भारत की इथेनॉल प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ गई है, लेकिन कम खपत के कारण डिस्टिलरी पूरी कैपेसिटी से काम नहीं कर रही हैं. GEMA ने सरकार से पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग रेश्यो को 20 परसेंट से ज़्यादा करने की अपील की है, जिससे किसानों को फायदा होगा, विदेशी फ्यूल पर निर्भरता कम होगी और देश का पैसा बचेगा.
उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए जो 'Co 0238' किस्म कभी वरदान थी, वह अब 'लाल सड़न रोग' Red Rot के कारण मुसीबत बन गई थी, जिससे खड़ी फसलें खेतों में ही बर्बाद हो रही थी. किसानों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नई और दमदार किस्म 'कोलख 16202' (COLK 16202) विकसित की है. यह नई वैरायटी न सिर्फ लाल सड़न जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में पूरी तरह सक्षम है, बल्कि इसकी पैदावार भी पुरानी किस्म के मुकाबले कहीं ज्यादा है.
गुजरात और राजस्थान जैसे मुख्य उत्पादक राज्यों में जीरे की बुवाई, जो इस साल सर्दियों की जल्दी शुरुआत के कारण जल्दी शुरू हो गई थी, अब तक पिछले साल के की तुलना से पीछे है. गुजरात कृषि विभाग की तरफ से जारी ताजा फसल बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, सबसे बड़े उत्पादक राज्य में 15 दिसंबर तक करीब 3.24 लाख हेक्टेयर में जीरे की बुवाई हुई है.
UMD के वैज्ञानिकों ने WUS-D1 जीन की पहचान की, जिससे गेहूं के हर फूल में तीन ओवरी बनती हैं और भविष्य में बिना ज्यादा जमीन या पानी के पैदावार बढ़ाई जा सकती है.
नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही पंजाब सरकार ने आबकारी, स्वास्थ्य और पशुपालन विभागों के सचिवों से कहा है कि वे चारदीवारी वाले शहर और श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो की नगर पालिका सीमाओं के अंदर शराब, तंबाकू और सिगरेट, और मांस की बिक्री की अनुमति न दें.
कर्ज के जाल से निकलने की कोशिश में, किसान ने दो एकड़ जमीन, अपना ट्रैक्टर और घर का सामान बेच दिया. लेकिन इनमें से कुछ भी उसका कर्ज चुकाने के लिए काफी नहीं था.ऐसी स्थिति में, कुडे ने बकाया चुकाने के लिए अपनी किडनी बेचने का फैसला किया. साहूकारों से लिया जाने वाला ब्याज इतना ज्यादा था कि 1 लाख के कर्ज पर कुल देनदारी 74 लाख रुपये हो गई थी.
Winter Animal Care पशुओं को ज्यादा से ज्यादा खुली जगह में रखा जाए, जिससे वो जब मन चाहे तब आराम से घूम-फिर सकें. ऐसा करने से पशु के उत्पादन पर अच्छा असर पड़ता है. और साथ ही पशुओं को खुली जगह में रखने पर खर्चा भी कम आता है. लेकिन हर मौसम के हिसाब से पशुओं के लिए शेड में इंतजाम करना भी जरूरी होता है.
उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक के साथ मौसम पूरी तरह बदल चुका है और किसानों के लिए बुआई का व्यस्त सीजन शुरू हो गया है. पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बढ़ती शीतलहर के बीच रबी फसलों की बुवाई तेजी पकड़ रही है. वहीं दक्षिण भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है. इस लाइव और लगातार अपडेट होते सेक्शन में आपको खाद-बीज, खेती और गार्डनिंग के उपयोगी टिप्स, किसानों के लिए जरूरी सरकारी योजनाओं की जानकारी और कृषि जगत से जुड़े बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम एक ही जगह मिलते रहेंगे.
स्ट्रॉबेरी मूल रूप से यूरोप और अमेरिका का फल है. भारत में इसकी एंट्री अंग्रेजों के दौर में मानी जाती है. शुरुआती समय में अंग्रेज इसे शौकिया तौर पर हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे ठंडे इलाकों में उगाया करते थे. लंबे समय तक इसे सिर्फ बगीचों और अनुसंधान केंद्रों तक सीमित रखा गया. आम किसानों के लिए यह फसल न तो तकनीकी रूप से आसान थी और न ही बाजार तैयार था. 1990 के बाद स्थिति बदलनी शुरू हुई.
IMD Weather News: मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों में 17 से 21 दिसंबर के बीच घने कोहरे और शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब और दिल्ली एनसीआर में सुबह के समय दृश्यता घटेगी. जानें आईएमडी ने तापमान को लेकर क्या पूर्वानुमान जारी किया है. पढ़ें मौसम का पूरा अपडेट...
Makka Mandi Bhav: मध्य प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में मक्का MSP 2400 रुपये से काफी नीचे बिक रहा है. एमपी में तेज आवक के चलते कई मंडियों में 825, 900 और 1100 रुपये तक न्यूनतम भाव मिल रहा है. मॉडल रेट भी कमजोर बने हुए हैं. देखेें मक्का का ताजा मंडी रेट...
बिहार सरकार ने गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से राज्य के मत्स्य और डेयरी क्षेत्र को सशक्त, आधुनिक एवं जलवायु-संवेदनशील बनाने की दिशा में दो ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. इसके तहत बिहार एक्वाकल्चर इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम और डेयरी ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत की गई.
कांग्रेस ने एमपी की भाजपा सरकार पर किसान विरोधी नीतियों का आरोप लगाया. सचिन यादव ने कहा कि राज्य में अब तक बिजली, एमएसपी और खरीद के वादे पूरे नहीं हुए हैं. खाद संकट, मंडी बोर्ड पर कर्ज और स्टाफ की कमी से व्यवस्था चरमराई हुई है.
नेक्टर ओरिजिन प्राइवेट लिमिटेड का प्रीमियम पशु आहार, मनका पशु आहार, गायों और भैंसों की सेहत को मज़बूत करता है और दूध उत्पादन बढ़ाता है. यह पौष्टिक चारा किसानों को अपनी आय बढ़ाने, जानवरों की इम्यूनिटी बेहतर बनाने और दूध की बेहतर क्वालिटी सुनिश्चित करने में मदद करता है.
एटा की मलावन गोशाला में योगी सरकार की गो-कल्याण योजना नवाचार का मॉडल बन रही है. यहां इको-थर्मल कंबल, गोबर से कम्पोस्ट और गो-कास्ट बनाए जा रहे हैं. 30 सखी दीदियों को प्रशिक्षण देकर गोशाला को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.
परंपरागत खेती से अलग राह चुनकर मुजफ्फरपुर के एक किसान ने कमर्शियल नीम की खेती से बड़ी सफलता हासिल की है. मुजफ्फरपुर जिले के शिरकोहिया गांव निवासी अनिल कुमार एक एकड़ में कमर्शियल नीम की M6 और 112 वैरायटी की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें सालाना ढाई से तीन लाख रुपये तक की आमदनी हो रही है.
सरकार के मुताबिक PM-कुसुम योजना से 20 लाख से ज्यादा किसानों को सीधा फायदा, सोलर पावर प्लांट और पंपों से आय बढ़ी और लागत घटी.
इस प्रोजेक्ट का मकसद उन इलाकों में पेड़ लगाना है जिसकी पहचान वन विभाग की तरफ से की गई है. इन इलाकों में बड़े पैमाने पर पेड़ लगाने के उपाय लागू किए जाएंगे. ऐसे में इससे किसानों और बागवानों की इनकम में भी इजाफा होगा. प्रोजेक्ट के जरिये 40 साल के लाइफ साइकिल में फेज्ड इम्प्लीमेंटेशन मॉडल का इस्तेमाल करके 50,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर बड़े पैमाने पर एग्रोफॉरेस्ट्री को अपनाया जाएगा.
साल 1965 में CIA और भारत के इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भारत की दूसरी सबसे ऊंची चोटी नंदा देवी पर एक सीक्रेट मिशन लॉन्च किया. इस मिशन के तहत नंदा देवी एक ऐसा डिवाइस इंस्टॉल किया जो न्यूक्लियर एनर्जी से ऑपरेट होता था. अभी तक किसी प्रदूषण की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एक्सपर्ट्स ने लंबे समय से चेतावनी दी है कि रेडियोएक्टिव मटेरियल पहाड़ की बर्फ से निकलने वाली नदियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
मक्के की प्रोसेसिंग यूनिट कम पैसों में शुरू की जा सकती है, जहां चूरी और कॉर्न फ्लोर बनाकर अच्छी आमदनी होती है. इसमें जरूरी सामान, काम करने का तरीका, बिक्री की जगह और मुनाफा बढ़ाने के सरल टिप्स समझाए गए हैं.
महाराष्ट्र स्टेट प्याज प्रोड्यूसर एफपीओ ने राष्ट्रीय प्याज भवन बनाने की घोषणा की. बीज रिसर्च, कीमत रेगुलेशन, डायरेक्ट सेल्स और मार्केट मॉनिटरिंग से किसानों की आय स्थिर करने का दावा.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today