सर्दियों की बारिश की कमी से बढ़े सूखे के बीच नौणी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने सेब सहित बागवानी फसलों में नमी संरक्षण, सिंचाई और रोग प्रबंधन के लिए त्वरित उपाय सुझाए.
सर्दी से राहत देने के लिए चिड़ियाघर के जानवरों हेतु विशेष प्लान तैयार किया गया है. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने बताया कि शाकाहारी जानवरों के लिए बेहतर भोजन व आश्रय की व्यवस्था है, जबकि मांसाहारी जानवरों को मांस और हीटर उपलब्ध कराए गए हैं.
मेरठ में गन्ना किसानों का आंदोलन जारी है, जिसे समर्थन देने किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे. उन्होंने कहा कि गन्ने की तौल आंदोलन का मुख्य मुद्दा है. कीमत बढ़ाने के नाम पर किसानों से 4 रुपये निकाल लिए गए। टिकैत ने कहा कि SIR में नाम कटने से भाजपा को ज्यादा नुकसान होगा.
उपभोक्ता मामलों के विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पर्याप्त बफर स्टॉक, अच्छी बुवाई और फसल उत्पादन की अच्छी संभावनाओं की वजह से आने वाले महीनों में दालों की कीमतें स्थिर रहने की संभावना है.
सेहोरे, मध्य प्रदेश की महिला किसान संगीता बाई ने HRDP की मदद से अपनी खेती और जिंदगी बदल दी. गेहूं-सोयाबीन की कम आमदनी वाली खेती अब अमरूद और सब्जियों से भरपूर फसल और उच्च आय दे रही है. HRDP ने महिलाओं को प्रशिक्षण, तकनीकी मदद और आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया.
अरावली पहाड़ियों के खराब होने से खेती पर गंभीर नतीजे हो सकते हैं. बारिश का पानी ज़मीन में सोखा नहीं जाएगा, जिससे ग्राउंडवाटर लेवल कम हो जाएगा. इससे खेतों में पानी की कमी होगी और फसलों की पैदावार कम हो जाएगी. मौसम के पैटर्न में गड़बड़ी से सूखा और लू भी बढ़ सकती है, जिससे किसानों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी.
अनंतनाग गुड्स टर्मिनल पर FCI की पहली ट्रेन पहुंचने से घाटी को हर मौसम में अनाज सप्लाई का वैकल्पिक और भरोसेमंद रास्ता मिला, हाईवे बंद होने की चिंता होगी कम.
दिसंबर और जनवरी के दौरान सरसों की फसल पर माहू एफिड कीट का हमला सबसे अधिक होता है, जो रस चूसकर पैदावार को भारी नुकसान पहुंचाता है. इससे निपटने के लिए महंगे और जहरीले रसायनों के बजाय 'पीला स्टिकी ट्रैप' एक सस्ता और प्रभावी जैविक उपाय है.
कृषि मंत्रालय के 19 दिसंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में रबी फसलों की बुआई 580 लाख हेक्टेयर पार कर गई है, दलहन और चने की खेती में सबसे ज्यादा उछाल.
परंपरागत तरीके से ज्वार की कटाई पूरी तरह मजदूरों पर निर्भर रहती है. फसल पकने के बाद अगर समय पर कटाई न हो, तो दाने झड़ने लगते हैं और नुकसान बढ़ जाता है. कई क्षेत्रों में किसान मजबूरी में फसल खड़ी ही छोड़ देते हैं या कम दाम पर बेचने को मजबूर हो जाते हैं. यही वजह है कि अब किसान मशीनीकरण की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं.
दुनिया की सबसे महंगी चाय के बारे में जानें, जिनकी कीमतें आपको हैरान कर देंगी. दा हांग पाओ, पांडा डंग टी, येलो गोल्ड बड्स, टिएगुआनिन और पीजी टिप्स डायमंड टी बैग्स जैसी चाय इतनी कीमती हैं कि इनकी कीमत में आप एक कार या एक अपार्टमेंट खरीद सकते हैं. इन बेहतरीन चाय के साथ शानदार स्वाद और बेजोड़ लग्ज़री का अनुभव करें.
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