उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक के साथ मौसम पूरी तरह बदल चुका है और किसानों के लिए बुआई का व्यस्त सीजन शुरू हो गया है. पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बढ़ती शीतलहर के बीच रबी फसलों की बुवाई तेजी पकड़ रही है. वहीं दक्षिण भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है. इस लाइव और लगातार अपडेट होते सेक्शन में आपको खाद-बीज, खेती और गार्डनिंग के उपयोगी टिप्स, किसानों के लिए जरूरी सरकारी योजनाओं की जानकारी और कृषि जगत से जुड़े बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम एक ही जगह मिलते रहेंगे.
UP News: कृषि मंत्री शाही ने आगे यह भी स्पष्ट किया कि एफपीओ केवल गेहूं और धान ही नहीं, बल्कि ढैंचा के बीज को भी नियामानुसार प्रमाणित कर उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम को विक्रय करेंगे ताकि राज्य में प्रमाणित बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके.
Sugarcane Farmers News: शाहिद चौधरी ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का ‘सम्मान’ है. योगी सरकार ने गन्ने के दाम में 30 रुपये की बढ़ोतरी कर किसानों का सम्मान और बढ़ाया है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत किसानों के संसाधन और सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई है.
कई किसानों का कहना है कि सोलर पंप लगाने के बाद उनकी फसलें समय पर सिंचित हो पाती हैं. पहले जहां उन्हें बिजली के इंतजार में रात-रात भर जगना पड़ता था, वहीं अब दिन में ही सिंचाई करके समय बचा पाते हैं. कई किसानों ने यह भी बताया कि सोलर पंप से उनकी सालाना बचत 15,000 से 30,000 रुपये तक हो रही है.
IMD के मुताबिक, 9 से 13 दिसंबर, 2025 के बीच देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और तेज हवाएं चलने की उम्मीद है. उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के राज्यों में तापमान गिरेगा. इस खबर में, पूरे देश के लिए मौसम का डिटेल्ड अनुमान, कोल्ड वेव से प्रभावित राज्यों और मछुआरों के लिए चेतावनी के बारे में जानें.
खेती-किसानी में दिसंबर के महीने में किसानों को क्या करना चाहिए, इस बात का भी ध्यान रखना काफी जरूरी होता है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग की ओर से इस महीने किन फसलों में क्या करना है उसकी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं कि किसान अपनी खेतों में क्या करें.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धान खरीद पर किसानों के लिए 48.60 करोड़ रुपये के बोनस को मंजूरी दी. MSP और बोनस मिलाकर किसानों को 2,450 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे और 48 घंटे में एकमुश्त भुगतान किया जाएगा. विपक्ष के विरोध के बीच सरकार का बड़ा कदम.
खजूर के रस एक तरह का ताड़ी होता है और इसे पीने का सबसे ज्यादा प्रचलन बिहार में है. झारखण्ड और बिहार में अगर इस खजूर के रस का उपयोग सही ढंग से किया जाए तो लोग इसको पी कर नशा नहीं करेंगे. सरकार इस पर ध्यान दे तो एक बड़े कुटीर उद्योग की स्थापना इसी रस से की जा सकती है.
उत्तर प्रदेश में मखाना विकास योजना (Makhana Development Scheme) शुरू की जा रही है, जो किसानों को नए मौके देगी. ₹158 लाख की मंज़ूर रकम से तालाब बनाने, ट्रेनिंग, प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाएगा. पूर्वांचल के ज़िलों को मखाना की खेती के लिए सबसे सही माना गया है, जिससे किसानों की इनकम में काफ़ी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
मौजूदा वक्त में किसानों को खेती में मार्गदर्शन करने के लिए एग्रीकल्चर मोबाइल ऐप सबसे सुविधाजनक और उपयोगी माध्यम है. इसमें किसी भी फसल या सब्जियों की खेती, बुवाई या कटाई के उचित वैज्ञानिक तरीके और कीट या कीट के हमलों से फसलों को कैसे बचाएं, ये जानकारी भी आसानी से मिल जाती है.
कृषि मंत्रालय की नई रबी बुआई रिपोर्ट के अनुसार 5 दिसंबर तक गेहूं की बुआई में 24% की जबरदस्त बढ़त दर्ज हुई है. तिलहन और दलहन में मामूली बढ़त, जबकि कुल रबी बुआई रकबा 479 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है. जानें, कौन-सी फसलों में कितनी प्रगति हुई.
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