एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS) अपनाकर आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त करता है. IFS, खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन और बागवानी को मिलाकर आय के कई स्रोत बनाता है. इससे किसान बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रहते हैं और अपनी आय बढ़ाते हैं. यह दृष्टिकोण न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करता है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उड़ान भरने में भी मदद करता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है
Mango Export: मैंगो पैक हाउस, रहमानखेड़ा, लखनऊ से दशहरी आम के 1200 किलोग्राम (400 पैक, प्रत्येक 3 किग्रा) का कन्साइनमेंट दुबई के लिए रवाना किया गया. आम का यह कन्साइनमेंट हवाई मार्ग से लखनऊ से दुबई भेजा गया. आयातक कंपनी वरग्रो ट्रेडिंग एल एल सी, दुबई, यूएई है. इसका कुल मूल्य 2992 अमेरिकी डॉलर है, जो उत्तर प्रदेश के आम उत्पादकों को वैश्विक बाजार में नई पहचान दिला रहा है.
Ahmedabad Crash: हार्दिक अवैया गुजरात के बोटाद जिले के अडताला गांव के रहने वाले थे. उनके पिता देवराज अवैया यहां पर खेती करते हैं. डीएनए सैंपल में जैसे ही हार्दिक के शव की पुष्टि हुई, उनके पिता का दिल टूट गया. हार्दिक अवैया का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव पहुंचा है और गांव में कोहराम मच गया.
'किसान-ई-मित्र' जैसे AI टूल्स की शुरुआत किसानों के लिए तकनीक को और ज्यादा सुलभ बनाएगी. इससे उन्हें योजना की जानकारी पाने के लिए बार-बार कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा और उनकी समस्या का हल तुरंत मिल सकेगा. यह पहल सिर्फ खेती ही नहीं, बल्कि डिजिटल भारत की दिशा में एक और मजबूत कदम है.
Paddy Sowing: पूसा के अनुसार नर्सरी में बुवाई से पहले बीजों के ट्रीटमेंट के लिए 5 किलोग्राम बीज के लिए बावस्टिन 10-12 ग्राम और 1 ग्राम स्ट्रैप्टोसाइक्लिन को 10 लीटर पानी में घोल लें. पूसा की सलाह के अनुसार जरूरत के अनुसार इस घोल को बनाकर इसमें 12-15 घण्टे के लिए बीज को डाल दें. उसके बाद बीज को बाहर निकालकर किसी छायादार जगह में 24-36 घंटे के लिए ढककर रखें
मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है. अब मूंग और उड़द की खरीदी 2025 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जाएगी. रजिस्ट्रेशन 19 जून से शुरू होगा. जानिए आवश्यक दस्तावेज, MSP दरें और उपार्जन केंद्रों की सुविधाओं की पूरी जानकारी.
भीषण गर्मी में पशुओं को सेहतमंद और दूध उत्पादन में सक्रिय बनाए रखने के लिए ज्वार चरी एक बेहतरीन हरा चारा है. जानिए इसके फायदे और उपयोग करने का सही तरीका.
Delhi Weather News: दिल्ली-एनसीआर में तापमान सुबह 4:30 बजे 35 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 27 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, 'इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई और सफदरजंग में ओले भी गिरे. पूरे शहर में 50 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. धूल की वजह से दृश्यता 2 बजे 4,000 मीटर से घटकर 3 बजे करीब 1,500 मीटर रह गई.'
Soil Sample: इकट्ठा किए गए मिट्टी के नमूनों में नाइट्रोजन की कमी सबसे अधिक पाई गई है. सैंपल कलेक्शन डिपार्टमेंट किसानों को खेत में उर्वरक की जरूरत के बारे में मार्गदर्शन करता है. इससे उर्वरक के बहुत ज्यादा और गैर-जरूरी प्रयोग से बचा जा सकता है. किसानों को पूसा-44 और हाइब्रिड किस्मों की खेती के खिलाफ भी सलाह दी गई है. वैज्ञानिक मानते हैं कि हाइब्रिड बीज लंबे समय तक मिट्टी के क्षरण का कारण बन सकते हैं.
Weather Updates: उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भी तापमान सामान्य से काफी ज्यादा रहा. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इन पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार गर्मी के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल सकते हैं. ग्लेशियल झीलों के फटने से बाढ़ (GLOFs) का खतरा बढ़ सकता है और जंगल में आग लगने की आशंका बढ़ सकती है.
भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां अगले कुछ दिनों तक गर्मी बनी रहेगी, वहीं कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. आइए जानते हैं अलग-अलग राज्यों में कैसा रहेगा मौसम. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-NCR में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा. यानी इन राज्यों में बारिश नहीं होगी और तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. लेकिन 12 जून 2025 के बाद एक बार फिर मौसम करवट लेगा और कई जगहों पर तेज बारिश देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई हिस्सों और खासतौर पर मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसका मतलब है कि इन इलाकों में बहुत तेज बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और यातायात में दिक्कतें आ सकती हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
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