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तकनीक News

खेती में ड्रोन के इस्तेमाल के फायदे. (सांकेतिक फोटो)

सरकार ने खेती में ड्रोन के उपयोग को लेकर लिया बड़ा फैसला, किसानों को होगा सीधा फायदा

Apr 27, 2024

क्रॉपलाइफ इंडिया के महासचिव दुर्गेश चंद्र ने मंत्रालय के नए कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे कृषि रसायन बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी. खास कर विशेष रूप से ड्रोन दीदी योजना को बढ़ावा मिलेगा.

नीलगायों के आतंक से किसानों की फसलों को काफी नुकसान होता है. (Photo-Kisan Tak)

UP: नीलगाय से पौधों को बचाने के लिए किसान ने निकाला अनोखा तरीका, बिना खर्च किए मिलेगी बड़ी राहत

Apr 27, 2024

शाहजहांपुर के विकासखंड क्षेत्र खुदागंज के रहने वाले किसान लाल बहादुर जो पिछले कई सालों से बागवानी करते हैं. लाल बहादुर ने किसान तक से बातचीत में बताया कि वह नीलगाय की वजह से बेहद परेशान थे.

जीरो टिलेज खेती

किसान-Tech: ना जुताई का खर्चा, ना खेत तैयार करने का झंझट, जीरो टिलेज खेती के बारे में जानें सबकुछ

Apr 26, 2024

ऐसे वक्त में जब किसान खेती की लागत घटाने और अधिक से अधिक श्रम और समय बचाने की कोशिश में हैं, जीरो टिलेज खेती एक दम सही तकनीक है. फार्मिंग की इस पद्धति में खेती भी किफायती होती है और मिट्टी भी सेहतमंद रहती है. आइये जानते हैं बिना जुताई की खेती से जुड़ी हर जरूरी बात.  

क्या है मॉस स्टिक और इसकी खासियत?

मॉस स्टिक क्या है जो गमले में पौधों को बढ़ाने में मदद करता है, इसके 5 फायदे जानिए

Apr 26, 2024

मॉस स्टिक पौधों के लिए एक प्रकार का सहारा है जो उन्हें ऊपर बढ़ने में मदद करता है. इसमें काई से ढका एक लंबा खंभा होता है, जो पौधों की जड़ों को चिपकने और पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए एक नम वातावरण प्रदान करता है.

मूंग की खेती के लिए करें इस तकनीक का इस्तेमाल

क्या है रेज्ड बेड विधि जिससे मूंग की खेती कर रहे बिहार के किसान, फायदा जानिए

Apr 25, 2024

मूंग की खेती कर रहे किसानों के लिए यह तकनीक किसी चमत्कार से कम नहीं है. पारंपरिक विधि से अगर आप मूंग की बुवाई करते हैं तो उससे एक ही जगह पर एक साथ कई मूंग के पौधे निकल आते हैं जिससे ना सिर्फ उत्पादन बल्कि गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है. ऐसे में  रेज्ड बेड विधि मूंग की बुवाई करने में बेहद कारगर है.

पंजाब में गेहूं की उपज में हुआ तीन फीसदी का इजाफा

गेहूं की नई किस्म PBW 826 का कमाल, पंजाब के किसानों को 22 क्विंटल प्रति एकड़ मिली उपज

Apr 25, 2024

अनुकूल मौसम और ज्‍यादा उपज देने वाली गेहूं की किस्म पीबीडब्ल्यू 826 की प्रभावशीलता की वजह से पंजाब को इस साल 172 लाख मीट्रिक टन की बंपर फसल की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि करीब सभी जिलों में प्रति एकड़ 22 क्विंटल उत्पादन ज्‍यादा हुआ हुआ है. पंजाब के अधिकारियों की तरफ से भी इस बात की पुष्टि की गई है. माना जा रहा है कि प्रति एकड़ फसल बढ़ने से किसानों को भी काफी अच्‍छा फायदा होने वाला है. 

एग्री सॉल्यूशन में किसानों की जरूरतों को पूरा करने वाले कीटनाशक, कवकनाशी और जैविक प्रोडक्ट हैं.

खरीफ सीजन में फसलों को बीमारियों से बचाएंगे 16 नए एग्री सॉल्यूशन, फसल खराब होने से मिलेगी निजात, उपज बढ़ेगी

Apr 25, 2024

एग्री सेक्टर में फसल सुरक्षा पर काम करने वाली चेन्नई स्थित कंपनी ट्रॉपिकल एग्रोसिस्टम जून से शुरू होने वाले खरीफ फसल सीजन के दौरान बीज उपचार से लेकर फसल के बाद की देखभाल तक 16 नए कृषि समाधान पेश करेगी, जो उपज पैदावार बढ़ाने के साथ ही किसानों की लागत घटाने में मदद मिलेगी.

बाराबंकी में खीरे की खेती करने वाले किसान दिलीप कुमार (Photo-Kisan Tak)

यूपी में मोटी कमाई का जरिया बनी खीरे की खेती, इस खास तकनीक से किसान कर रहा दोगुना उत्पादन

Apr 25, 2024

किसान दिलीप कुमार ने बताया कि इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. खीरे की खेती हम ड्रिप विधि से करते हैं. पहले हम खेत की जुताई करते हैं. उसके बाद पूरे खेत में बेड बनाते हैं.

मशीन से उगाएं मशरूम

अब सोलर से चलने वाली इस मशीन में उगाएं मशरूम, कम खर्च में मिलेगा बंपर उत्पादन

Apr 25, 2024

देश के किसान अब कम लागत वाली सौर ऊर्जा से चलने वाली मशीन की मदद से आयस्टर मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं. इस मशीन का उपयोग ग्रामीण और शहरी दोनों स्तरों पर हो सकती है. इस मशीन की मदद से मशरूम उगाने में कम जगह की जरुरत होती है.

पीएम किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी 2024 को जारी की थी.

पीएम किसान एआई चैटबॉट ने 30 लाख किसानों को किस्त दिलाने में मदद की, योजना के सलाहकार ने कहा- इस्तेमाल करना आसान

Apr 24, 2024

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के सलाहकार मनोज गुप्ता ने किसानों से कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए किसान अपने स्मार्टफोन के गूगल प्लेस्टोर पर जाएं और वहां से पीएम किसान एआई चैटबॉट (किसान ई-मित्र) मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड कर लें.

खेतों में लगाएं प्लास्टिक शीट

खरपतवार की टेंशन खत्म! खेतों में लगाएं ये प्लास्टिक शीट, कीमत और फायदे भी जान लें

Apr 24, 2024

शीट जैसी साधारण कृषि तकनीक ने खरपतवार नियंत्रण में क्रांति ला दी है, जिससे किसानों को उत्पादन बढ़ाने और निराई-गुड़ाई के कठिन काम को कम करने में मदद मिली है. ये वीड मैट शीट बेहतर क्वालिटी वाली प्लास्टिक से बनी होती है. यह खरपतवारों को सूर्य के प्रकाश की आपूर्ति रोककर बढ़ने से रोकने में मदद करती है.

पिछले साल एसी की बिक्री 15 फीसदी बढ़ी थी.

कस्बाई लोगों में एसी-फ्रिज खरीदने की ललक बढ़ी, 90 फीसदी खरीददार छोटे शहरों से, इस बार 30 फीसदी बढ़ेगा कारोबार 

Apr 24, 2024

इस साल पिछले 10-15 साल में सबसे ज्यादा गर्मी हो सकती है. इसके असर से एसी-फ्रिज से लेकर कूलर तक की बिक्री में तेज उछाल आने लगा है. इस बार नए खरीदारों में 90 फीसदी ग्राहक छोटे शहरों और कस्बों से हैं.

स्वराज ट्रैक्टर्स ने मोहाली स्थित अपने पहले मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट की गोल्डन जुबली मनाई.

Swaraj Tractors: स्वर्ण जयंती पर स्वराज ने 5 लिमिटेड एडिशन किए पेश, शानदार क्लास और स्टाइल की मिलेगी झलक

Apr 24, 2024

स्वराज ट्रैक्टर्स ने मोहाली स्थित अपने पहले मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट के पचास साल पूरे होने पर समारोह का आयोजन किया. इसमें कई खूबियों से लैस लिमिटेड एडीशन ट्रैक्टर पेश किया है, जो 5 वैरिएंट में ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा.

किसानों को उन्नत खेती की तकनीक सिखाने के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में डिजिटल लैब बनेगी.

खेती में तकनीक को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मिलेगी ट्रेनिंग, कल से मधुमक्खी पालन सीखेंगे हरियाणा के किसान 

Apr 23, 2024

छोटी जोत वाले किसान और अनुसूचित जाति के कमजोर वर्ग के किसानों के उत्थान के लिए उनकी खेती में तकनीक की समझ को विकसित किया जाएगा. इसके लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के लिए डिजिटल लैब की स्थापना की जा रही है.

अब बिना बिजली होगी खेतों की जुताई

बिना बिजली के खेतों में बुवाई करती है ये मशीन, अपने मोबाइल फोन से कर सकते हैं ऑपरेट

Apr 23, 2024

सुहानी ने पोर्टेबल उपकरणों के साथ सौर ऊर्जा से चलने वाला एक एग्रो व्हीकल एसओ-एपीटी विकसित किया है. इससे किसान खेतों की जुताई, बीज की बुवाई, दवा का छिड़काव और सिंचाई कर सकते हैं. देश में लगभग 85 प्रतिशत किसान आर्थिक रूप से कमजोर हैं और यह एग्रो व्हीकल उनकी उपज बढ़ाने और उत्पादन लागत को कम करने में सहायक होगा.

अनुकूल जलवायु वाले इलाके में एक ही तरह की फसलों के उत्पादन पर सरकार का जोर है.

Cluster Farming: क्लस्टर बेस्ड खेती बढ़ाएगी किसानों की आमदनी, सरकार नई कृषि योजना लाने की तैयारी में 

Apr 23, 2024

केंद्र सरकार फसलों के लिए अलग-अलग क्लस्टर बनाने की योजना पर काम कर रही है. किसानों को क्लस्टर बेस्ड फसलों के उत्पादन के लिए सरकार से प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. क्लस्टर बेस्ड फसल उत्पादन के जरिए से सरकार को देश में नई फसल योजना शुरू करने में भी मदद मिलेगी.

किसान ने बताया पूरा हिसाब, गेहूं (wheat) कटाई में कंबाइन हार्वेस्टर से बचते हैं कितने रुपए

Apr 22, 2024

Wheat cutting machine: अब किसानों को गेहूं काटने के लिए महंगी मजदूरी से मिल जाएगी छुट्टी, बेहद कम समय में खेतों की कटाई करने वाली कंबाइन हार्वेस्टर से सिर्फ 700 रुपए में पूरा एक बीघा खेत कट जाता है. जानिए एक एकड़ में कंबाइन हार्वेस्टर से गेहूं काटने में किसान को कितने रुपए बचते हैं.

कर्नाटक में सर्वाधिक गांव स्तरीय सॉइल टेस्ट लैब हैं.

Earth Day 2024: खेतों की मिट्टी जांचने में आगे हैं कर्नाटक के ग्रामीण, तेलंगाना में उपज बढ़ाने में मदद कर रहीं 2050 मिनी लैब 

Apr 22, 2024

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने आज 22 अप्रैल को अर्थ डे के मौके पर अपील करते हुए मिट्टी की पोषकता बढ़ाने पर जोर दिया है. मंत्रालय ने कहा कि इस अर्थ डे पर प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में शामिल हों और किसानों की मदद के लिए प्लास्टिक का यूज बंद करें.

पेरू का CIP आलू और शकरकंद के विकास पर फोकस करने वाला प्रमुख वैश्विक अनुसंधान संगठन है.

Potato Research Center: आलू-शकरकंद में चीन को पछाड़ेगा भारत, पेरू का टॉप रिसर्च सेंटर आगरा में बनेगा

Apr 22, 2024

पेरू के अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) आलू और शकरकंद के विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाला प्रमुख अनुसंधान संगठन है. इसका एक क्षेत्रीय केंद्र भारत के उत्तर प्रदेश में बनेगा. यह केंद्र न केवल भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे आलू-बेल्ट राज्यों में बल्कि अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी किसानों को लाभ पहुंचाएगा.

झांसी के रहने वाले किसान धर्मेंद्र नामदेव (Photo-Kisan Tak)

UP: बुंदेलखंड के इस किसान ने गोमूत्र और बेसन के घोल से शुरू की सब्जियों की खेती, डबल होने लगी पैदावार

Apr 22, 2024

प्रगतिशील किसान धर्मेंद्र बताते हैं कि रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल करने के बजाय प्राकृतिक उत्पादों का सहारा लेकर फसलों की ऐसे किस्म तैयार की है जो उनकी कमाई का बड़ा जरिया बन रही है और लोगों के आकर्षण का केंद्र भी.