जब गाय-भैंस बच्चा दे तो जन्म के पहले घंटे से ही बच्चे की देखभाल शुरू कर देनी चाहिए. बच्चे के जन्म से लेकर आने वाले 20 दिन बहुत खास होते हैं. बच्चे का खानपान कैसा हो, उम्र के हिसाब से शेड कैसा तैयार किया जाए इन बातों का भी बहुत ख्याल रखने की जरूरत होती है.
भैंस के गर्भधारण की बात करें तो ये बहुत ही नाजुक दौर होता है. पशु चिकित्सक से भी भैंस के गर्भ की जांच करा सकते हैं. और जब ये पक्का हो जाए कि भैंस गर्भ से है तो उनकी तीन तरह से देखभाल शुरू कर दें.
फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर गुरुवार अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सुबह न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया. इससे पहले यहां बुधवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री दर्ज किया गया था.
अगर आप भी कम खर्च में बड़ा मुनाफा कमाने का सपना देख रहे हैं तो बकरी पालन एक बेहतरीन विकल्प है. खासकर सोनपरी बकरी जैसी उन्नत नस्लों से आप हर महीने मोटी कमाई कर सकते हैं. तो देर किस बात की? आज ही बकरी पालन शुरू.
आज के समय में बकरी पालन एक सफल रोजगार है जिसे कर किसान कम समय में अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें ना तो अधिक जगह की जरूरत होती है और ना ही अधिक पैसों की. बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी किसानों की मदद कर रही है.
Top Monsoon Crops: भारत में मॉनसून शुरू होते ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है, जो जून से अक्टूबर तक चलती है. यह समय किसानों के लिए खेती के लिहाज से बेहद अहम होता है. अगर किसान बाजार की मांग के अनुसार फसल चुनें, तो उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सकता है. कुछ खरीफ फसलें ऐसी हैं जिनकी बाजार में मांग ज़्यादा है और ये बेहतर आमदनी दिला सकती हैं.
झारखंड और ओडिशा की सीमा पर बसा बसैया गांव काजू की खेती करता है. दरअसल यह गांव जंगल के बीच में है जहां 25 हजार काजू के पेड़ हैं जिनसे किसान काजू निकालकर बेचते हैं. हालांकि किसानों की शिकायत है कि प्रोसेसिंग प्लांट न होने की वजह से उन्हें कच्चे काजू को बेहद कम दामों पर बेचना पड़ता है.
झारखंड के गोहला गांव के दो युवाओं, दिनेश शर्मा और अनु कुमार दास ने शिमला मिर्च की खेती से नई शुरुआत की है. दिनेश, जो पहले आईटी इंजीनियर थे, कोविड के दौरान नौकरी गंवाने के बाद गांव लौटे और खेती को अपनाया. दोनों युवा हर महीने 70,000 से 1 लाख रुपय की कमाई का अनुमान लगा रहे हैं.
Driverless Tractor: दुनियाभर में कई क्षेत्राें में तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. कृषि क्षेत्र में भी इस परिवर्तन की बानगी देखने को मिल रही है, क्योंकि इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी क्रम में हरियाणा के करनाल जमालपुर गांव के एक युवा किसान ने AI के इस्तेमाल से तीन ट्रैक्टरों को हाईटेक बना दिया है.
Goat Milk Product: करनाल के राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) ने विश्व दूध दिवस के अवसर पर एक खास पहल की है. यहां के डेयरी टेक्नोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक अब बकरी के दूध से कई ऐसे नई डेयरी प्रोडक्ट्स बना रहे हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
सेब की बागवानी अब बर्फीले-ठंडे प्रदेशों तक सीमित नहीं है. मैदानी और गर्म जलवायु वाले इलाकों में भी सेब की बागवानी होने लगी है. आज हम आपको करनाल के एक किसान की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने पांच साल पहले ड़ेढ एकड़ बाग में सेब की दो किस्मों के पौधे लगाए थे और आज उन्हें अच्छा उत्पादन मिल रहा है. साथ ही उन्होंने बादाम के पेड़ भी लगाए हैं.
आज के समय में शुद्ध और ताजी सब्जियां एक बड़ी चुनौती की तरह हैं. ऐसे में अब हर कोई किचन गार्डेनिंग या फिर ऑर्गेनिक फार्मिंग की तरफ बढ़ने लगा है. अगर आपके पास किचन गार्डन के लिए जगह नहीं है और आप ताजी फ्रेश सब्जियां चाहते हैं तो परेशान मत होइए. हम आपको छत पर आसानी से सब्जियां उगाने के टिप्स देंगे. ये टिप्स देखकर आपको लगेगा कि छत पर किचन गार्डन बनाना आसान है.
राजस्थान के कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि नकली खाद बनाकर किसानों और जमीनों को बर्बाद करने वाले यह फैक्ट्री मालिक चार महीने के अंदर जेल भेजे जाएंगे. जांच में खुलासा हुआ है कि राजस्थान और उसके आस पास चल रही सभी 34 खाद कंपनियां नकली खाद बनाने के इस गोरखधंधे में शामिल थीं.
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