ज्वार जिसे अंग्रेजी में Sorghum कहते हैं, एक प्राचीन अनाज है. आज की बदलती लाइफस्टाइल और डाइट के लिए बढ़ती अवेयरनेस ने इसे एक सुपरफूड का दर्जा दे दिया है. ग्लूटेन-फ्री होने के साथ-साथ यह फाइबर, प्रोटीन, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है. डायबिटीज और वेटलॉस करने वालों के लिए यह बेहद फायदेमंद माना जाता है.
Horticulture Crop Tips: हिमाचल में ठंड और कोहरे का असर बढ़ने से फलदार पौधों पर खतरा बढ़ गया है. उद्यान विभाग ने आम, लीची, पपीता, अमरूद जैसे पौधों को बचाने के लिए कई उपाय सुझाए हैं. जानिए एक्सपर्ट ने फसलों के बचाव के लिए क्या-क्या जानकारी दी...
ज्वार से बने ये स्वीट बिस्किट हेल्दी बेकिंग का शानदार विकल्प हैं. मुलायम आटा, हल्की मिठास और कम फैट के साथ यह रेसिपी बच्चों और बड़ों सभी के लिए ideal है. रोज़ाना स्नैकिंग के लिए एक पौष्टिक और स्वादिष्ट चुनाव!
मौसम के मौजूदा हालात को देखते हुए पूसा कृषि वैज्ञानिकों ने रबी फसलों की बुवाई, उर्वरक प्रबंधन, बीज उपचार, सब्जी खेती, पराली प्रबंधन और रोग नियंत्रण को लेकर विस्तृत दिशा–निर्देश जारी किए हैं, ताकि किसान समय पर खेती करके अधिक पैदावार ले सकें.
गुलाब के पौधे को ऐसी जगह रखें जहां उसे दिन के कम से कम चार से छह घंटे की धूप मिल सके. सर्दियों में धूप कमजोर हो जाती है, इसलिए पौधे को धूप वाले स्थान पर शिफ्ट करना जरूरी है. अगर आप गमले में पौधा लगा रहे हैं, तो इसे घर की छत, बालकनी या ऐसी जगह रखें जहां दोपहर तक धूप पड़ती हो. कम धूप मिलने पर पौधे में फंगल इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है और फूल भी कम आते हैं.
सोरघम पेड़ा एक हेल्दी, झटपट बनने वाली और बेहद स्वादिष्ट मिठाई है. ज्वार फ्लेक्स, घी और शक्कर से तैयार यह पेड़ा त्योहारों और खास मौकों के लिए परफेक्ट है. आसान स्टेप्स के साथ यह रेसिपी हर किसी के लिए बनाना सरल और स्वाद में लाजवाब है.
सर्दियों में मनी प्लांट की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और ग्रोथ धीमी हो जाती है. सही जगह पर रखने, हफ्ते में 1-2 बार पानी देने, पत्तियों पर हल्का स्प्रे करने और प्राकृतिक खाद इस्तेमाल करने से आपका मनी प्लांट सर्दियों में भी हरा-भरा और स्वस्थ रहेगा. आसान और असरदार देखभाल टिप्स अपनाएं.
सर्दियों में बढ़ती मांग और दो-तीन बार फल देने की क्षमता ने ताइवानी पिंक अमरूद को बनाया किसानों और शहरी बागवानों के लिए सबसे फायदेमंद विकल्प. 150 रुपये किलो तक होती है बिक्री.
ब्लू टी या अपराजिता चाय (Aparajita Tea) एक प्राकृतिक हर्बल ड्रिंक है, जो शरीर को डिटॉक्स करती है, तनाव कम करती है, दिमाग़ की सेहत सुधारती है और ब्लड शुगर नियंत्रित रखती है. जानिए इसके फायदे और इसे बनाने का आसान तरीका.
ठंड शुरू होते ही खेतों, खाली जमीनों और गेहूं-चना-सरसों की फसलों के बीच यह अपने-आप उग आता है. इस वजह से लोग इसे ज्यादा फायदेमंद नहीं समझते, लेकिन यह नेचर का दिया वरदान है. इसमें विटामिन, मिनरल और प्राकृतिक गुणों की भरमार है. इसकी पत्तियों में विटामिन ए, सी और के, के साथ ही कैल्शियम, आयरन और फाइबर जैसे ढेरों एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. इस छोटे से पौधे के अंदर पूरा न्यूट्रीशन टैंक भरा हुआ है.
सोरघम पोंगल एक पौष्टिक और स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय मिठाई है जिसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. इसमें सोरघम फ्लेक्स, मूंग दाल, दूध और गुड़ का मिश्रण होता है, जो इसे हल्का, सेहतमंद और लाजवाब बनाता है. घी में भूने काजू और सूखी नारियल से इसे एक खास खुशबू और क्रंच मिलता है. यह रेसिपी त्योहारों और खास मौकों के लिए परफेक्ट है.
एक अनुभवी किसान भूपिंदर सिंह बाजवा ने खेती में एक क्रांतिकारी 'देसी जुगाड़' खोजा है. उन्होंने यूरिया की भारी लागत और बर्बादी को रोकने के लिए एक 'सीक्रेट घोल' तैयार किया. इससे यूरिया हवा में नहीं उड़ता और न ही पानी में बहता है. नतीजा यह हुआ कि अब खेत में आधी यूरिया डालने पर भी फसल को पूरा पोषण मिलता है, पैदावार बंपर होती है साथ ही मिट्टी की सेहत भी सुधरती है.
Gehu Ki Kheti Ke Tips: देशभर में गेहूं बुवाई तेज है और ICAR-IIWBR ने किसानों को समय पर किस्म चुनने, प्रमाणित बीज का उपयोग, पहली सिंचाई, समय पर खरपतवार नियंत्रण और क्षेत्र अनुसार उपयुक्त किस्में अपनाने की सलाह दी है. पढ़िए संस्थान की गेहूं किसानों को दी गई सलाहें...
Agromet Advisory: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर के असर से तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में भारी बारिश की संभावना है. वहीं, उत्तर और मध्य भारत में शीतलहर जारी रहेगी. इस बीच, मौसम विभाग के डिवीजन एग्रोमेट ने किसानों-पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
अगर आप भी नीलगाय के आतंक से परेशान हैं तो उनको भगाने का एक बेहतरीन उपाय है, जो बहुत ही आसान और सस्ता है. इसे कोई भी किसान अपनाकर अपनी फसलों को बर्बाद होने से बचा सकता है.
रबी सीजन के लिए बीजों की खरीदारी करते समय ये तय करें कि बीज शुद्ध हो. इसके लिए हमेशा खरीदारी करते समय चौकन्ना और सतर्क रहें. आप जिस बीज की खरीदारी करना चाह रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान दें.
AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा बताता है. PM 2.5, PM 10, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और ओज़ोन जैसे तत्व हवा को जहरीला बनाते हैं. जब इनकी मात्रा बढ़ती है, तो पौधों की पत्तियों पर एक परत जमा हो जाती है. यह परत सूर्य की रोशनी को पत्तियों तक पहुंचने से रोकती है, जिससे पौधे ठीक से फोटो सिंथेसिस (प्रकाश संश्लेषण) नहीं कर पाते.
किसानों के लिए नीम का पाउडर एक सस्ता, सुरक्षित और प्रभावी उपाय साबित हो रहा है. यह न सिर्फ मिट्टी को स्वस्थ बनाता है, बल्कि पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. ऑर्गेनिक खेती करने वाले ऐसे किसान कम लागत में अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता चाहते हैं, उनके लिए नीम पाउडर का प्रयोग एक समझदारी भरा कदम हो सकता है.
Rabi Season Farming Tips: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा समस्तीपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह समय गेहूं और मक्का की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. वैज्ञानिकों ने किसानों को सही बीज चयन, खेत की तैयारी और उर्वरक प्रबंधन को लेकर जरूरी सुझाव दिए हैं, ताकि बेहतर उपज प्राप्त की जा सके.
अगर आपको किसी भी तरह की फूड एलर्जी या स्किन एलर्जी है, तो स्ट्रॉबेरी आपके लिए समस्या खड़ी कर सकती है. इसमें मौजूद सैलिसिलेट्स (Salicylates) नामक कंपाउंड या यौगिक कुछ लोगों में खुजली, सूजन, रैशेज या गले में जलन जैसे रिएक्शंस पैदा कर सकता है.
घर पर आसान तरीकों से जानें आपका शहद असली है या नकली. पानी, आग और पेपर टेस्ट से पहचानें शुद्ध शहद और बचें मिलावट के नुकसान से.
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