'दरबार मूव' की ये प्रथा 1872 में शुरू की गई थी. तब जम्मू-कश्मीर पर डोगरा शासक महाराजा रणबीर सिंह का शासन था. आम मान्यता ये है कि मौसम की वजह से दरबार को जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू ले जाने का फैसला लिया गया था. हालांकि, ऐसा भी माना जाता है कि सिर्फ मौसम ही नहीं, बल्कि इसके पीछे राजनैतिक कारण भी था.
हाल ही में विनेश फोगाट ने कांग्रेस का दामन था और पार्टी ने उन्हें जुलाना सीट से अपना उम्मीदवार भी बना दिया है. लेकिन विनेश के इस फैसले से परिवार में नाराजगी देखने को मिल रही है. विनेश के इस फैसले पर महावीर फोगाट पहले ही नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. लेकिन अब इस लिस्ट में उनकी बहन बबीता फोगाट का नाम भी शामिल हो गया है.
साल 2014 में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए राशिद ने इस साल के लोकसभा चुनावों में बारामूला की सीट पर उमर अब्दुल्ला को करारी हार दी थी. यूपीए के तहत टेरर फंडिंग के आरोपों के चलते उन्हें जेल में डाला गया था. चुनाव नजदीक आते ही हाल दिनों में राशिद की पार्टी एआईपी सुपर एक्टिव मोड में आ गई है. पिता के जेल में होने बेटे अबरार राशिद ने पार्टी के प्रचार अभियान की जिम्मेदार संभाल ली है.
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा के आदेश के अनुसार, जम्मू पश्चिम के पूर्व विधायक सत शर्मा पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष होंगे, क्योंकि अध्यक्ष रवींद्र रैना खुद चुनाव लड़ने में व्यस्त हैं. डॉक्टर निर्मल सिंह को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष और सुख नंदन को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
यूपी के श्रावस्ती में किसानों को BDO को ज्ञापन देने में देरी हुई तो किसानों ने सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया. भारतीय किसान यूनियन मासिक पंचायत कर अपनी 9 सूत्रीय मांग का ज्ञापन BDO को देना चाह रहे थे. लेकिन देरी होने के कारण सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी करने लगे. हालांकि पुलिस ने किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने एक ना मानी. सुनिए किसान का क्या कुछ कहना है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने आने वाले 11 दिनों के लिए राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. कांग्रेस राज्यभर में किसान न्याय यात्रा निकालेगी. इसमें पार्टी के दिग्गज नेता अलग-अलग जिलों में शामिल होंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस यात्रा की घोषणा की है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा गर्म है. चुनाव में किसानों का मुद्दा भी गरमाया हुआ है. हरियाणा चुनाव को लेकर किसान नेता रणदीप सुरजेवाला ने आजतक को इंटरव्यू दिया है. इस दौरान किसानों के मुद्दे पर उन्होंने बीजेपी और जेजेपी दोनों को खूब सुनाया है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पहली बार इस समाज के लगभगलोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस समाज को जम्मू- कश्मीर में स्पेशल स्टेट्स आर्टिकल 370 और 35ए के तहत दशकों तक मतदान के अधिकार से वंचित रखा गया था.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियानों का दौर तेज हो गया है. इस बीच पहलवानी से राजनीति के अखाड़े में आईं विनेश फोगाट ने भी अपने पति के पैतृक गांव से प्रचार अभियान की शुरूआत कर दी है. रोड शो के दौरान लोगों ने जगह-जगह उनका स्वागत किया.
शरद पवार की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब शिवसेना उद्धव ठाकरे को एमवीए गठबंधन के संभावित मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश कर रही है. दिल्ली दौरे के दौरान ठाकरे ने राहुल गांधी समेत कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं से मुलाकात की थी. शरद पवार का कहना था कि एमवीए नेताओं को 7-9 सितंबर तक सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत पर बैठना चाहिए. पवार को उम्मीद है कि नवंबर के दूसरे हफ्ते तक चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
साल 2019 में बच्चन सिंह ने बीजेपी से चुनाव लड़ा था. हालांकि, 3 हजार के करीब वोटों से वह हार गए थे. 2024 के चुनाव के लिए वह कड़ी तैयारी कर रहे थे. लेकिन बीजेपी ने नारनौंद से पूर्व जजपा विधायक रामकुमार गौतम को टिकट दे दिया है. जिसके बाद से ही बीजेपी नेता बच्चन सिंह आर्य नाराज चल रहे थे और शनिवार को उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
अफजल गुरु साल 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले का दोषी था और उसे 9 फरवरी 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी. उमर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कश्मीरी अलगाववादी अफजल गुरु को फांसी देने से कोई मकसद पूरा हुआ है. उन्होंने साफ किया कि इस प्रक्रिया में जम्मू-कश्मीर सरकार की कोई भूमिका नहीं थी. उनके इस बयान का जमकर विरोध हो रहा है.
खराब मौसम ने फलों और अनाज उत्पादन पर पर कहर बरपाया है. इससे कई छोटे किसानों की आजीविका पर गंभीर असर पड़ा है. अब इन्हें अपने भरण-पोषण के लिए पर्याप्त मुआवजे की जरूरत है. नेशनल कॉन्फ्रेंस की तरफ से कहा गया है कि विनाशकारी मौसम की स्थिति ने धान, मक्का, सेब, चेरी, अखरोट और बादाम जैसी कई फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. पेड़ों के वनस्पति भाग नष्ट हो गए हैं और किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया है.
अलगाववादी मौलाना को सरजन बरकती के नाम से भी जाना जाता है. बरकाती 18 सितंबर से होने वाले विधानसभा चुनावों में अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. वागे ने गांदरबल और बीरवाह दो विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन दाखिल किया है और उसे स्वीकार कर लिया गया है. वहीं उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि बीजेपी और केंद्र सरकार जेल में बंद अलगाववादी नेता को उनके खिलाफ खड़ा कर रही है.
पार्टी ने हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा को भी गढ़ी सांपला-किलोई सीट से मैदान में उतारा है. सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, गोहाना से जगबीर सिंह मलिक और रोहतक से भारत भूषण बत्रा को टिकट दिया गया है. जुलाना सीट से इस समय जेजेपी के अमरजीत ढांडा विधायक हैं. जेजेपी ने इस बार भी उन्हें ही उम्मीदवार बनाया है. हालांकि अभी तक बीजेपी ने यहां से कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की MSP गारंटी और MSP गारंटी कानून पर राज्यों की भूमिका भी सुनिश्चित होनी है.
भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उग्राहां ने कहा कि किसान शुक्रवार को धरना स्थल छोड़ना शुरू कर देंगे. इसके बाद वो 30 सितंबर तक का इंतजार करेंगे, क्योंकि राज्य सरकार ने उनसे कहा है कि 30 सितंबर तक उनके पास नई कृषि नीति का मसौदा भेज दिया जाएगा.
भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर में अपने चुनावी घोषणा पत्र में बड़ा वादा किया है. अमित शाह ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बीजेपी किसानों को PM Kisan Scheme में कुल 10,000 रुपये दिए जाएंगे. आगे बोलते हुए शाह ने कहा, जम्मू कश्मीर में 59 नए कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें से 30 कश्मीर में और 29 जम्मू में हैं. जम्मू-कश्मीर में 2 एम्स, आईआईटी, आईआईएम, निफ्ट, यूनानी अस्पताल खोले गए हैं. पिछले 70 सालों में जम्मू-कश्मीर के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए देश के बाकी हिस्सों में जाना पड़ता था.
तेलंगाना के खम्मम जिले में एक कार्यक्रम के दौरान एक किसान ने रोते हुए कृषि मंत्री से मदद की गुहार लगाई. इस पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उस किसान को गले से लगाया, उसके आंसू पोछे और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. दरअसल खम्मम जिले के रहने वाले इस किसान ने बाढ़ में अपना सबकुछ गंवा दिया था. वह कृषि मंत्री को फसल नुकसान के बारे में बता रहा था.
विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिहं ने कहा कि आज मैंने अपने किसान भाइयों के खेत देखे और नुकसान का आकलन किया. किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. केला, हल्दी, धान और सब्जी की फसल को 100 फीसदी नुकसान हुआ है.
गुरुवार शाम को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन (पीकेएमयू) के किसान नेताओं के साथ उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए बैठक की. यह बैठक लगभग दो घंटे तक चली. बैठक में कई मांगों पर चर्चा हुई और सहमति भी बनी.
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