जो लोग ट्रैक्टर में कम जानकारी रखते हैं या पहली बार नया खरीद रहे हैं, वह किसान अमूमन ज्यादा गलती कर जाते हैं और बाद में पैसा बरबादी के साथ-साथ परेशान भी रहते हैं. इसलिए हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे रहे हैं जो आपको नया ट्रैक्टर खरीदते वक्त बहुत काम आएंगी.
अब 15 से 20 दिनों में मुजफ्फरपुर की शाही लीची बाजारों में आ जाएगी. उससे पहले हुई यह बारिश लीची के लिए किसी अमृत से कम नहीं है. बिहार में अचानक मौसम परिवर्तन के बाद लीची किसानों को काफी फायदा हुआ है. मुजफ्फरपुर की सुप्रसिद्ध शाही लीची में लालपन आना शुरू हो गया है.
पशु का पेट खराब होना यानी अफरा होना. ये पशुओं की आम परेशानी है. इसकी मुख्य वजह हरा चारा भी है. लेकिन जरूरी है कि पशु का पेट खराब होते ही उसका इलाज शुरू कर दिया जाए, नहीं तो पशु खाना-पीना छोड़ देता है.
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के माढा तालुका के अरन गांव के किसान दत्तात्रेय घाडगे ने अपने बगीचे में आम के पेड़ों कई तरह के प्रयोग किए. इन प्रयोगों के बाद उन्हें तीन किलो आम उगाने में सफलता हासिल हुई है. उन्होंने इस आम का नाम शरद आम रखा है. किसान दत्तात्रेय ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस आम का वजन तीन किलो है.
बड़े पैमाने पर किसान अदरक खेती करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदरक की अच्छी पैदावार के लिए यह जानना जरूरी है कि किस प्रकार से बीज की बुवाई करने पर अधिक उत्पादन होगा. अदरक की बुवाई के लिए प्रमुख रूप से तीन विधियों का इस्तेमाल किया जाता है. आइए जानते हैं कौन सी है वो तीन विधि.
गुलाबी मशरूम कि खासियत की बात करें तो, जहां दूसरो मशरूमों को ताजा ही खाना पड़ता है, वहीं गुलाबी मशरूम की एक खास बात यह है कि सूखने के बाद भी इसे पानी में उबालकर बिल्कुल ताजे जैसा बनाया जा सकता है.गुलाबी मशरूम कम लागत में कमाई का बेहतरीन अवसर है.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन हर्ब्स को आप घर में ही उगा सकते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं पुदीना, धनिया और तुलसी की. आज हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे घर में ही इन पौधों को उगा सकते हैं और पूरे सीजन इन सभी चीजों का आनंद ले सकते हैं.
गर्मी का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है और कमजोरी, थकान, पेट की समस्या जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए आज हम आपको 5 ऐसे फूड आइटम्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप गर्मियों में भी फिट और एनर्जेटिक रह सकते हैं.
हर किसान चाहता है कि उसकी सरसों से अधिक से अधिक तेल निकले. इसके लिए सरसों की उन्नत किस्मों की खेती के अलावा कुछ अन्य बातों पर ध्यान देना होता है. उन्नत किस्में अधिक तेल देती हैं. जानिए किन उपायों से सरसों से ज्यादा तेल हासिल किया जा सकता है.
किसान ने बताया कि जितनी कीमत मिल रही है. उससे ज्यादा लागत इस फसल की कटाई और ढुलाई में आ रही है. यही वजह है कि किसान इसे खेत से निकालकर अपने गाड़ियों में डालकर खुली सड़क के किनारे फेंक रहे हैं, ताकि आसपास के मवेशी इसे खा सकें.
वैसे तो डीजल इंजन हमेशा से ही हीट होने के बाद भी अच्छे से काम करते हैं और ज्यादा अच्छा परफॉर्म करते हैं, मगर यही डीजल इंजन जब जरूरत से ज्यादा हीट हो जाए तो ट्रैक्टर बंद भी पड़ सकता है. पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ते ही पारा लगभग 50 डिग्री पहुंचने लगता है, ऐसे में ट्रैक्टर के डीजल इंजन भी हीट के मारे दम तोड़ने लगते हैं.
वैजयंती का अर्थ होता है विजय दिलाने वाला, इसलिए सनातन धर्म में इसकी बहुत ज्यादा मांग रहती है और धार्मिक स्थलों पर इसकी माला 500 रुपये तक में बेची जाती है. किसान रामविलास ने बताया कि वैजयंती का पौधा काफी गुणकारी होता है और घर में लगाना काफी अच्छा माना जाता है.
हरेंद्र कुमार बताते हैं कि छोटे किसानों के लिए हर बार ट्रैक्टर किराए पर लेना बेहद महंगा होता है. इसके अलावा, मंडी तक फसल ले जाने के लिए अलग से गाड़ी किराए पर लेनी पड़ती है. ऐसे में उन्होंने कबाड़ी सामान और पुराने पार्ट्स की मदद से खुद ही एक जुगाड़ गाड़ी बना ली.
दावा है कि यह गुड़ शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. वहीं जहां ऑर्गेनिक गुड़ के नाम पर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है तो तुषार का तैयार किया गुड़ खरा उतर रहा है. येरवळे में बनने वाला यह प्राकृतिक गुड़ अत्यंत उच्च गुणवत्ता का है और इसकी अच्छी मांग है.
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