Paddy Sowing: पूसा के अनुसार नर्सरी में बुवाई से पहले बीजों के ट्रीटमेंट के लिए 5 किलोग्राम बीज के लिए बावस्टिन 10-12 ग्राम और 1 ग्राम स्ट्रैप्टोसाइक्लिन को 10 लीटर पानी में घोल लें. पूसा की सलाह के अनुसार जरूरत के अनुसार इस घोल को बनाकर इसमें 12-15 घण्टे के लिए बीज को डाल दें. उसके बाद बीज को बाहर निकालकर किसी छायादार जगह में 24-36 घंटे के लिए ढककर रखें
भीषण गर्मी में पशुओं को सेहतमंद और दूध उत्पादन में सक्रिय बनाए रखने के लिए ज्वार चरी एक बेहतरीन हरा चारा है. जानिए इसके फायदे और उपयोग करने का सही तरीका.
Farmer Income: यूपी के किसानों द्वारा बागवानी खेती के जरिये से फूलों, मसालों आदि का भी उत्पादन बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया जा रहा है. उनका कहना था कि शिमला मिर्च, स्ट्रॉबेरी, फूलों, मसालों आदि की खेती में पारंपरिक खेती की अपेक्षा बेहतर आमदनी होती है. इन सभी की खेती करने पर प्रदेश सरकार किसानों को सहायता और सब्सिडी भी मिलती है.
Healthy Plants From Nursery: अगर आप नर्सरी से पौधा खरीदना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखें. इससे न केवल आपके पौधे घर पर अच्छी ग्रोथ करेंगे, बल्कि आपका गार्डन भी हेल्दी और खूबसूरत लगेगा. इसलिए नर्सरी से पौधे खरीदते समय इन पांच बातों पर जरूरत ध्यान दें.
Bottle Gourd: अगर आपकी लौकी की बेल में पत्ते घने हो लेकिन फल गायब है, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आज हम आपको 5 ऐसी घरेलू टिप्स बताने जा रहे हैं जो लौकी की पैदावार को बढ़ाने में कारगर है.
Guava Cultivation: अमरूद की उगाई जाने वाली उन्नत किस्में जैसे-इलाहाबाद सफेदा, हिसार सफेदा, लखनऊ-49, चित्तीदार, ग्वालियर-27, एपिल-गुवावा और धारीदार प्रमुख हैं. इसके अलावा अर्का-मृदुला, श्वेता, ललित और पंत-प्रभात किस्में भी व्यावसायिक उत्पादन के लिए प्रयोग में लाई जा सकती हैं. कोहीर, सफेदा एवं सफेद जाम नामक हाइब्रिड प्रजातियां भी उपयोग में लाई जा सकती हैं.
जून के महीने मे किसान खरीफ की कई फसलों की खेती की तैयारी में जुट जाते हैं. वहीं, ये महीना खरीफ प्याज की नर्सरी डालने का एकदम सही समय है. इसके अलावा गन्ने की फसल मे गलित सिखा रोग लगने का खतरा बना रहता है.
Protect Banana Crop From Heatwave: गर्मी और लू से केले की फसल को भारी नुकसान हो सकता है. इसे बचाने के लिए नियमित सिंचाई बहुत ज़रूरी है, खासकर सुबह और शाम. मिट्टी की नमी बनाए रखने और जड़ों को ठंडा रखने के लिए मल्चिंग का उपयोग करें. जानिए केले की खेती से जुड़ी जरूरी जानकारी…
Groundnut Farming: मूंगफली की बेहतर पैदावार के लिए सिर्फ बीज डालना ही काफी नहीं है. बुवाई से पहले बीज और मिट्टी का सही उपचार, सही उर्वरकों का प्रयोग, कीटों से बचाव और समय पर निराई जैसे उपाय अपनाकर किसान अपनी फसल की क्वालिटी और उत्पादन दोनों में जबरदस्त सुधार ला सकते हैं.
Mango Plantation Tips: मॉनसून के प्रसार के साथ ही आम की खेती की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं. कई राज्यों में मॉनसून पहुंचने वाला है. ऐसे में जानिए आम लगाते समय पौधे से पौधे की दूरी कितनी होनी चाहिए. साथ ही अन्य जरूरी देखरेख से जुड़ी जानकारियां भी जान लीजिए...
Poultry: गर्मी का मौसम केवल इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि मवेशियों और पक्षियों के लिए भी खतरनाक होता है. इसमें मरने की आशंका के साथ बीमारी फैलने का भी खतरा होता है. किसान अगर फौरन उपाय न करें तो उन्हें कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ता है.
Kharif crops: किसान उन खरीफ फसलों की खेती करें जो कम पानी और कम लागत में अच्छी उपज दे सकें. इसके लिए वैज्ञानिकों ने कुछ सुझाव दिए हैं. किसानों को पारंपरिक धान की किस्में जैसे नागिनी और राम जवान के स्थान पर उच्च उत्पादन वाली किस्में जैसे पूसा बासमती-1 बोने की सलाह दी गई.
Heat Stroke: गर्मी का मौसम पशुओं के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन सही देखभाल और प्रबंधन से हीट स्ट्रेस के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है. पशुओं को साफ पानी, ठंडी जगह, संतुलित आहार और समय पर दवा देकर हम उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं. इससे न केवल उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी बल्कि उनका जीवन भी सुरक्षित रहेगा.
Paddy farming: किसानों को धान की नर्सरी जल्द तैयार करनी चाहिए. फिर नक्षत्रों के हिसाब से धान की बुआई करने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा किसान हल्दी और अदरक की बुआई भी समय पर कर दें ताकि उत्पादन अच्छा मिले
Okra Farming: जून का महीना आते ही भिंडी की फसल में कई तरह के रोग और कीट का खतरा बढ़ गया है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि भिंडी की फसल में इस महीने कौन सा लगता है रोग और कैसे करें इससे बचाव.
Calf Care Tips एनीमल एक्सपर्ट साइंटीफिक तरीके पशुओं के बच्चों की देखभाल करने की सलाह देते हैं. क्योंकि रीप्रोडक्शन (प्रजनन) और दूध उत्पादन से ही पशुपालक को मुनाफा होता है. गाय-भैंस हो या फिर भेड़-बकरी इनका कुनबा तभी बढ़ेगा जब रीप्रोडक्शन होगा. और साथ ही बढ़ेगा पशुपालक का मुनाफा. लेकिन ये तभी मुमकिन होगा जब हम पैदा होने वाले बच्चे की खास देखभाल करेंगे.
Cow-Buffalo Pregnancy एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो मौसम कोई भी हो, लेकिन प्रसव के बाद गाय-भैंस की जेर न गिरना जहां पशुओं को तो परेशान करता ही है, साथ में पशुपालक के लिए भी ये बड़ी परेशानी बन जाती है. कई बार ये पशुओं की मौत की वजह भी बन जाती है. जेर के बारे में यहां एनिमल एक्सपर्ट कुछ सलाह दे रहे हैं.
Calf and Colostrum अगर बछड़ा पैदा होने के बाद गाय-भैंस को कोलोस्ट्रम (खीस) नहीं आ रहा है तो एनिमल एक्सपर्ट की सलाह पर एक खास मिश्रण तैयार किया जा सकता है. इसी मिश्रण में एक्सपर्ट अंडा और मछली के लिवर का तेल मिलाने की बात कही जाती है. क्योंकि जन्म के बाद बछड़े को कोलोस्ट्रम की बहुत जरूरत होती है.
Soyabean Farming: अगर आप सोयाबीन की बंपर पैदावार चाहते हैं, तो बीज की तैयारी में कोई लापरवाही न करें. बीज की सफाई, ग्रेडिंग और अंकुरण जांच जरूर करें. इससे न सिर्फ लागत कम होगी, बल्कि अच्छा उत्पादन भी मिलेगा. बाजार से बीज लेते समय पूरी सतर्कता रखें और जहां तक संभव हो, अपने ही बीज का इस्तेमाल करें.
मॉनसून के दौरान खरीफ फसलों की सही चयन और बाजार की मांग के अनुसार खेती करना किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकता है. चाहे वह धान हो, मक्का, सोयाबीन, मिर्च या भिंडी सभी फसलें अच्छी आमदनी देने की क्षमता रखती हैं.
Seed Benfits: अमरंथ खरीफ की फसल है और जुलाई से लेकर अगस्त तक इसकी खेती की जाती है. वहीं रबी यानी अक्टूबर-नवंबर में भी इसे उगाया जा सकता है. औसतन एक बार में 10 से 12 क्विंटल बीज प्रति हेक्टेयर तक उपज किसानों को मिलती है. इसकी खेती से किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा हो सकता है.
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