उत्तराखंड की केदारी राणा कभी आत्मविश्वास की कमी के कारण चुप रहा करती थीं, लेकिन 'स्वयं सहायता समूह' से जुड़ने के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. उन्होंने समूह लोन लेकर अपने खेत में 1,200 सेब के पेड़ लगाए. आज उनकी मेहनत का नतीजा यह है कि उनके बागान से सालाना 300 पेटी सेब की पैदावार होती है, जिससे वे साल में लाखों रुपये तक कमा रही हैं. वे न केवल खुद एक 'लखपति दीदी' बनीं, बल्कि उन्होंने गांव की अन्य महिलाओं को संगठित कर नए समूह भी बनवाए और तरक्की का रास्ता दिखा रही है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि औद्योगिक हेम्प से दवा, टेक्सटाइल, पैकेजिंग और ऊर्जा जैसे सेक्टरों में निवेश बढ़ेगा. यह फसल कम पानी में उगती है और जंगली जानवरों से कम प्रभावित होती है, जिससे खेती और रोजगार दोनों को फायदा होगा.
भारत में हर साल बड़ी मात्रा में अनाज खेत से थाली तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाता है. सरकारी अध्ययन के मुताबिक, कटाई के बाद भंडारण, ढुलाई और सप्लाई चेन की कमजोरियों से पोस्ट-हार्वेस्ट नुकसान करीब 92,651 करोड़ रुपये तक आंका गया है. अनाज, दाल और तिलहन का हिस्सा सबसे ज्यादा है. सरकार मानती है कि हाल के वर्षों में कुछ सुधार हुआ है, इसलिए नई स्टडी के लिए टेंडर भी निकाले गए हैं.
मनरेगा योजना का नाम बदलकर विकसित भारत–गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन किए जाने पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने 5 जनवरी से ‘मनरेगा बचाओ अभियान’ शुरू करने का ऐलान किया है. राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा गरीबों की आजीविका की गारंटी है और कांग्रेस इसके अधिकारों की रक्षा करेगी.
सर्दियों का मौसम पौधों के लिए सबसे नाजुक समय माना जाता है. ठंड बढ़ते ही मिट्टी देर से सूखती है और पौधों की जड़ें सुस्त हो जाती हैं. ऐसे में पानी और खाद की जरूरत कम हो जाती है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही भी पौधों को मुरझाने पर मजबूर कर सकती है.
भारत में कॉफी ग्रेड और क्वालिटी का असेसमेंट अब डिजिटल होने वाला है, क्योंकि दिल्ली की एक स्टार्ट-अप कंपनी ने एक ऐसा ग्रेडिंग डिवाइस बनाया है जो इमेज बेस्ड प्रोसेसिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. Agsure Innovations Pvt Ltd द्वारा डेवलप किया गया यह बॉक्स जैसा डिवाइस हाल ही में बालेहोन्नूर में सेंट्रल कॉफी रिसर्च इंस्टीट्यूट के 100 साल पूरे होने के जश्न में स्टार्ट-अप कंपनी ने कॉफी से जुड़े लोगों को दिखाया.
किसान नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी और उसके कार्यकर्ताओं पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हिंदू संगठन के नाम पर अटल चौक पर मीट खाना गलत है और इससे बीजेपी की छवि खराब हो रही है. टिकैत ने आरोप लगाया कि ऐसे लोग मुस्लिम और ईसाई समुदाय को भी अपने खिलाफ कर रहे हैं.
ओडिशा में एग्रीस्टैक के तहत लागू डिजिटल क्रॉप सर्वे और किसान रजिस्ट्री को बड़ी उपलब्धि मिली है. केंद्र ने राज्य को 155 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. इससे खेती में डेटा आधारित योजना, पारदर्शिता और फसल खरीद व बीमा जैसी योजनाओं में सटीक निर्णय संभव होंगे.
मध्य प्रदेश के रीवा में आयोजित एक किसान सम्मेलन में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रासायनिक उर्वरकों को कई बीमारियों की जड़ बताते हुए प्राकृतिक खेती को भविष्य की जरूरत करार दिया. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाती है, बल्कि पानी की बचत करती है और समाज के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है.
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. नागभीड़ तहसील के किसान रोशन कुले ने कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेचने का आरोप लगाया है. साहूकार के दबाव ने किसान को यह खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर किया.
किसान नेता राकेश टिकैत ने तिलकधारियों को खुली धमकी और हिदायत दी है. उन्होंने कहा है कि नाम हिंदू संगठन का ले रहे हैं और अटल चौक पर जाकर मीट खा रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए एक दिन सुताई अभियान चलेगा.
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