पराली में आग जलाने की घटनाओं के कारण यहां पर दिन में सड़कों पर धुंध छा जाता था इसके कारण सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो गया था. इतना ही नहीं किसनों को पराली जलाने समय विभागीय अधिकारियों का भी डर रहता था की कहीं उनका चालान ना हो जाए.
इस मौसम में धान की फसल पर ब्लास्ट (बदरा) रोग का आक्रमण होने की निगरानी किसान हर 2 से 3 दिन के अंतराल पर करें. पूसा सुगंध धान-2511 में आभासी कंड (False Smut) भी आने की काफी संभावना है. सब्जी फसलों में भी रोगों और कीटों का हो सकता है अटैक.
Tips: अगर आप भी गार्डनिंग को शौक रखते हैं तो आप कोकोपीट खाद की मदद से अपने गार्डेन में सब्जी और फल उगा सकते हैं. दरअसल कोकोपीट नारियल के छिलके से बनाई गई एक खाद होती है, जो पौधों के लिए काफी लाभदायक होती है.
मुजफ्फरनगर में भी कई किसानों के द्वारा गन्ने की परंपरागत खेती को छोड़कर अब सब्जियों की खेती कर रहे हैं. गन्ने की फसल की लंबी अवधि के चलते अब कई किसान दूसरी फसलों को खेतों में उगाने लगे हैं. किसान का कहना है कि कटहल के पौधे में 2 साल में फल आने लगेंगे जिससे 30 से 40 साल तक कमाई होती रहेगी।
गणेश चतुर्थी के मौके पर संस्थान के कार्यकर्ताओं ने इको फ्रेंडली गणेश मूर्तियां बनाई हैं. मिट्टी की मूर्तियों में कई प्रजाति के पौधों के बीज रखे गए हैं. विसर्जन के बाद यह बीज पौधों में बदल जाएंगे.
कृषि विभाग के द्वारा अब किसानों को जैविक कीटनाशक का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है. रासायनिक खाद और कीटनाशक के बढ़ते प्रयोग से जहां अन्य और सब्जियां जहरीली हो रही है. ऐसे में किसान इनकी उपयोग को कम करके अपने उत्पादों को ज्यादा सेहतमंद बन सकता है
पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश (Rain) से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है. वहीं किसानों के चेहरे भी खुश हैं, क्योंकि अगस्त के महीने में सूखे से फसलें (Crops) पूरी बर्बाद हो गई थी. ऐसे में किसान इतंजार कर रहे थे कि कब बारिश होगी.
धान की फसल इस समय मुख्य तौर पर बाली बनने वाली स्थिति में है. इसलिए फसल में कीटों की निगरानी करें. तना छेदक कीट की निगरानी के लिए फिरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल करें. प्रति एकड़ 03-04 ट्रैप का इस्तेमाल करें. यदि तना छेदक कीट का प्रकोप अधिक हो तो कारटाप 04% दानें 10 किलोग्राम प्रति एकड़ का बुरकाव करें.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश के छोटी जोत वाले किसानों की आय बढ़ाने के लिए स्पेशल कंपोनेंट प्लान योजना का संचालन कर रही हैं. इस योजना में किसानों को 90 फ़ीसदी तक सब्सिडी मिलेगी.
अनाज में अगर एक बार कीड़े लग जाएं तो उन्हें हटाना बहुत मुश्किल होता है. वहीं, आप इसे मारने के लिए दवाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकते. ऐसा करने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने अनाज को पहले से ही सुरक्षित रखें या फिर इन आसान टिप्स को अपनाए.
पीलीभीत में धान की फसल को एक अजीब किस्म के चूहे नुकसान पहुंचा रहे हैं. यह कोई सामान्य चूहे की तरह नहीं दिखते हैं बल्कि चमगादड़ की तरह दिखने वाले इन जंगली जीवो को कृषि विभाग भी पकड़ने में नाकाम है. विभाग की लापरवाही के चलते किसान बर्बाद हो रहे हैं.
खेती के हर चरण में अलग-अलग बीमारियों का प्रकोप होता है. ऐसे में धान की फसल में भी कई रोग भी लगने लगते हैं. इसके लिए हरियाणा सरकार भी किसानों की मदद कर रही है. सरकार के कृषि विभाग ने धान की फसल में लगने वाले रोग से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है.
चाय पूरे विश्व में सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय है. देश की बड़ी आबादी एक प्याली चाय के साथ अपने दिन की शुरुआत करती है. चाय हमारी आदत का हिस्सा बन चुकी है जिसके चलते सुबह से शाम तक कई कप चाय पीना पड़ता है. चाय का असली स्वाद बागों की चाय पत्ती से आता है लेकिन आजकल दुकानों पर मिलने वाली चाय में मिलावट होने लगी है.
दलहन फसलों की खेती करने से हवा में उपस्थित नाइट्रोजन का उपयोग पौधे करने लगते हैं. इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर असर पड़ता है. एक हेक्टेयर भूमि पर अगर अरहर की खेती की जाती है तो इससे जमीन को 220 किलोग्राम नाइट्रोजन की प्राप्ति होती है.