UP News: कृषि विभाग से जारी रिपोर्ट के मुतबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 79.76 प्रतिशत कार्य पूर्णता के साथ प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है. इसके बाद बस्ती जिला 79.05 प्रतिशत कार्य पूरा कर दूसरे और सीतापुर 78.22 प्रतिशत प्रगति के साथ तीसरे स्थान पर है.
10वीं बार नीतीश कुमार ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ—24 घंटे के भीतर रामकृपाल यादव को मिला कृषि मंत्रालय. 1 साल पहले लोकसभा चुनाव हारने के बाद अब बड़ी वापसी.
अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम ये जानने के लिए देखें मौसम के जानकार देवेंद्र त्रिपाठी के साथ ये खास प्रोग्राम। जानें अगले कुछ दिनों के दौरान कहां होगी बारिश किन जगहों के लिए जारी किया गया है अलर्ट.
करनाल जिला प्रशासन की खास प्लानिंग और कृषि विभाग के अहम योगदान की बदौलत करनाल जिले ने हरियाणा में पराली प्रबंधन के मामले में पहला स्थान हासिल कर लिया है. कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, जिला करनाल में धान सीजन में केवल 18 मामले दर्ज किए गए है, जबकि पिछले साल की बात करें तो जिले में कुल 96 मामले सामने आए थे. जो बताता है कि प्रशासनिक ओर कृषि विभाग के अधिकारियों की मेहनत की वजह से जिला में पराली जलाने के मामलों में करीब 95 प्रतिशत की रिकार्ड तोड़ कमी आई है.
वर्ल्ड फिशरीज़ डे के मौके पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के वैज्ञानिक ने बताया कि बिहार में हिलसा मछली पालन का क्षेत्र अभी बहुत सीमित है. इसके कई कारण हैं. हिलसा मछली मुख्य रूप से समुद्री क्षेत्र में पाई जाती है और इनके गुणवत्तापूर्ण बीज बिहार में उपलब्ध नहीं हो पाते.
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने फसल वर्ष 2024-25 के अंतिम अनुमान जारी किए. इस दौरान खाद्यान्न उत्पादन 357.73 मिलियन टन से पार गया और चावल, गेहूं, दलहन-तिलहन सहित कई फसलों में रिकॉर्ड पैदावार हुई. कृषि मंत्री ने किसानों और नरेंद्र मोदी का आभार जताया.
झारखंड के धनबाद में लोकल मछुआरों और विस्थापितों के जीवनयापन को सहारा देने के लिए मत्स्य विभाग ने एक अच्छी पहल शुरू की है. जिला मत्स्य विभाग ने पंचेत डैम के सावला पुर क्षेत्र में दो दिवसीय 'उँगलिका' मछली संचयन का काम शुरू किया है. इसे फिंगरलिंग रिलीज भी कहते हैं. हर साल की तरह इस साल भी बड़ी संख्या में मछलियां जलाशय में छोड़ी जा रही हैं.
मुंबई में आयोजित एशियन सीड कांग्रेस 2025 में 1200 कंपनियों की भागीदारी. भारत ने अगले पांच वर्षों में बीज निर्यात 800 करोड़ से बढ़ाकर 5000 करोड़ करने का रोडमैप रखा.
महाराष्ट्र में मई–जून की रिकॉर्ड बारिश ने 60–70 हजार अंगूर किसानों की कमर तोड़ी. 2026 तक फल न आने की आशंका, 2027 की फसल भी अनिश्चित.
नागपुर में एग्रो विजन के उद्घाटन पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 70 करोड़ रुपये से संतरा उत्पादकता बढ़ाने हेतु क्लीन प्लांट सेंटर शुरू करने की घोषणा की. संतरा किसानों को वायरस-मुक्त पौधे देने के लिए यह सेंटर स्थापित होगा.
सरकार की तरफ से बताया गया है कि किसान अपनी फसल बुआई के समय के अनुसार आवेदन जमा कर सकते हैं. ज्यादा जानकारी के लिए किसान अपने क्षेत्र के कृषि विकास अधिकारी, ब्लॉक कृषि अधिकारी, सबडिविजन उपमंडल कृषि अधिकारी या कृषि डिप्टी डायरेक्टर से संपर्क कर सकते हैं.
ज्वार जिसे अंग्रेजी में Sorghum कहते हैं, एक प्राचीन अनाज है. आज की बदलती लाइफस्टाइल और डाइट के लिए बढ़ती अवेयरनेस ने इसे एक सुपरफूड का दर्जा दे दिया है. ग्लूटेन-फ्री होने के साथ-साथ यह फाइबर, प्रोटीन, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है. डायबिटीज और वेटलॉस करने वालों के लिए यह बेहद फायदेमंद माना जाता है.
Kesar Ki Kheti: कश्मीर के पंपौर में इस साल केसर की पैदावार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसका खेती क्षेत्र 1990 के दशक के 5700 हेक्टेयर से घटकर 3665 हेक्टेयर रह गया है, जिससे किसानों की आय पर बड़ा असर पड़ा है. यहां 20 हजार परिवार केसर की खेती पर निर्भर हैं.
राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, किसानों की बढ़ेगी कमाई, केंद्र की मंजूरी के बाद कई उपज की 24 नवंबर से शुरू होगी खरीद प्रक्रिया, 3 लाख से अधिक किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन—बायोमेट्रिक पहचान अनिवार्य.
APEDA's Basmati Exclusive Rights Plea Rejected: न्यूजीलैंड और केन्या की अदालतों ने बासमती चावल पर भारत की विशेष मार्केटिंग अधिकार की मांग खारिज कर दी. इससे APEDA की अंतरराष्ट्रीय दावेदारी को बड़ा झटका लगा. जानिए दोनों देशों की कोर्ट ने याचिका पर क्या कहा...
Sahitya AajTak 2025: दिल्ली में साहित्य आजतक के आठवें संस्करण का आगाज हो गया है. साहित्य आजतक की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने कहा कि यह साल बीते पलों की कसक, अनिश्चितताओं और रिश्तों की गर्माहट को नई नजर से देखने का है.
आदम चीनी चावल, जो अपने चीनी जैसे दाने, अच्छी खुशबू और पकाने में बढ़िया क्वालिटी के लिए जाना जाता है, लंबे समय से अपने लंबे कद और धीरे पकने की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहा है. पहले, इसकी ऊंचाई 165 सेमी तक होती थी. इससे खराब मौसम में यह आसानी से झुक जाता था, जिससे इसका टेक्सचर और पैदावार खराब हो जाती थी.
Horticulture Crop Tips: हिमाचल में ठंड और कोहरे का असर बढ़ने से फलदार पौधों पर खतरा बढ़ गया है. उद्यान विभाग ने आम, लीची, पपीता, अमरूद जैसे पौधों को बचाने के लिए कई उपाय सुझाए हैं. जानिए एक्सपर्ट ने फसलों के बचाव के लिए क्या-क्या जानकारी दी...
दिल्ली के इंजीनियर अर्पित धूपड़ पराली से माईसीलियम पैकेजिंग बना रहे हैं, जो थर्माकोल का पर्यावरण-हितैषी विकल्प है. उनकी कंपनी हर साल 1200 टन पराली जलने से बचाती है. पढ़ें सफलता की कहानी...
कम लागत, अधिक पैदावार और बढ़ती मार्केट कीमतों के कारण अमरूद की बागवानी छोटे किसानों के लिए बन रही बेहतर कमाई का जरिया. नई-नई किस्में दिला रहीं बंपर मुनाफा.
हरियाणा के गोहाना और रोहतक में पराली जलाने पर कार्रवाई तेज, 14 किसानों पर FIR—जुर्माना और MSP पर रोक लगाकर सरकार ने दिए सख्त संदेश.
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