2025

उत्‍तराखंड सरकार के बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA) के साथ 17 जनवरी, 2025 को ‘उत्तराखंड एकीकृत बागवानी विकास संवर्धन परियोजना’ नाम की तकनीकी सहयोग परियोजना (टीसीपी) के लिए आधिकारिक समझौता दस्तावेज, रिकॉर्ड्स ऑफ डिस्‍कशन साइन किए हैं. 

उत्‍तराखंड में हो रही ग्राफ्टेड अखरोट की खेती, NDFCI ने चकराता में लगाए 300 पौधे

उत्‍तराखंड में हो रही ग्राफ्टेड अखरोट की खेती, NDFCI ने चकराता में लगाए 300 पौधे

Jan 04, 2025

नट्स एंड ड्राई फ्रूट काउंसिल ऑफ इंडिया NDFCI देश में ड्राई फ्रूट को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग पहलों के माध्‍यम से काम कर रहा है. इस बीच, अखरोट की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए NDFCI ने उत्‍तराखंड के चकराता को इसके उत्‍पादन के लिए चुना है. यहां ग्राफ्टेड अखरोट के 300 पौधे लगाए गए हैं.

उत्‍तराखंड में फलों का उत्‍पादन क्षेत्र घटा, पैदावार में भारी गिरावट, दायरा बढ़ाने के लिए सरकार बना रही रोडमैप

उत्‍तराखंड में फलों का उत्‍पादन क्षेत्र घटा, पैदावार में भारी गिरावट, दायरा बढ़ाने के लिए सरकार बना रही रोडमैप

Oct 28, 2024

उत्‍तराखंड में पिछले सात सालों में फलों का उत्‍पादन क्षेत्र घटने से पैदावार 44 प्रतिशत तक कम हो गई है. जिसके चलते नाशपाती, खुबानी और आलूबुखारा जैसे फलों का उत्‍पादन 60% तक घट गया है. सरकार इस संकट से निपटने के लिए अगले 8 साल को लेकर रोडमैप बना रही है, जिसमें किसानों को सब्सिडी दी जाएगी.

इथेनॉल उत्पादन से 99 हजार करोड़ की विदेशी करेंसी की बचत, किसान और पर्यावरण को सीधा फायदा

इथेनॉल उत्पादन से 99 हजार करोड़ की विदेशी करेंसी की बचत, किसान और पर्यावरण को सीधा फायदा

Sep 04, 2024

भारत में इथेनॉल उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे न केवल देश की विदेशी मुद्रा में 99 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है, बल्कि इससे किसानों और पर्यावरण को भी कई लाभ मिल रहे हैं. इथेनॉल, पेट्रोल में मिलाकर उपयोग किया जाने वाला जैव ईंधन है, जिसे मुख्यतः गन्ने और अन्य कृषि उपज से बनाया जाता है.

उत्तराखंड के लिए बनी मक्के की ये खास वैरायटी, लंबे और चमकदार दानों की उपज ले सकेंगे किसान

उत्तराखंड के लिए बनी मक्के की ये खास वैरायटी, लंबे और चमकदार दानों की उपज ले सकेंगे किसान

Jul 11, 2024

मक्के की इस खास ब्रीड को आईसीएआर ने उत्तराखंड की पहाड़ी इलाकों के लिए विकसित किया है. इसका नाम वीएल त्रिपोषी (FQPLH 20) रखा गया है. इसकी खेती से किसान मक्के के लंबे और चमकदार दाने पा सकते हैं. इससे उनकी के साथ कमाई भी बढ़ेगी.

  साल में दो फसल और 80 दिनों में तैयार, उत्तराखंड के लिए बेहद खास है यह मोटा अनाज

साल में दो फसल और 80 दिनों में तैयार, उत्तराखंड के लिए बेहद खास है यह मोटा अनाज

Mar 19, 2024

फॉक्‍सटेल मिलेट यानी बाजरा की एक खास प्रकार की किस्‍म. इसका उत्‍पादन उत्‍तराखंड में सबसे ज्‍यादा होता है. राज्‍य में इसे काऊणी के नाम से भी जानते हैं. हालांकि राज्‍य से दूसरे राज्‍यों में होने वाले पलायन की वजह से इसके उत्‍पादन में गिरावट आई है. फॉक्‍सटेल मिलेट, दुनिया का सबसे पुराना मिलेट है.

फर्रुखाबाद के इस किसान ने उगा दिए दो किलो के आलू, देखने वालों की उमड़ी भीड़

फर्रुखाबाद के इस किसान ने उगा दिए दो किलो के आलू, देखने वालों की उमड़ी भीड़

Mar 05, 2024

फर्रुखाबाद जनपद में कृषि प्रधान जनपद माना जाता है. इस जनपद में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है.  क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति भी आलू फसल पर निर्भर करती है. इसलिए अगर यदि किसान के खेतों में आलू की पैदावार अच्छी होती है तो किसान खुशहाल होता है और अगर आलू की पैदावार अगर कम होती है तो किसान को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता है.

लाल धान की खेती के ल‍िए उत्तरकाशी जिले को म‍िला अवार्ड, जान‍िए क्या है इस धान की खास‍ियत   

लाल धान की खेती के ल‍िए उत्तरकाशी जिले को म‍िला अवार्ड, जान‍िए क्या है इस धान की खास‍ियत   

Jan 04, 2024

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. पंकज नौटियाल बताते हैं कि पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर लाल चावल की रंगत और अनूठा स्वाद इसको आम चावलों की तुलना में खास और कीमती बनाता है. इसकी देश-विदेश में काफी मांग है. लाल धान की फसल तेज हवा या भारी बारिश के झोंकों में भी खड़ी रहती है.  

विजयदशमी पर उधम सिंह नगर के किसानों ने अपनाया विरोध का अनोखा तरीका, जलाया रावण का पुतला

विजयदशमी पर उधम सिंह नगर के किसानों ने अपनाया विरोध का अनोखा तरीका, जलाया रावण का पुतला

Oct 24, 2023

उधम सिंह नगर में लगभग पिछले तीन महीने के किसान भूमि बचाओ आंदोलन के तहत धरने पर बैठे हुए हैं. उन किसानों के राज्य सरकार को रावण की उपाधि देते हुए रावण के पुतले का दहन किया साथ ही प्रदर्शनकारी किसानों  ने जल्द दी उनके भूमि अधिकार को बापस करने की मांग की है.

Oct 24, 2023

आज विजयादशमी है. इस दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है. दुनिया इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार के तौर पर मनाती है. वहीं उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के किसानों ने विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया है. अपने अधिकारों की मांग कर रहे किसानों ने सरकार के विरोध के तौर पर रावण का पुतला जलाया. पुतला में सरकार के प्रतीक के तौर पर रावण को बनाया गया था.

Oct 12, 2023

सब्जियों की खेती के लिए उत्तराखंड प्रसिद्ध है. पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां पर विभिन्न प्रकार की सब्जियां पायी जाती है जो खाने में बेहद स्वादिष्ट होती है साथ ही सेहद के लिए भी काफी लाभ होता है. बागेश्वर जिले में ऊपजने वाली पिनालू औऱ गडेरी भी उत्तराखंड की प्रसिद्ध सब्जियों में से एक हैं. पूरे उत्तराखंड के लोग इन दोनो की सब्जियों को खूब पसंद करते हैं, खास कर सर्दियों में इसका सेवन खूब किया जाता है. इसे खाने के कई फायदे हैं.

उत्तराखंड में बढ़ रही बागेश्वर के पिनालू और गडेरी की मांग, पढ़ें इन सब्जियों के सेवन के फायदे

उत्तराखंड में बढ़ रही बागेश्वर के पिनालू और गडेरी की मांग, पढ़ें इन सब्जियों के सेवन के फायदे

Oct 12, 2023

उत्तराखंड में पीनालू औऱ गडेरी को अन्य सब्जियां जैसे भिंडी और तोरई के साथ मिलाकर बनाया जाता है. जो काफी स्वादिष्ट होता है. पहाड़ में सर्दियों में गडेरी काफी तादाद में इस्तेमाल होती है. हालांकि एक जैसी और एक स्वाद वाली ये दोनों सब्जियों में बहुत अंतर है.

आसान नहीं है क्वालिटी प्रोटीन मक्का की खेती, रखनी पड़ती है विशेष सावधानी 

आसान नहीं है क्वालिटी प्रोटीन मक्का की खेती, रखनी पड़ती है विशेष सावधानी 

Jul 21, 2023

QPM Hybrid Maize Farming: उत्तराखंड स्थित विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के मुताबिक क्यूपीएम और गैर-क्यूपीएम यानी सामान्य मक्का फसल की बुवाई अलग-अलग जरूरी है. वरना क्यूपीएम के दानों में ट्रिप्टोफैन व लाइसीन की मात्रा में कमी आ जाएगी.

New Crop Variety:  कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित किया कमाल का मक्का, इस किस्म की खासियत जानकर हो जाएंगे हैरान

New Crop Variety: कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित किया कमाल का मक्का, इस किस्म की खासियत जानकर हो जाएंगे हैरान

Jul 20, 2023

अल्मोड़ा स्थित विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने मक्के एक ऐसी किस्म तैयार की है, जिसमें इंसान के लिए बेहद जरूरी माने जाने वाले ट्रिप्टोफैन और लाइसीन की मात्रा सामान्य से लगभग डबल है. इसका नाम वीएल क्यूपीएम हाइब्रिड-59 है. 

बारिश और ओलावृष्टि से बागेश्वर में आम की फसल को भारी नुकसान, इस साल आधे उत्पादन की आशंका

बारिश और ओलावृष्टि से बागेश्वर में आम की फसल को भारी नुकसान, इस साल आधे उत्पादन की आशंका

May 02, 2023

पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत बन रही है. उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद में भी तेज हवा और ओले गिरने से आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. इससे इस साल आम का उत्पादन घटने की आशंका जताई जाने लगी है.

उत्तराखंड: मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स मिशन का ड्राफ्ट तैयार, छोटे किसानों को होगा फायदा

उत्तराखंड: मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स मिशन का ड्राफ्ट तैयार, छोटे किसानों को होगा फायदा

Feb 11, 2023

उत्तराखंड में लगभग 86 हजार हेक्टेयर में मंडुए की खेती की जाती है. इसमें 1.27 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन होता है. राज्य के गठन के बाद से प्रदेश में मंडुए की खेती का रकबा थोड़ा कम हुआ है. वर्ष 2000 हजार में राज्य में मंडुए का क्षेत्र 1.32 लाख हेक्टेयर था जो अब वर्ष 2021-22 तक 86 हजार हेक्टेयर हो गया है.

दिल्ली से नौकरी छोड़कर पहाड़ लौटे दो भाई, अब मशरूम की खेती से कमा रहे 24 लाख

दिल्ली से नौकरी छोड़कर पहाड़ लौटे दो भाई, अब मशरूम की खेती से कमा रहे 24 लाख

Jan 28, 2023

हम यहां जिन दो भाइयों की बात कर रहे हैं, वे टिहरी गढ़वाल जिले के चंबा में डडूर गांव के रहने वाले हैं. इनका नाम है सुशांत उनियाल और प्रकाश उनियाल. दोनों की दिल्ली में अच्छी-खासी नौकरी थी. सुशांत मल्टीनेशनल कंपनी में सेल्स मैनेजर और उनके भाई प्रकाश उनियाल बैंक में नौकरी करते थे. लेकिन बाद में इन्होंने खेती में करियर बनाया.