गुलाबी सुंडी से कपास को भारी नुकसान होता है. यही कीट है जो कपास को बड़े पैमाने पर बर्बाद करता है. इस कीट से बचाव के लिए वैज्ञानिक कई तरह के सुझाव देते हैं. आइए सुझाओं और नई तकनीकों के बारे में जानते हैं.
FIRB Technique: कृषि मंत्रालय ने सरसों किसानों को FIRB तकनीक अपनाने की सलाह दी है, जिससे 33% पानी की बचत और करीब 10% ज्यादा पैदावार मिलती है. जानिए इसके बारे में...
इस बार किसानों को भारी बारिश और बाढ़ से नुकसान झेलना पड़ा है. इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान का ब्योरा दर्ज कराने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 15 सितंबर कर दी है. जिन किसानों ने ब्योरा दर्ज नहीं किया है, वे जल्द करें.
महिंद्रा ने NOVO ट्रैक्टर सीरीज के 11 साल पूरे होने पर लॉन्च किए नए प्रीमियम फीचर्स. अब मिलेगी mBoost तकनीक, DigiSense 4G, Creeper मोड और 6 साल की वारंटी- जानिए पूरी जानकारी.
Farming Tips: बाढ़ के बाद कीचड़ भरे खेतों में ट्रैक्टर का प्रयोग सोच-समझकर और सावधानी से करना जरूरी है. सही ट्रैक्टर, सही उपकरण और नियंत्रित तरीके से काम करने पर किसान खेतों को जल्दी तैयार कर सकते हैं और अगली फसल की बुवाई समय पर कर सकते हैं.
कम डीजल में ज्यादा काम लें! जानिए ट्रैक्टर का माइलेज बढ़ाने के 7 आसान और असरदार तरीके, जिससे खेती का खर्च कम और मुनाफा ज्यादा होगा.
CNH ने मांजरा ग्रुप को 117 गन्ना हार्वेस्टर और 234 न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर की रिकॉर्ड डिलीवरी की, जिससे भारत में कृषि यंत्रीकरण को मिलेगा बड़ा बढ़ावा.
सीसीआई ने कपास किसानों के लिए कपास किसान ऐप लॉन्च किया है. यह ऐप एक ही जगह कई तरह की सुविधाएं देता है जिसमें कपास बिक्री का रजिस्ट्रेशन, स्लॉट बुकिंग और भुगतान की ट्रैकिंग शामिल है. यह एक ऐप कपास किसानों को बड़ी मदद करेगा.
आपने कई तरह के जूते पहने होंगे, जाहिए है जूतों का जिक्र आए तो लेदर के जूते ही जेहन में आते होंगे. आज आपको टमाटर से बने जूतों के खास प्रयोग बताने जा रहे हैं.
एनटीएच गाज़ियाबाद की केमिकल लैब के निदेशक सुखदेव प्रजापति के अनुसार, इस लैब में उर्वरकों की सख्त जांच की जाती है.
पुणे की एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने एक कार्बन-नकारात्मक प्रक्रिया विकसित करने का दावा किया है जो मिश्रित कृषि अपशिष्ट से बायोसीएनजी और ग्रीन हाइड्रोजन दोनों का उत्पादन करती है. यह रिसर्च ऊर्जा स्वतंत्रता के लिए एक स्वच्छ और अधिक किफायती मार्ग प्रदान करता है.
CNH ने भारत में अपना पहला मेड-इन-इंडिया कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर पेश किया है. कंपनी भारत को मैन्युफैक्चरिंग, तकनीक और इनोवेशन का वैश्विक केंद्र बना रही है, जिससे किसानों को बेहतर और किफायती समाधान मिल सकें.
New Holland Tractors: 19.8 बिलियन डॉलर राजस्व वाली इतालवी-अमेरिकी कृषि और निर्माण उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी सीएनएच इंडस्ट्रियल, भारत में अपना दूसरा न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रही है.
Agriculture Machinery: डॉ त्रिपाठी ने बताया कि योगी सरकार ने कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना, प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्राप रेज्ड्यू आदि योजनाएं शुरू की हैं.
FPO Story of Hapur: हापुड़ जिले के भदस्याना गांव के निवासी युवा किसान हर्षवर्धन त्यागी ने बताया कि नोएडा की एक निजी कंपनी ने इस कोल्ड स्टोरेज को बनाया है. वहीं इसके चेंबर में फलों और सब्जियों को रखने की कैपेसिटी 13 से 15 मीट्रिक टन है. इस यूनिट में फल-सब्जियों को शून्य डिग्री सेल्सियस तापमान तक स्टोर कर सकते हैं.
डायलॉगनेक्स्ट 2025 में त्रिलोचन महापात्रा ने कहा कि भारत को GM और जीन एडिटिंग तकनीकों की जरूरत है, पर मंजूरी का आधार किसानों को लाभ होना चाहिए. उन्होंने वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि शोध से पहले किसानों से संवाद करें ताकि तकनीक का सीधा फायदा उन्हें मिले.
Varanasi News: प्रधान वैज्ञानिक डॉ. गोविन्द पाल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ड्रोन से निकलने वाली दवाओं की सूक्ष्म बूंदें अत्यंत बारीकी से पूरे खेत में फैल जाती हैं. इससे फसल पर रोग और कीटों का असर शीघ्र नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने इसे खेती के भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक और उपयोगी तकनीक बताया.
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट बिजनेस के अध्यक्ष, वीजय नकड़ा ने कहा, “हम महिंद्रा ARJUN सीरीज पर गर्व करते हैं, जो देश के 2.5 लाख से अधिक किसानों का भरोसेमंद साथी रहा है. पंजाब के गेहूं के खेत हों, महाराष्ट्र की कपास की बेलें या तमिलनाडु के धान के खेत, ARJUN सीरीज देश के विविध खेतों में समृद्धि की ताकत बनी हुई है.”
CRISPR–Cas9 एक आधुनिक जीन एडिटिंग तकनीक है, जिससे DNA को बहुत ही सटीक तरीके से काटकर उसमें जरूरी बदलाव किए जाते हैं. पहले इस तकनीक का उपयोग केवल प्रयोगशालाओं और रिसर्च तक सीमित था, लेकिन अब इसका इस्तेमाल पशुओं के जीनोम सुधार के लिए भी बड़े पैमाने पर हो रहा है.
GST Council की बैठक के बाद किसानों के लिए गुड न्यूज आई है. ट्रैक्टर से लेकर मॉडर्न सिंचाई की तकनीक और आधुनिक कृषि यंत्रों पर लगने वाली जीएसटी में कटौती की गई है जिसके बाद उनकी कीमतों में काफी कमी आई है. इस खबर में जान लेते हैं कि कौन से यंत्रों पर कितना पैसा बचेगा?
Sonalika Tractor Sale August 2025: अगस्त 2025 में सोनालीका ने अब तक का सर्वाधिक 10,932 ट्रैक्टरों की बिक्री दर्ज की है. इसमें घरेलू बाजार में 28% वृद्धि दर्ज की गई. पारदर्शिता और किसान-केंद्रित रणनीति से कंपनी ने भारतीय कृषि में अपनी मजबूत पहचान बनाई है.
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