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तकनीक News

Potato Farming: आलू की खेती का नया सीक्रेट, बस ये तरीका अपनाएं और पाएं बंपर पैदावार

Potato Farming: आलू की खेती का नया सीक्रेट, बस ये तरीका अपनाएं और पाएं बंपर पैदावार

Dec 26, 2025

आलू की खेती से बंपर पैदावार पाने की खास तकनीक यानी सीक्रेट है. जब फसल 50-60 दिन की होती है, तो एक खास तकनीक से आलू का आकार बड़ा हो सकता है, वजन बढ़ सकता है और कुल उत्पादन में 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है. यह कम लागत में मुनाफा बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका है, जिससे न केवल फसल की गुणवत्ता सुधरती है बल्कि किसानों की आमदनी में भी भारी इजाफा होता है. जिसके बारे में डिटेल जानकारी दी गई है.

Modern Farming: खेतों में खाद का छिड़काव का काम होगा आसान, इस मशीन से बचेगा समय 

Modern Farming: खेतों में खाद का छिड़काव का काम होगा आसान, इस मशीन से बचेगा समय 

Dec 26, 2025

खाद स्प्रेडेयर एक ऐसी कृषि मशीन है, जिसकी मदद से खेतों में यूरिया, डीएपी, पोटाश, कंपोस्ट या जैविक खाद को समान मात्रा में फैलाया जा सकता है. यह मशीन हाथ से चलने वाली, बैटरी चालित, ट्रैक्टर से जुड़ने वाली या पावर टिलर आधारित हो सकती है. मशीन खाद को नियंत्रित गति और मात्रा में खेत में फैलाती है, जिससे फसल को संतुलित पोषण मिलता है.

आत्मनिर्भरता की नई मिसाल, जानिए सीधी की मनीषा का चूल्हे-चौके से लेकर ड्रोन उड़ाने तक का सफर

आत्मनिर्भरता की नई मिसाल, जानिए सीधी की मनीषा का चूल्हे-चौके से लेकर ड्रोन उड़ाने तक का सफर

Dec 25, 2025

मध्य प्रदेश के सीधी जिले की मनीषा कुशवाहा आज नारी शक्ति की एक जीती-जागती मिसाल बन चुकी हैं. कभी घर के चूल्हे-चौके तक सीमित रहने वाली मनीषा ने स्व-सहायता समूह से जुड़कर अपनी किस्मत बदल दी. उन्होंने न केवल जैविक खेती को अपनाकर फसलों को रसायन मुक्त बनाया, बल्कि 150 अन्य किसानों को भी इस नेक काम से जोड़ा. उनकी असल पहचान तब बनी जब वे 'नमो ड्रोन योजना' के तहत 'ड्रोन सखी' बनीं.

अब पुराने बागों को काटने की जरूरत नहीं, दिसंबर की इस तनकीक से दोगुनी होगी पैदावार

अब पुराने बागों को काटने की जरूरत नहीं, दिसंबर की इस तनकीक से दोगुनी होगी पैदावार

Dec 24, 2025

अक्सर आम के बाग पुराने होने पर फल देना कम कर देते हैं, जिससे किसानों की कमाई घट जाती है. इसको काट देते हैं, लेकिन अब पुराने पेड़ों को काटने के बजाय जीर्णोद्धार तकनीक अपनाकर उन्हें फिर से जवान बनाया जा सकता है. इस विधि में पेड़ों की सूखी और घनी टहनियों की वैज्ञानिक तरीके से छंटाई की जाती है, जिससे सूरज की रोशनी सीधे तने तक पहुंचती है और नई शाखाएं निकलती हैं.

कबाड़ से जुगाड़, बांका के इंजीनियर ने बनाई ऐसी मशीन जिससे खेती का खर्च होगा आधा!

कबाड़ से जुगाड़, बांका के इंजीनियर ने बनाई ऐसी मशीन जिससे खेती का खर्च होगा आधा!

Dec 24, 2025

इंजीनियर मोहम्मद कमर तौहीद ने इंजीनियरिंग का असली जादू दिखाते हुए कबाड़ से जुगाड़ कर एक ऐसी 'सुपर मशीन' तैयार की है, जिससे अब खेती में क्रांतिकारी बदलाव आएगा. इस मशीन से किसानों के हजारों रुपये बचेंगे, क्योंकि अब बीज बोने का खर्च आधा हो जाएगा. इस देसी अवतार वाली मशीन की खासियत यह है बहुत कम डीजल में खेत की जुताई होगी, जिससे पुरानी मशीनों की छुट्टी तय है.

Tractor Jugad: पुराने ट्रैक्टर की बढ़ जाएगी लाइफ, अधिकतर किसान नहीं जानते ये जुगाड़

Tractor Jugad: पुराने ट्रैक्टर की बढ़ जाएगी लाइफ, अधिकतर किसान नहीं जानते ये जुगाड़

Dec 23, 2025

भारत में अधिकतर किसानों के पास ट्रैक्टर पुराने ही होते हैं. मगर जरूरी नहीं है कि आपका ट्रैक्टर पुराना दिख रहा है तो चलेगा भी पुराने की तरह. अगर आप अपने पुराने ट्रैक्टर के साथ कुछ देसी उपाय अपनाएंगे और रखरखाव में कुछ अहम चीजों का ध्यान रखेंगे तो पुराने ट्रैक्टर की लाइफ भी कई सालों के लिए बढ़ सकती है. बूढ़े ट्रैक्टर को जवान बनाने के लिए हम आपको कुछ ऐसी ही देसी जुगाड़ बता रहे हैं.

Israel के साथ मिलकर किसानों के लिए बेहतर बीज तैयार करेगा पंजाब, जानें पूरा प्‍लान 

Israel के साथ मिलकर किसानों के लिए बेहतर बीज तैयार करेगा पंजाब, जानें पूरा प्‍लान 

Dec 23, 2025

जहां तक इजरायल की सीड टेक्नोलॉजी का सवाल है, देश इस क्षेत्र में ग्‍लोबल लेवल पर लीडर माना जाता है. इजरायल क्लाइमेट-रेजिलिएंट बीज, हाई-यील्ड हाइब्रिड वैरायटीज, कम पानी में बेहतर उत्पादन देने वाले बीज और ड्रिप सिंचाई से जुड़े सीड सॉल्यूशंस पर काम कर रहा है. वहां बीजों को खास तौर पर सूखा, गर्मी और मिट्टी की बदलती परिस्थितियों के अनुरूप विकसित किया जाता है.

ज्वार कटाई के लिए नहीं मिल रहे मजदूर! अब यह खास Machine करेगी काम आसान

ज्वार कटाई के लिए नहीं मिल रहे मजदूर! अब यह खास Machine करेगी काम आसान

Dec 22, 2025

परंपरागत तरीके से ज्वार की कटाई पूरी तरह मजदूरों पर निर्भर रहती है. फसल पकने के बाद अगर समय पर कटाई न हो, तो दाने झड़ने लगते हैं और नुकसान बढ़ जाता है. कई क्षेत्रों में किसान मजबूरी में फसल खड़ी ही छोड़ देते हैं या कम दाम पर बेचने को मजबूर हो जाते हैं. यही वजह है कि अब किसान मशीनीकरण की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं.

अब व्हाट्सएप से मिलेंगे मजदूर-बढ़ेगी कमाई, तकनीक ने दिखाया नया रास्ता

अब व्हाट्सएप से मिलेंगे मजदूर-बढ़ेगी कमाई, तकनीक ने दिखाया नया रास्ता

Dec 22, 2025

मुंबई का एग्रीटेक स्टार्टअप भारत इंटेलिजेंस खेती के सेक्टर में एक नई क्रांति ला रहा है. यह किसानों को WhatsApp और AI टेक्नोलॉजी के ज़रिए कुशल मज़दूर मुहैया कराता है. अंगूर और केले की खेती से शुरुआत करके, कंपनी किसानों की इनकम बढ़ाने और मज़दूरों को बेहतर रोज़गार के मौके देने पर काम कर रही है.

किसान का शॉर्टकट आइडिया, 10 साल का इंतज़ार खत्म, अब एक ही साल में सेब की 3 गुना पैदावार!

किसान का शॉर्टकट आइडिया, 10 साल का इंतज़ार खत्म, अब एक ही साल में सेब की 3 गुना पैदावार!

Dec 21, 2025

सेब की खेती करने वाले किसानों के लिए अब बरसों का इंतज़ार बीते ज़माने की बात हो गई है. एक नए और क्रांतिकारी शॉर्टकट आइडिया ने खेती का अंदाज़ ही बदल दिया है. जहां पहले सेब के बाग तैयार होने और भरपूर फसल देने में 10 साल लग जाते थे, वहीं अब इनोवेटिव आइडिया की मदद से एक किसान मात्र 1 साल में ही 3 गुना ज़्यादा पैदावार ले रहा हैं. यह 'फार्मर सीक्रेट' न केवल समय बचा रहा है, बल्कि लागत कम करके मुनाफे को आसमान पर पहुंचा रहा है.

फसल का डॉक्टर बनेगा ये ऐप, खेत में लगने वाली बीमारियों की मिलेगी सटीक जानकारी

फसल का डॉक्टर बनेगा ये ऐप, खेत में लगने वाली बीमारियों की मिलेगी सटीक जानकारी

Dec 21, 2025

देश के किसान ऐप के माध्यम से खेती के लिए कृषि यंत्र, मौसम की जानकारी, फसल से जुड़ी अपडेट्स, कृषि से संबंधित नई तकनीक, पशुपालन, सरकारी योजना और सरकारी सब्सिडी आदि की जानकारी घर बैठे मोबाइल फोन के जरिए ले पा रहे हैं.

टेक्नोलॉजी से बदल रही है भारत की खेती, कम खर्च में किसानों को मिल रहा अधिक मुनाफा

टेक्नोलॉजी से बदल रही है भारत की खेती, कम खर्च में किसानों को मिल रहा अधिक मुनाफा

Dec 21, 2025

भारत में खेती अब सिर्फ़ ज़मीन तक ही सीमित नहीं रही है. एग्रीटेक स्टार्टअप और नई टेक्नोलॉजी की मदद से किसान ज़्यादा स्मार्ट और फ़ायदेमंद तरीकों से फ़सल उगा रहे हैं. जानें कि कैसे डिजिटल एग्रीकल्चर, AI और स्टार्टअप भारतीय किसानों की दुनिया को बदल रहे हैं.

मिट्टी की नमी पता करने वाली 'सस्‍ती' डिवाइस काे मिला पेटेंट, छोटे किसानों को होगा फायदा

मिट्टी की नमी पता करने वाली 'सस्‍ती' डिवाइस काे मिला पेटेंट, छोटे किसानों को होगा फायदा

Dec 20, 2025

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड की टीम ने मिट्टी की नमी मापने वाला IoT आधारित स्मार्ट डिवाइस तैयार किया है, जिसे पेटेंट मिल चुका है. यह तकनीक रियल टाइम डेटा के आधार पर सिंचाई को ऑटोमैटिक बनाती है, जिससे पानी की बचत और फसल उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी.

तिलहन-दलहन की कमी से छुटकारा जल्द, इस नई तकनीक से 41 फसलें तैयार करेगा ICAR

तिलहन-दलहन की कमी से छुटकारा जल्द, इस नई तकनीक से 41 फसलें तैयार करेगा ICAR

Dec 19, 2025

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने नई तकनीक को तेजी से विस्तार दिया है. इस मामले पर केंद्र सरकार की ओर से संसद में बताया कि देश में अब 24 अनाज वाली फसलों और 17 बागवानी फसलों पर शोध शुरू हो चुका है.

Success Story: बिहार की बेटी का कमाल, मात्र ₹15 में फसल की सुरक्षा और बंपर पैदावार का जादुई नुस्खा

Success Story: बिहार की बेटी का कमाल, मात्र ₹15 में फसल की सुरक्षा और बंपर पैदावार का जादुई नुस्खा

Dec 19, 2025

बिहार के नवादा की रहने वाली डॉली कुमारी ने खेती को सस्ता और आसान बनाने का एक बेहतरीन रास्ता खोजा है. उन्होंने मात्र ₹15 प्रति लीटर की लागत में एक ऐसा जैविक 'प्लांट ग्रोथ प्रमोटर' तैयार किया है, जो पूरी तरह से केमिकल-मुक्त है और खेती की लागत को भारी मात्रा में कम करता है. इससे गोभी, टमाटर और बैंगन जैसी फसलों में लगने वाले 'सड़न रोग' और 'मिट्टी जनित रोगों' का खतरा लगभग खत्म हो जाता है.

पशुपालन में बेहद कारगर हैं ये 3 मोबाइल ऐप, जानिए कैसे करेंगे काम, क्या होगा फायदा?

पशुपालन में बेहद कारगर हैं ये 3 मोबाइल ऐप, जानिए कैसे करेंगे काम, क्या होगा फायदा?

Dec 18, 2025

खेती-किसानी के अलावा पशुपालन में भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में किसान पशुओं के स्वास्थ्य, प्रजनन, आहार प्रबंधन, रिकॉर्ड रखने और सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए कुछ खास मोबाइल ऐप्स की मदद ले सकते हैं.

Innovative farmer: राजस्थान के किसान का देसी कमाल, अब खेती में बचेगा मोटा पैसा!

Innovative farmer: राजस्थान के किसान का देसी कमाल, अब खेती में बचेगा मोटा पैसा!

Dec 17, 2025

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के किसान महावीर कुमावत ने खेती में होने वाले भारी खर्चे को कम करने के लिए देसी कमाल और जुगाड़ के जरिये कबाड़ और पुराने लोहे से एक पावर वीडर बना डाला है. यह मशीन कई फसलों में खरपतवार निकालने के लिए बहुत कारगर है. सबसे खास बात है कि यह मशीन 10 गुना से कम पैसे में काम कर देती है.

PM Kusum Yojana: जानें O&M के बारे में, अगर कर लिया फॉलो तो होगी दोगुनी उपज!

PM Kusum Yojana: जानें O&M के बारे में, अगर कर लिया फॉलो तो होगी दोगुनी उपज!

Dec 15, 2025

O&M का पूरा नाम ऑपरेशंस और मेनटेंनेंस है. हिंदी में इसे संचालन और रखरखाव कहा जाता है. इसका मतलब है सोलर पंप या सोलर प्लांट को सही तरीके से चलाना और समय-समय पर उसकी देखभाल करना. पीएम कुसुम योजना के तहत लगाए गए सोलर पंप और सोलर सिस्टम लंबे समय तक काम करें, इसके लिए O&M बेहद जरूरी होता है.

भारत में कृषि क्षेत्र को मजबूती दे रहा AI का इस्‍तेमाल, जानिए कैसे किसानों के लिए साबित हो रहा है मददगार

भारत में कृषि क्षेत्र को मजबूती दे रहा AI का इस्‍तेमाल, जानिए कैसे किसानों के लिए साबित हो रहा है मददगार

Dec 13, 2025

सरकार ने संसद में बताया कि AI तकनीक खेती को अधिक वैज्ञानिक और सुरक्षित बना रही है. खरीफ 2025 के लिए 13 राज्यों में AI आधारित मानसून पूर्वानुमान भेजे गए जिससे 31-52 फीसदी किसानों ने बुआई फैसले बदले. किसान ई-मित्र, कीट निगरानी और क्रॉप मैपिंग जैसे डिजिटल टूल भी तेजी से मदद कर रहे हैं.

कंबाइन हार्वेस्टर पर किसानों को बड़ी राहत, NHAI ने टोल फ्री करने का जारी किया आदेश

कंबाइन हार्वेस्टर पर किसानों को बड़ी राहत, NHAI ने टोल फ्री करने का जारी किया आदेश

Dec 12, 2025

NHAI ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिया कि ट्रैक्टर और कंबाइन हार्वेस्टर से राष्ट्रीय राजमार्ग, पुल, बाईपास और टनल के उपयोग पर किसी तरह का यूजर शुल्क नहीं लिया जाए.

Farmer’s Jugaad: नर्सरी-रोपाई का झंझट खत्म! किसान का 'देसी जुगाड़' सुपर-हिट, मुनाफा भी फिट

Farmer’s Jugaad: नर्सरी-रोपाई का झंझट खत्म! किसान का 'देसी जुगाड़' सुपर-हिट, मुनाफा भी फिट

Dec 12, 2025

आंध्र प्रदेश विशाखापत्तनम के किसान वी. गणेश ने धान की खेती को आसान और सस्ता बनाने के लिए एक शानदार 'जुगाड़' किया है. इससे धान में नर्सरी तैयार करने और रोपाई का झंझट पूरी तरह खत्म हो गया है. नतीजा यह है कि किसान को प्रति एकड़ कई हजार रुपये की बचत हो रही है और मजदूरों के पीछे भागने की भी जरूरत नहीं.