ICAR ICAR National Space Day Program: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर कहा कि अंतरिक्ष और रिमोट सेंसिंग तकनीक अब खेती-किसानी में अहम योगदान दे रही है. जियो पोर्टल, नासर-इसरो मिशन और रीयल टाइम मॉनिटरिंग से फसल उत्पादन, क्षेत्रफल और मिट्टी की नमी का सटीक अनुमान संभव हुआ है.
अगर आप किसान हैं और बागवानी करते हैं तो आपको स्मार्ट तरीके से काम करने की जरूरत है. आपको ऐसी मशीनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी बागवानी में लगने वाली मेहनत और समय को बचाती हैं.
Haryana Crop Compensation: भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हरियाणा के 7 जिलों के 188 गांवों के किसानों को मुआवज़ा दिलाने के लिए सीएम नायब सिंह सैनी ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त 2025 तक खोलने का ऐलान किया है. किसान ऑनलाइन फसल नुकसान दर्ज कर मुआवज़ा क्लेम कर सकेंगे.
बिहार के डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में केंद्रीय पुस्तकालय अब पूर्णतया स्वचालित और डिजिटल हो चुका है. आरएफआईडी (RFID) और माइलाफ्ट (MyLoft) तकनीक की मदद से किताबें विद्यार्थियों को आसानी से उपलब्ध होगी. बिहार में डिजिटल स्वचालित तकनीक से लैस यह पहला विश्वविद्यालय है.
Biodiesel: केंद्र सरकार अब E20 वाले ब्लेंडेड पेट्रोल के बाद बायोडीजल की तैयारी में लग गई है. बायोडीजल की वजह से ट्रैक्टर और डीजल पर चलने वाले हर इंजन का माइलेज घटाएगा और मेंटेनेंस भी बढ़ाएगा. इससे जो किसान 20-30 साल पुराने ट्रैक्टर चला रहे हैं, वे बहुत तेजी से खराब होने शुरू होंगे और इसके लिए कंपेटिबल नहीं होंगे.
धान की रोपाई शुरू हो चुकी है. किसान जानते हैं कि धान उगाना कोई आसान काम नहीं होता है. कमरतोड़ मेहनत लगती है और बहुत समय भी लगता है. ऊपर से, आजकल मज़दूर भी आसानी से नहीं मिलते जिसकी वजह से हाथ से रोपाई करना और भी मुश्किल हो गया है. लेकिन इस काम में आपकी मदद करता है Escorts Kubota का Rice Transplanter KA6.
Greater Noida News: एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने 17 अगस्त 2024 को उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 200 एकड़ जमीन पर ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए MOU साइन किया था. कंपनी इस परियोजना में कुल 4500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और चरणबद्ध तरीके से 4000 लोगों को रोजगार देगी.
क्या डीजल ट्रैक्टर आज भी सबसे अच्छा विकल्प है या अब इलेक्ट्रिक और सीएनजी ट्रैक्टर हैं बेहतर? इस लेख में जानें ट्रैक्टर खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान और कौन सा ट्रैक्टर है आपके लिए सही.
किसानों की डिजिटल आईडी तैयार करने और डिजिटल फसल सर्वेक्षण (डीसीएस) में प्रगति के साथ, सरकार ने इन आंकड़ों का उपयोग कई सेवाएं देने के लिए शुरू कर दिया है - जैसे कि पीएम किसान के तहत डायरेक्ट कैश ट्रांसफर, डिजिटल एग्री लोन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत फायदा और मिट्टी का हेल्थ कार्ड जारी करना.
फसलों की तुड़ाई के बाद स्टोरेज से पहले किसानों के सामने अनाज की सफाई की चुनौती होती है. कई बार धूल, पत्थर, लकड़ी के टुकड़ों और बीजों के अवशेष के कारण अनाज में गंदगी रह जाती है, जिससे किसानों को अच्छे दाम नहीं मिलते हैं. लेकिन अब इन सभी परेशानियों के हल के लिए आप इस मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
Tractor Maintenance Tips: बरसात के मौसम में सबसे ज्यादा चांस होते हैं जब ट्रैक्टर फंस जाता है. जबकि ट्रैक्टर एक इतनी क्षमता वाली मशीन होती है कि अगर इसे चलाने वाला अनुभवी और होशियार हो तो ये किसी भी हालात में नहीं फंसेगा. यही वजह है कि हम आपको कुछ काम की टिप्स दे रहे हैं जिनसे आपका ट्रैक्टर कैसे भी हालात में नहीं फंसेगा.
खेती-किसानी और बागवानी में किसानों को कई तरह की चुनौतियों से जुझना पड़ता है. किसानों को कई बार खरपतवार और घास और झाड़ियों की सफाई में परेशानी होती है. लेकिन आधुनिक युग में अब किसानों की इन समस्या को दूर करने के लिए ये मशीन तेजी लोकप्रिय हो रही है.
खेती से अच्छी कमाई के लिए किसानों को आधुनिकता के साथ आगे बढ़ना होगा. इससे किसानों की मेहनत भी कम लगेगी और पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी. इसके लिए किसानों को 3 खास आधुनिक कृषि यंत्र और आधुनिक तकनीक के बारे में जानते हैं.
Carbon Credit: किसानों को कमाई के लिए भविष्य में कार्बन क्रेडिट एक तरह का क्रिप्टो करंसी साबित हो सकता है. अगर किसान खेती में ऐसी पद्धतियां अपनाएं जो पर्यावरण के अनुकूल हों और ग्रीन हाउस गैंसों का उत्सर्जन कर करें. ये कार्बन क्रेडिट भारत में एक राज्य के किसान पहले से कमा रहे हैं.
भारतीय अरहर किसानों को 'बांझपन मोज़ेक रोग' (SMD) से होने वाले भारी नुकसान से बचाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. इक्रीसैट और ICAR के शोधकर्ताओं ने इस बीमारी से लड़ने वाले एक अचूक जीन (Ccsmd04) की खोज की है. यह जीन 'आशा' नामक किस्म में पाया गया है. इस खोज से अब अरहर की रोग-प्रतिरोधी किस्में बनाना संभव होगा, जिससे किसानों की फसल सुरक्षित रहेगी और पैदावार बढ़ेगी.
हरियाणा में एग्रीस्टैक सेल शुरू होगा जिससे किसान रजिस्ट्री और डिजिटल फसल सर्वे के काम में तेजी आएगी. इन दोनों काम से किसानों को मदद मिलेगी क्योंकि फसल सर्वे जितनी जल्दी होगी, किसानों को उतनी ही आसानी से मुआवजा मिलेगा.
पंजाब सरकार किसानों को पराली प्रबंधन की मशीनें खरीदने पर 90 फीसदी तक की सब्सिडी देती है. लंबे समय से इस मामले की शिकायतें मिल रही थीं लेकिन जिला कृषि विभाग की ओर से जांच को दबाने की कोशिश की जा रही थी. जब डिप्टी कमिश्नर (DC) फिरोजपुर, दीपशिखा शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक में मशीनों का रिकॉर्ड मांगा तब जाकर यह सारा मामला खुला.
Fasal Bima Yojana: किसानों को अपनी फसल के नुकसान पर चिंता करने की जरूरत नहीं है. फसल बीमा क्लेम लेने के लिए ना तो लंबा इंतजार करना पड़ेगा और ना ही सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने होंगे. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लाया गया Digi-Claim प्लेटफ़ॉर्म इस पूरी प्रक्रिया को तेज, सरल और पारदर्शी बनाता है.
Tractor Tips: अगर आप नया ट्रैक्टर खरीदने जा रहे हैं तो बहुत जरूरी है कि कुछ चीजें आपको पता होनी चाहिए. क्योंकि जानकारी के अभाव में बहुत सारे किसान या तो महंगा ट्रैक्टर खरीद लेते हैं या फिर बीमा और वारंटी से जुड़े कागजी कामों में कुछ गलतियां करते हैं जिनसे आगे जाकर परेशानी होती है. इसलिए आज हम इस खबर में आपको कुछ काम की ट्रिक्स बता रहे हैं.
Agri Machinery: हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट पर फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जरूरी मशीनों पर सब्सिडी पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन चालू हैं. अगर आप भी इन कृषि यंत्रों पर 50 प्रतिशत तक अनुदान लेना चाहते हैं तो इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. मगर इसके आवेदन की आखिरी तारीख हम आपको बता रहे हैं.
खेती करने वाले किसानों को अधिक कमाई के लिए वैज्ञानिकों के सुझाए नए तरीके और आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करना चाहिए. इस खबर में एक बेहद शानदार मशीन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम लेजर लैंड लेवलर मशीन है.
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