फर्रुखाबाद के इस किसान ने उगा दिए दो किलो के आलू, देखने वालों की उमड़ी भीड़

फर्रुखाबाद के इस किसान ने उगा दिए दो किलो के आलू, देखने वालों की उमड़ी भीड़

फर्रुखाबाद जनपद में कृषि प्रधान जनपद माना जाता है. इस जनपद में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है.  क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति भी आलू फसल पर निर्भर करती है. इसलिए अगर यदि किसान के खेतों में आलू की पैदावार अच्छी होती है तो किसान खुशहाल होता है और अगर आलू की पैदावार अगर कम होती है तो किसान को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता है.

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फर्रुखाबाद के इस किसान ने उगा दिए दो किलो के आलू, देखने वालों की उमड़ी भीड़ दो किलों के आलू का दिखाता किसान

फर्रुखाबाद में एक किसान के खेत में दो किलो से अधिक वजन का आलू पैदा हुआ है. जिसको देखकर वह किसान खुद अचरज में पड़ गया. आलू को देखने के लिए आसपास के किसान भी पहुंचे और उन्होंने आलू को देखकर हैरानी जताई है. गौरतलब है कि फर्रुखाबाद जनपद आलू उत्पादन के क्षेत्र में देश में अग्रणी स्थान रखता है. फर्रुखाबाद का आलू देश ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी निर्यात किया जाता है. यहां पर आलू की एशिया की सबसे बड़ी मंडी भी है. इस मंडी से प्रति दिन लाखो क्विंटल आलू देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता है. वहीं फर्रुखाबाद जनपद में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक कोल्ड स्टोरेज भी है जहां आलू का भंडारण भी किया जाता है. 

फर्रुखाबाद जनपद में कृषि प्रधान जनपद माना जाता है. इस जनपद में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है. क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति भी आलू फसल पर निर्भर करती है. इसलिए अगर यदि किसान के खेतों में आलू की पैदावार अच्छी होती है तो किसान खुशहाल होता है और अगर आलू की पैदावार अगर कम होती है तो किसान को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता है.  फर्रुखाबाद में एक कहावत भी प्रचलित है की आलू का दाम अगर अच्छा मिलेगा तो किसान की बेटी के हाथ पीले होंगे. फर्रुखाबाद में आलू की अलग-अलग प्रजातियों की खेती की जाती है.

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आलू बना कौतूहल का विषय

 फर्रुखाबाद के जहानगंज थाना क्षेत्र के पतौजा गांव में किसान मेराज हुसैन हर साल अपने खेतों में आलू की खेती करते हैं.  इस बार आलू की पैदावार को देखकर वह हैरानी में पड़ जब उन्होंने खुदाई के दौरान देखा कि उनके खेत से दो किलो के अधिक वजन का आलू निकला है. इसके बाद इस आलू को देखने के लिए आस पास के किसान पहुंच रहे है. किसान मेराज हुसैन ने बताया कि वह खेती का काम करते हैं और अपने खेतों में अधिकतक आलू की फसल की ही खेती करते हैं. लेकिन इस बार जो उनके खेत में दो किलो वजन का आलू निकला उसको देखकर वह खुद अचरज में पड़ गए. उनका कहना था कि हमारे परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी से आलू की खेती होती चली जा रही है. लेकिन इस तरह का आलू पहली बार निकाला है. 

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परंपरागत तरीके से आलू की खेती करते हैं किसान

किसान मेराज हुसैन ने बताया कि हम लोग परंपरागत रूप से खेती को करते हैं.आलू की फसल में रासायनिक के अलावा जैविक खादों का उपयोग करते हैं. उनके खेतों में आलू की उत्पादकता हमेशा अच्छी रहती है. इस बार आलू का उत्पादन अच्छा रहा है. लेकिन आज से पहले कभी भी इतना वजन का आलू खेतों में पैदा नहीं हुआ है. दो किलो से अधिक के आलू को देखकर खुद भी हैरान है कि इस तरह का आलू किस प्रकार से पैदा हुआ है. किसान मेराज हुसैन के खेत में पैदा हुए 2 किलो से अधिक वजन के आलू को देखने के लिए लगातार दूसरे किसान आ रहे हैं और उनसे खेती के तौर तरीकों की भी जानकारी हासिल कर रहे हैं. (फिरोज खान की रिपोर्ट)

 

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