Farmer Success Story: छत्तीसगढ़ स्थित जांजगीर चांपा जिले के कई किसान धान की खेती करते थे. इसमें मेहनत और लागत ज्यादा लगने के बावजूद अच्छी कमाई नहीं हो रही थी. किसानों ने उड़द फसल लगाने का फैसला लिया है और आज बंपर कमाई कर रहे हैं. आइए जानते हैं वे कैसे इस फसल की इतनी पैदवार कर रहे हैं.
अमूल ब्रांड के तहत दूध और दूध उत्पाद बेचने वाली GCMMF ने दूध के दामों में प्रतिलिटर 2 रुपये की बढोतरी की है. नई कीमतें पूरे देश में 1 मई यानी कल से लागू होंगी. अमूल ने कहा कि यह मूल्य वृद्धि हमारे 36 लाख दूध उत्पादकों के लिए दूध की इनपुट लागत में वृद्धि के कारण की जा रही है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धार जिले के उमरबन में एक प्रोग्राम में 85 लाख से अधिक किसानों के खाते में 1704 करोड़ रुपये जारी किए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में होने वाले कृषि मेले की भी जानकारी दी. उन्होंने कहा, प्रत्येक संभाग में कृषि मेले लगाए जाएंगे.
बांदा के जसपुरा थाना क्षेत्र के रहने वाले बेरोजगार शख्स मो. जैद ने सरकार की बकरी पालन योजना के लिए आवेदन किया था. इस पर पशु चिकित्सा अधिकारी के ऑफिस में तैनात बाबू विकास कश्यप ने योजना का लाभ और सब्सिडी दिलाने के एवज में कथित तौर पर 40 हजार रुपये की डिमांड की.
मध्य प्रदेश के लहसुन किसान उपज का भाव गिरने से काफी निराश हैं, क्योंकि वर्तमान भाव पर फसल बेचने पर लागत भी नहीं निकल रही है. कुछ एक मंडी में ही कीमत इतनी है कि सिर्फ लागत निकल पा रही है. वहीं, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में भी कीमतों में ऐसा कोई खास उछाल देखने को नहीं मिल रहा है.
खेती के नए तरीकों से किसान नारायण सरकार को 50,000 से 60,000 रुपये की इनकम हर महीने हो रही है. साथ ही उनकी सफलता ऑर्गेनिक खेती की सफलता में एक बड़ा उदाहरण है. राज्य के कृषि मंत्री ने त्रिपुरा के बाकी किसानों को भी इनकम बढ़ाने के लिए इसी तरह के पर्यावरण-अनुकूल खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया.
विशेषज्ञों के अनुसार कार्डबोर्ड नेचर के फिल्टर के तौर पर काम करता है. यह एक ऐसी लेयर को तैयार करता है जो पानी को अंदर जाने देता है और 95 फीसदी तक खरपतवारों को सूरज की रोशनी तक पहुंचने से रोकता है. कार्डबोर्ड जमीन पर होने वाली प्रक्रिया के समान ही प्रक्रिया करता है. केंचुए जैसे फायदेमंद जीव भी कार्डबोर्ड की तरफ आकर्षित होते हैं. ये इसे तोड़ते हैं और मिट्टी को हवादार बनाते हैं.
नूंह में इस बार सब्जी उत्पादक किसान हताश और निराश हैं. उनकी निराशा की वजह करेला और घीया इत्यादि बेल की सब्जियों का मंडी में अच्छा भाव नहीं मिलना है. रही- सही कसर बिजली की कटौती और सब्जी फसलों में डाले जाने वाली नकली दवाई पूरा कर रही है. इस बार नगीना खंड के दर्जन भर से अधिक गांवों के किसानों ने करेला, घीया, टमाटर आदि सब्जी की फसलें लगाई थी. लेकिन करेला का भाव महज 9 - 10 रुपये प्रति किलो मंडी में किसानों को मिल रहा है.
महाराष्ट्र के बीजेपी मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल और एक चीनी मिल के निदेशकों सहित 53 अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके किसानों के नाम पर लगभग 9 करोड़ रुपये का लोन लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि मामला सोमवार को राहाता की एक अदालत के निर्देश के बाद अहिल्यानगर जिले के लोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है.
तेलंगाना में धान के किसान गिरती कीमतों से पहले ही परेशान हैं. खुले बाजार में धान की कीमत में भारी गिरावट ने रबी किसानों में डर की स्थिति पैदा कर दी है. संकट में बिक्री को रोकने के लिए समानांतर खरीद के मकसद से सरकार ने बाजार हस्तक्षेप जरूर किया है. लेकिन इस पहल के बावजूद इसका प्रभाव बहुत कम रहा है. निजी खरीदार खासतौर पर मिल मालिक, बाजार से काफी हद तक गायब हैं.
बिहार में इस साल तीन लाख मिट्टी नमूनों की जांच होगी. कृषि मंत्री ने किसानों से मिट्टी जांच कराने के लिए आग्रह किया है.दरअसल,राज्य सरकार ने इस वर्ष किसानों के लिए निशुल्क मिट्टी की गुणवत्ता जांच तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करने का लक्ष्य तय कर लिया है.
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