Banda Fertilizer Issue: यूपी के बांदा में खाद संकट गहराने से किसान नाराज़ हो गए. किसानों ने आरोप लगाया कि 300 रुपये की खाद की बोरी ब्लैक में 800 रुपये में बेची जा रही है.
कुछ लोगों के साथ फिंगरप्रिंट की समस्या गंभीर होती है. इसमें अंगुलियों के निशान मिट जाते हैं या धुंधले हो जाते हैं जिससे आधार के स्कैनर पर छाप नहीं छूटती. इससे राशन मिलने में परेशानी आती है. कुछ ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के भिंड में सामने आया है.
UP News: पूर्वी यूपी में घाघरा-रोहिन नदी खतरे के निशान पार कर गईं और राप्ती नदी करीब पहुंच गई है. तेजी से कटान और बढ़ते जलस्तर से गोरखपुर समेत सैकड़ों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. धान की खड़ी फसलें डूबने की आशंका से किसान बेहद चिंतित हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर भारी जाम के कारण कश्मीर के सेब बागवानों की कमर टूट गई है. हजारों ट्रक रास्ते में फंसे होने से सेब गाड़ियों में ही सड़ रहे हैं, कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से बागवानों की मेहनत और कमाई बर्बाद हो रही है. करोड़ों रुपये के सेब ट्रकों में और सड़कों पर सड़ रहे हैं, क्योंकि वे समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. यह स्थिति किसानों के लिए एक बड़ा आर्थिक संकट बन गई है, जिससे उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया है. यह न केवल किसानों के लिए बल्कि कश्मीर की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक गंभीर झटका है.
सितंबर महीने में किसान फूलगोभी की अगहनी किस्मों की खेती शुरू करें. वहीं, ठंड वाली अन्य सब्जियों की खेती के लिए भी यह समय काफी उपयुक्त है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि सब्जियों की खेती से अच्छी कमाई करने के लिए किसानों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.
CJI ने पूछा, "किसान स्पेशल हैं और हम उनकी बदौलत खा रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम पर्यावरण की रक्षा नहीं कर सकते. आप कुछ पेनाल्टी के बारे में क्यों नहीं सोचते? अगर कुछ लोग सलाखों के पीछे हैं, तो इससे सही संदेश जाएगा. आप किसानों के लिए कुछ दंड के बारे में क्यों नहीं सोचते? इस बयान के बाद किसानों की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
Bharatpur Fertilizer Issue: रबी सीजन की बुवाई से पहले भरतपुर सहित कई जिलों में खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं. हजारों किसान सुबह से लाइनों में खड़े रहते हैं, फिर भी खाली हाथ लौटते हैं.
शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक में ट्रैक्टर और कृषि यंत्रीकरण से जुड़े सभी संगठनों के प्रतिनिधि होंगे शामिल. जीएसटी दरों में कमी का किसानों तक पूरा लाभ पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए शिवराज सिंह की पहल पर होगी महत्वपूर्ण बैठक.
स्पीति की येशे डोल्मा ने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को अपनाकर सिर्फ 2.5 बीघा ज़मीन से अपनी आय बढ़ाई और जैविक खेती में नई मिसाल कायम की. पढ़िए उनकी प्रेरणादायक सफलता की कहानी.
भारत में कपास का सीजन अक्टूर से शुरू होने वाला है. उससे पहले एक अच्छी खबर है. देश में इस बार कपास का उत्पादन बेहतर रह सकता है, हालांकि कई राज्यों में खेती का रकबा घटा है. इसके बावजूद कपास की पैदावार में अच्छी बढ़त देखी जाएगी.
बकरी पालन करने वाले लोगों के लिए कई सरकारी योजनाएं चलाई जाती हैं. आप भी बकरी पालन करने वाले लोगों में से हैं तो जरूरी बातें जान लीजिए. इस खबर में पहली बार बकरी पालकों के लिए जरूरी टिप्स देने जा रहे हैं.
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