अध्ययनों से पता चला है कि आइसोफ्लेक्स® एक्टिव और मेट्रिब्यूज़िन दोनों के साथ तैयार किया गया एम्ब्रीवा® हर्बिसाइड, फलारिस माइनर के खिलाफ शुरुआती पोस्ट-इमर्जेंस नॉक-डाउन गतिविधि और अवशिष्ट नियंत्रण प्रदर्शित करता है, जिसे 'गुल्ली डंडा' या 'मंडूसी' के रूप में भी जाना जाता है, जो महत्वपूर्ण फसल-खरपतवार से गेहूं की रक्षा करता है.
इस स्कीम के आप लाभार्थी हैं और आपके खाते में पैसे आते रहे हैं, लेकिन इस बार नहीं आए तो आपको PM Kisan List 2024 ऑनलाइन देख लेना चाहिए. इस लिस्ट से आपको पता चल जाएगा कि पीएम किसान की लाभार्थी सूची में आपका नाम है या नहीं. अगर लाभार्थी सूची (बेनेफिशियरी लिस्ट) में नाम नहीं है तो आपको पीएम किसान स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा. इस लिस्ट को देखने के लिए आपको नीचे बताए गए 5 स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पशुपालकों को उन्नत नस्लों का चयन करने की जरूरत है. उन्होंने गाय में भी सेक्स सॉर्टेड सेमन के उपयोग पर भी बल दिया, जिससे दूध उत्पादन में बढ़े और आवारा गोवंश से छुटकारा मिले. पशुओं के इलाज के लिए मोबाइल वेटरनरी वैन चलाने की घोषणा की गई है.
दूसरे राज्यों से पशु उत्पाद खरीदने की निर्भरता कम करने और राज्य में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा और किसानों की आय बढ़ाने के लिए झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना शुरू की है, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है. कई किसानों की आय बढ़ने के अलावा पशु चिकित्सा को बढ़ावा मिला है.
मौसम विभाग का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. यह नया सिस्टम उत्तर भारत पर सक्रिय हो गया है. इसके चलते उत्तर भारत के कई राज्य जैसे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, यूपी के साथ-साथ राजस्थान भी इस सिस्टम से प्रभावित होंगे.
कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि 'मुझे यहां आए करीब एक महीना हुआ है. कई इलाकों के ग्रामीण और किसान आकर मुझसे शिकायत कर चुके हैं. कहीं सूअरों ने मवेशियों के बच्चों तो कहीं लोगों पर अटैक भी किया है. कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि हम इसके लिए अखबार में विज्ञापन देकर कहेंगे कि अगर किसी के हैं तो वो ले जाएं. वरना, सूअरों का ऑक्शन करवा देंगे. यह सब विकास अधिकारी के मार्फत होगा.
पराली जलाना लंबे समय से उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण रहा है. सर्दियों के मौसम से पहले पराली जलाने और प्रदूषण को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच कहा गया है कि पंजाब सरकार पराली जलाने के मामलों को तीजे से नीचे लाने में कामयाब हुई है. पराली जलाने की घटनाओं में 70 फीसदी की कमी आई है. इसमें CRM मशीनें बहुत कारगर साबित हुई हैं.
तेईपुर गांव के रहने वाले किसान गुरमुख सिंह और जतिंदर सिंह भी ऐसे ही किसान हैं. दोनों ही किसान भाई हैं. उनके पास 10 एकड़ की जमीन है. उन दोनों ही भाईयों ने पिछले 9 सालों के दौरान भी पराली नहीं जलाई है.
महिलाओं के बिना खेती बाड़ी अधूरी है. खेती में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होने के बावजूद इससे होने वाली आमदनी में उनकी भागीदारी नगण्य होती है. सदियों से नजरंदाज की जाती रही इस बात पर यूपी में Yogi Govt ने ध्यान दिया है. इसके तहत अब गांव की महिलाओं को कृषि आजीविका सखी बनाया जाएगा.
9 अक्टूबर को लेकर जारी किए गए मौसम पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने कहा है कि आज केरल तमिलनाडु, रायलसीमा और तटीय कर्नाटक में भारी वर्षा का दौर देखने के लिए मिल सकता है. इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
छत्तीसगढ़ में धान की उम्दा पैदावार होने के कारण इस राज्य को देश का धान का कटोरा कहा जाता है. हर साल की तरह इस साल भी छत्तीसगढ़ में धान की बेहतर उपज होने का अनुमान है. इसके मद्देनजर राज्य की VD Sai Govt ने इस साल के लिए Paddy Procurement की कार्ययोजना को अंतिम रूप दे दिया है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसान राजनीति प्रभावी तौर पर पीक रही, जिसमें किसान संंगठनों, किसान नेताओं और विपक्षी दलों की तरफ से बीजेपी को उसकी नीतियों को लेकर कटघरे में रखा गया. इसके पीछे की मुख्य वजह लोकसभा चुनाव का परिणाम था.
गुजरात का गिर नेशनल पार्क और इससे सटे इलाकों को शेरों को नेचुरल हैबिटेट माना जाता है. हाल ही में केंद्र सरकार ने इनके संरक्षण और क्षेत्र में सतत विकास में संतुलन बनाए रखने के लिए इको सेंसिटिव ज़ोन में कुछ बदलाव किए है, लेकिन गिर सोमनाथ समेत चार जिलों के किसान इसका विरोध कर रहे है.
हरियाणा में बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए जीत दर्ज की है. इसके पीछे कुछ बड़ी वजहें हैं. जानकार बताते हैं कि इस चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का चेहरा आगे रखा गया जिसका अच्छा असर लोगों के बीच गया. सैनी ने अपनी मिलनसार छवि को आगे किया और खट्टर की अनुशासन वाली छवि से सरकार को मुक्ति दिलाई.
फसल विविधीकरण और प्राकृतिक खेती को अपनाते हुए यूपी के प्रगतिशील किसान ने धान की बजाय बाजरा की खेती की है, जिसमें उन्हें सिर्फ बीज और खेत की जुताई का खर्च आया है. 30 क्विंटल फसल उत्पादन की संभावनाओं को देखते हुए उन्हें 64 हजार रुपये से अधिक का मुनाफा होने की उम्मीद है.
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में सब्जियों की कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि के कारण, शाकाहारी थाली की कीमत में 11 फीसदी की वृद्धि हुई. इसी तरह पिछले महीने प्याज की आवक कम होने के चलते कीमतें 53 फीसदी बढ़ गईं.
संक्रमण को देखते हुए नासिक के कलेक्टर जलज शर्मा ने वैसे पशुओं को दूसरी जगह पर ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है. जिन पशुओं का नेशनल डिजिटल लाइवस्टॉक मैनेजमेंट पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, उन पशुओं को भी दूसरी जगह पर ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
देश में बागवानी फसलाें- फलों और सब्जियों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश भी अपनी भूमिका निभा रहा है. योगी सरकार द्वारा ओडीओपी घोषित होने के बाद कुशीनगर में केले की बंपर पैदावार हो रही है. अब देश के कई राज्यों में यहां से केले अन्य मंडियों में जा रहे हैं.
ICAR-IARI ने सबसे कम समय में तैयार होने वाली गेहूं की उन्नत किस्म पूसा-HD3406 पेश की है. इस किस्म की बुवाई की सलाह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों को दी गई है. यह किस्म गेहूं में होने वाले कई रोगों से लड़ने भी सक्षम होने के चलते बंपर पैदावार देती है.
देश के सभी राज्यों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन गुजरात में एक जिला ऐसा भी है जहां किसान सिर्फ प्राकृतिक खेती करके ही अनाज, सब्जी और फल उगाते हैं. यह जिला पूरे देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिहाज से आदर्श जिला साबित हो रहा है.
सरसों यह किस्म अधिक उपज के लिए जानी जाती है. यह किस्म बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है. यह अधिक उपज देने वाली किस्म है और इससे तेल अधिक निकलता है इसलिए इस किस्म की खेती से किसानों को अच्छी कमाई होती है.
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