Gehu Ki Kheti Ke Tips: देशभर में गेहूं बुवाई तेज है और ICAR-IIWBR ने किसानों को समय पर किस्म चुनने, प्रमाणित बीज का उपयोग, पहली सिंचाई, समय पर खरपतवार नियंत्रण और क्षेत्र अनुसार उपयुक्त किस्में अपनाने की सलाह दी है. पढ़िए संस्थान की गेहूं किसानों को दी गई सलाहें...
Agromet Advisory: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर के असर से तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में भारी बारिश की संभावना है. वहीं, उत्तर और मध्य भारत में शीतलहर जारी रहेगी. इस बीच, मौसम विभाग के डिवीजन एग्रोमेट ने किसानों-पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
अगर आप भी नीलगाय के आतंक से परेशान हैं तो उनको भगाने का एक बेहतरीन उपाय है, जो बहुत ही आसान और सस्ता है. इसे कोई भी किसान अपनाकर अपनी फसलों को बर्बाद होने से बचा सकता है.
रबी सीजन के लिए बीजों की खरीदारी करते समय ये तय करें कि बीज शुद्ध हो. इसके लिए हमेशा खरीदारी करते समय चौकन्ना और सतर्क रहें. आप जिस बीज की खरीदारी करना चाह रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान दें.
AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा बताता है. PM 2.5, PM 10, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और ओज़ोन जैसे तत्व हवा को जहरीला बनाते हैं. जब इनकी मात्रा बढ़ती है, तो पौधों की पत्तियों पर एक परत जमा हो जाती है. यह परत सूर्य की रोशनी को पत्तियों तक पहुंचने से रोकती है, जिससे पौधे ठीक से फोटो सिंथेसिस (प्रकाश संश्लेषण) नहीं कर पाते.
किसानों के लिए नीम का पाउडर एक सस्ता, सुरक्षित और प्रभावी उपाय साबित हो रहा है. यह न सिर्फ मिट्टी को स्वस्थ बनाता है, बल्कि पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. ऑर्गेनिक खेती करने वाले ऐसे किसान कम लागत में अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता चाहते हैं, उनके लिए नीम पाउडर का प्रयोग एक समझदारी भरा कदम हो सकता है.
Rabi Season Farming Tips: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा समस्तीपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह समय गेहूं और मक्का की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. वैज्ञानिकों ने किसानों को सही बीज चयन, खेत की तैयारी और उर्वरक प्रबंधन को लेकर जरूरी सुझाव दिए हैं, ताकि बेहतर उपज प्राप्त की जा सके.
अगर आपको किसी भी तरह की फूड एलर्जी या स्किन एलर्जी है, तो स्ट्रॉबेरी आपके लिए समस्या खड़ी कर सकती है. इसमें मौजूद सैलिसिलेट्स (Salicylates) नामक कंपाउंड या यौगिक कुछ लोगों में खुजली, सूजन, रैशेज या गले में जलन जैसे रिएक्शंस पैदा कर सकता है.
घर पर आसान तरीकों से जानें आपका शहद असली है या नकली. पानी, आग और पेपर टेस्ट से पहचानें शुद्ध शहद और बचें मिलावट के नुकसान से.
दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. हवा में जहरीले कणों के कारण सांस लेने में दिक्कत, एलर्जी और कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं. हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का AQI 311 तक पहुंच गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने घर की हवा को साफ रखने के लिए कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाएं.
क्या आप भी काजू खाने के शौकीन हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो काजू आप खा रहे हैं, वह असली है या नकली. अगर नहीं तो ये खबर आपके लिए है. यहां जानें कैसे करें असली और नकली काजू में पहचान.
सर्दियों में बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दूध में मिलाएं ये 5 खास चीजें- गुड़, खजूर, बादाम, हल्दी और जायफल. जानिए इन प्राकृतिक सामग्रियों के अद्भुत फायदे और सेहतमंद दूध बनाने के आसान तरीके.
मौसम विभाग का अलर्ट किसानों के लिए चेतावनी और अवसर दोनों है. ठंड के मौसम में फसलें जितनी तेजी से बढ़ती हैं, उतना ही खतरा भी रहता है पाले और नमी के असंतुलन का. इसलिए किसानों को चाहिए कि वे स्थानीय मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखें और अपनी खेती की योजना उसी के अनुसार बनाएं.
धान खरीदी सीजन 2025–26 में किसानों को मंडी की लंबी कतारों से राहत देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘टोकन तुहर हाथ’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिससे किसान अब घर बैठे ऑनलाइन टोकन हासिल कर सकेंगे.
विशेषज्ञों की मानें तो अगर किसान इन सभी सुझावों का पालन करें जैसे सही बीज, मिट्टी की तैयारी, संतुलित खाद, समय पर सिंचाई और रोग नियंत्रण तो निश्चित तौर पर वो अपनी गेहूं की उपज को इस सीजन में दोगुना कर सकते हैं. उनका मानना है कि आधुनिक कृषि तकनीकें न सिर्फ पैदावार बढ़ाती हैं, बल्कि मिट्टी और पर्यावरण दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं.
पचौली की कीमत बाजार में बाकी सुगंधित फसलों जैसे लेमनग्रास या मिंट की तुलना में कहीं अधिक है. एक हेक्टेयर में किसान औसतन 80 से 120 किलोग्राम तक तेल निकाल सकते हैं, जिसकी कीमत बाजार में प्रति लीटर 4,000 से 6,000 रुपये तक होती है. छत्तीसगढ़ की जलवायु पचौली की खेती के लिए बेहद अनुकूल मानी जाती है.
क्या बचे हुए चावल को दोबारा गर्म करके खाना सेहत के लिए सही है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय, चावल स्टोर करने का सही तरीका और रीहीट करते समय बरतने वाली सावधानियां.
शरदकालीन यानी रबी सीजन में गन्ने की बेहतर पैदावार के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इसके लिए सही समय पर बुवाई, उचित किस्में और तमाम जरूरी कदम उठाने पड़ते हैं. कृषि वैज्ञानिकों से जानिए जरूरी टिप्स...
बाजार में इस समय नकली लहसुन की भारी मात्रा मौजूद है. ये लहसुन आपको देखने में तो एकदम असली सा लगेगा लेकिन यह प्लास्टिक से बना होता है. ऐसे में आप अगर यह नकली लहसुन खरीद कर घर लाते हैं और इसका सेवन करते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है.
धान की कटाई से पहले इन 10 जरूरी सावधानियों को जानना बेहद जरूरी है. सही नमी, समय और प्रोसेसिंग अपनाकर आप बासमती धान की क्वालिटी बनाए रख सकते हैं और बाजार में अच्छा दाम पा सकते हैं.
चक्रवाती बारिश से बढ़ी नमी और तापमान ने बनाया अनुकूल माहौल. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर ने किसानों को जारी की सतर्कता सलाह. कहा खेतों में जलजमाव रोकें और बालियों पर दिखें लक्षण तो करें फफूंदनाशी छिड़काव.
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