यदि आपने भी अपने होम गार्डन में सर्दी के मौसम में उगने वाले फल, फूल या सब्जी के पौधे लगा रखे हैं और उनमें खाद डालने की जानकारी चाहते हैं, तो आज हम आपको बताने वाले हैं कि सर्दी के दौरान पौधों के लिए कौन सी खाद बेस्ट खाद हैं और पौधों में खाद कब और कैसे डालें.
भारत में हर साल बड़ी मात्रा में अनाज खेत से थाली तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाता है. सरकारी अध्ययन के मुताबिक, कटाई के बाद भंडारण, ढुलाई और सप्लाई चेन की कमजोरियों से पोस्ट-हार्वेस्ट नुकसान करीब 92,651 करोड़ रुपये तक आंका गया है. अनाज, दाल और तिलहन का हिस्सा सबसे ज्यादा है. सरकार मानती है कि हाल के वर्षों में कुछ सुधार हुआ है, इसलिए नई स्टडी के लिए टेंडर भी निकाले गए हैं.
सर्दियों का मौसम पौधों के लिए सबसे नाजुक समय माना जाता है. ठंड बढ़ते ही मिट्टी देर से सूखती है और पौधों की जड़ें सुस्त हो जाती हैं. ऐसे में पानी और खाद की जरूरत कम हो जाती है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही भी पौधों को मुरझाने पर मजबूर कर सकती है.
भारत दुनिया के शीर्ष 3 फल और सब्जी उत्पादक देशों में शामिल है. चीन के बाद भारत का स्थान वैश्विक स्तर पर सबसे मजबूत माना जाता है. केला, आम, पपीता, नींबू और भिंडी जैसी फसलों में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है. जलवायु विविधता और किसानों की मेहनत इसकी बड़ी वजह है.
खेती में जरूरत से ज्यादा रासायनिक खाद मिट्टी को बीमार बना देती है. जानिए कैसे इससे मिट्टी के पानी पकड़ने की क्षमता पर असर पड़ता है और पौधों-फसलों की जड़ें कमजोर होती हैं...
अब बाज़ार से महंगी लेटस खरीदने की ज़रूरत नहीं है. आप अपनी छत या बालकनी पर खुद लेटस उगा सकते हैं और सिर्फ़ 35-40 दिनों में ताज़ा सलाद पा सकते हैं. इसे उगाना आसान है, इसे कम धूप की ज़रूरत होती है, और यह आपकी सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. इसे सलाद, सैंडविच या जूस में डालकर हेल्दी और ताज़ा खाना खाएं.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-किसान) योजना के तहत किसानों को सालाना ₹6,000 मिलते हैं. जैसे-जैसे बजट 2026 नज़दीक आ रहा है, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार यह रकम बढ़ाकर ₹10,000 या ₹12,000 कर सकती है. किसानों को इस बढ़ोतरी की उम्मीद है. जानें कि नई किस्त कब और कैसे दी जाएगी और कौन से दूसरे राहत उपायों की घोषणा की जा सकती है.
सर्दियों का हल्का कोहरा फसलों के लिए नुकसान नहीं, बल्कि फायदा पहुंचाता है. जानिए आखिर कोहरा कैसे खेत में लगी फसलों की कैसे रक्षा करता है. खासकर गेहूं और अन्य रबी फसलों की बढ़वार में यह कैसे मदद करता है.
धौलपुर के किसान आलू की खेती से लाखों रुपए कमा रहे हैं. पेप्सीको और अन्य चिप्स कंपनियों से जुड़ी के साथ ओमपाल सिंह जैसे किसान एन-ड्रिप सिस्टम का इस्तेमाल कर पानी, बिजली और खाद घनत्व हुए उच्च पैदावार कर रहे हैं. पंच गौरव योजना और आधुनिक तकनीक से धौलपुर का आलू देशभर में लोकप्रिय हो रहा है.
घर पर गमले में शलजम उगाना बेहद आसान है. ठंड के मौसम में सही मिट्टी, धूप और थोड़ी देखभाल से आप बालकनी या छत पर स्वादिष्ट शलजम उगा सकते हैं. इस लेख में बीज बोने से लेकर देखभाल और कटाई तक की आसान जानकारी दी गई है, जिसे बच्चे भी आसानी से समझ सकते हैं.
Kanpur News: जापानी प्रतिनिधिमंडल के साथ-साथ विश्वविद्यालय की ओर से निदेशक शोध डॉ आरके यादव, डॉ पीके सिंह, डॉ केशव आर्य, डॉ राजीव आदि वैज्ञानिकों की टीम द्वारा टोमैटेक कंपनी, जापान द्वारा फूल गोभी और मूली फसलों पर सूक्ष्म पोषक तत्वों के प्रभाव जानने के लिए लगाए गए शोध परीक्षणों का भी अवलोकन किया गया.
क्या आप जानते हैं कि एक किलो गेहूं उगाने में हजारों लीटर पानी खर्च होता है. वैज्ञानिक अध्ययनों के मुताबिक गेहूं का वॉटर फुटप्रिंट 1800 लीटर से भी ज्यादा है. भारत के कुछ राज्यों में यह आंकड़ा और भी चौंकाने वाला है.
भिलाई में 'रन फॉर फार्मर्स' इवेंट के साथ राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया गया. इस दौड़ में सभी उम्र के लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें एथलीट, पुलिस अधिकारी, भारतीय सेना के जवान और सीनियर सिटीजन शामिल थे. धवला फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस इवेंट का मकसद किसानों के योगदान का सम्मान करना और समाज में जागरूकता फैलाना था.
यदि आप भी अपने किचन गार्डन में लगी सब्जियों को हरा भरा रखकर अच्छा उत्पादन हासिल करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. सर्दियों के मौसम में तो फसलों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है. इस मौसम में कई बार पौधे सुख जाते हैं, उनका विकास रुक जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं किन बातों का रखें ध्यान.
अगर आप सर्दी के मौसम में अपने पौधों को मरने से बचाना चाहते हैं तो हम आपके लिए कुछ बेहद आसान और किफायती टिप्स लेकर आए हैं. जिन्हें अपनाकर आप अपने पौधों की ग्रोथ बढ़ा सकते हैं. वो कैसे आइए जानते हैं.
अधिक उपज के लिए आप अपने घरों में चेरी टमाटर उगा सकते हैं. चेरी टमाटर सामान्य टमाटर की तुलना में आकार में छोटे होते हैं. इनकी खासियत यह है कि एक पौष्टिक विकल्प होते हैं. यही कारण है कि ये सामान्य टमाटर की तुलना में महंगे बिकते हैं.
सर्दियों में खाई जाने वाली एक आम सी सब्जी खेत के लिए बड़ा काम कर जाती है. यह फसल सिर्फ पैदावार नहीं देती, बल्कि मिट्टी की ताकत भी बढ़ाती है. किसान इसे उगाकर अगली फसल में फायदा देखते हैं. आखिर क्या है इस सब्जी की खासियत, जो इसे साधारण से अलग बनाती है, जानिए Fact Of The Day में.
Potato Interesting Facts: क्या आपने कभी सोचा है कि आलू बीज से क्यों नहीं उगाया जाता. वैज्ञानिकों के मुताबिक आलू असल में बीज नहीं, बल्कि पौधे का बदला हुआ तना यानी ट्यूबर होता है. इसी ट्यूबर की आंखों से नया पौधा निकलता है. यही वजह है कि किसान आलू को काटकर खेत में बोते हैं. पढ़ें इसकी खेती से जुड़ी रोचक जानकारी...
अगर आप अपने किचन गार्डन में कुछ अलग और खास उगाना चाहते हैं, तो केवल 4 बादाम से शुरू की गई यह खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है. यह पौधा न सिर्फ आपके घर की सुंदरता बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में आपको घर का उगा हुआ मेवा भी दे सकता है. थोड़ी सी देखभाल, सही तकनीक और धैर्य के साथ आप आसानी से बादाम की होम गार्डन खेती सफल बना सकते हैं.
रबी सीजन में लहसुन की खेती से किसानों को शानदार मुनाफा मिल सकता है. जानिए लहसुन की टॉप 3 किस्में-यमुना सफेद-3, एग्रीफाउंड पार्वती और ऊटी, उनकी खासियतें, उपज और कमाई की पूरी जानकारी.
Fact of the Day: शहद सिर्फ मिठास नहीं, एक अनोखा प्राकृतिक चमत्कार है. इसे सही तरीके से रखा जाए तो यह समय की मार भी नहीं झेलता. प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आज तक इसकी कहानी हैरान करती है. शहद से जुड़े रोचक तथ्य जानें...
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