इस साल भारत में मॉनसून में जमकर बारिश हुई है. 2025 मॉनसून में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई राज्यों में बाढ़ आ गई है. पंजाब, बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड ने भारी बारिश ने क़हर बरपाया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगस्त में इतनी बारिश हुई कि एक दशक का रिकॉर्ड टूट गया.
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब वापस लौटने लगा है. इसके बावजूद उत्तर भारत से लेकर पश्चिम और पूर्वी भारत में मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं, अब मौसम विभाग ने 18 सितंबर 2025 को दिल्ली-एनसीआर के साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना जताई है.
UP Weather Today: राजधानी लखनऊ में भी आज मौसम सुहावना होगा. यहां भी भारी बारिश को लेकर चेतवानी जारी की गई है. बारिश का ये दौर अगले 24 घंटे तक रुक रुक कर जारी रहेगा. पूर्वानुमान है कि आज लखनऊ में अधिकतम तापमान 30 डिग्री जबकि न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस के करीब होगा. लखनऊ के आसपास के जिलों में भी आज बारिश की संभावना है.
Maharashtra Rains: महाराष्ट्र के जलगांव जिले की एक तहसील में मंगलवार को बादल फटने से दर्जनभर गांवों की फसलें जलमग्न हो गईं. अचानक हुई तेज बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और कई एकड़ के फसलें चौपट हो गईं. इतना ही नहीं इस बारिश में एक व्यक्ति की जान भी चली गई.
मॉनसून सीजन समाप्ति की ओर, लेकिन अभी भी सामान्य से 31% कम बारिश. 22 सितंबर तक राज्य के अधिकांश जिलों में भारी से अति भारी और हल्की बारिश होने की संभावना.
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में रात भर हुई भारी बारिश शुष्क पश्चिमी हवाओं और नमी वाली पूर्वी हवाओं के बीच 'तीव्र अंतर्क्रिया' के कारण हुई.देहरादून स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के प्रमुख सी.एस. तोमर ने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश शुष्क पश्चिमी हवाओं और नम पूर्वी हवाओं के संगम के कारण हुई है और यह अंतर्क्रिया अगले 24 घंटों तक जारी रहने की उम्मीद है.
Rain Alert in UP: मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार अनुकूल सिनॉष्टिक एवं भूभौतिकीय परिस्थितियों के प्रभाव से निचले क्षोभमंडल में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी का पश्चिमी हवाओं के साथ टकराव हो रहा है. इसके चलते प्रदेश के पूर्वी एवं मध्यवर्ती हिस्सों में प्रादेशिक वर्षा में वृद्धि देखी जा रही है.
IMD Monsoon Withdrawal Update: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पंजाब और हरियाणा से पीछे हट गया है. बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी और अजमेर से होकर गुजर रही वापसी की रेखा अगले 2-3 दिनों में और हिस्सों से मॉनसून पीछे हटने का अनुमान है. दोनों राज्यों में 17-19 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश संभव है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गर्मी और उमस का अहसास होने लगा है. आईएमडी ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
UP Weather Today: मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह बताते हैं कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपनी सामान्य तिथि 17 सितंबर से तीन दिन पूर्व यानी 14 सितम्बर को ही पश्चिमी राजस्थान से लौटना शुरू कर चुका है. मॉनसून वापसी की अक्ष रेखा इस समय श्री गंगानगर, नागौर, जोधपुर और बाड़मेर से होकर गुजर रही है.
Weather Updates: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने नवीनतम ENSO बुलेटिन में कहा कि प्रशांत महासागर में वर्तमान में तटस्थ परिस्थितियां बनी हुई हैं लेकिन साथ ही यह भी कहा कि मॉनसून के बाद ला नीना की संभावना बढ़ जाती है. ला नीना आमतौर पर भारत में ठंडी सर्दियों से जुड़ा होता है.
UP Weather News: अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मॉनसून द्रोणी के निष्प्रभावी होने के बावजूद तराई, पूर्वांचल और मध्यांचल के जिलों में आगामी सप्ताह के दौरान मेघगर्जन और मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है. वहीं राजधानी लखनऊ में भी 17 और 18 सितंबर को मध्यम से तेज बारिश हो सकती है.
भारत के कई राज्यों, खासकर पहाड़ी राज्यों में इस बार मॉनसून ने जमकर कहर ढाया है . ऐसे में मौसम विभाग ने इसकी वापसी को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 15 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू कर सकता है.
दिल्लीवासियों को शनिवार को एक और गर्म और उमस भरे दिन का सामना करना पड़ा. दोपहर 2:30 बजे तक तो टेम्प्रेचर इंडेक्स 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. रविवार को शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है, जबकि सोमवार से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं ने हाल के हफ्तों में उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों को तबाह कर दिया है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं और दस लाख से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए हैं. हालांकि, रकबे के शुद्ध आंकड़ों की समीक्षा से पता चलता है कि इन मानसून संबंधी चुनौतियों के बावजूद भारत के समग्र कृषि उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है.
Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में गुतराहण गांव में बादल फटने से कई वाहन मलबे में दब गए और खेतों को भारी नुकसान हुआ. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई.
अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम ये जानने के लिए देखें मौसम के जानकार देवेंद्र त्रिपाठी के साथ ये खास प्रोग्राम। जानें अगले कुछ दिनों के दौरान कहां होगी बारिश किन जगहों के लिए जारी किया गया है अलर्ट
इस साल भारत में मॉनसून में जमकर बारिश हुई है. 2025 मॉनसून में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई राज्यों में बाढ़ आ गई है. पंजाब, बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड ने भारी बारिश ने कहर बरपाया है.
चंद्रपुर के नंदोरी गांव में शीर नदी उफान पर आने से इंदिरा नगर की 40 घरों की बस्ती गांव से कट गई है. पुल न बनने से ग्रामीण हर बार जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर हैं. बच्चों की पढ़ाई, मरीजों का इलाज और किसानों की खेती सब प्रभावित है, हालात टापू जैसे हो जाते हैं.
इस साल भारत में मॉनसून में जमकर बारिश हुई है. 2025 मॉनसून में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई राज्यों में बाढ़ आ गई है. पंजाब, बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड ने भारी बारिश ने क़हर बरपाया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगस्त में इतनी बारिश हुई कि एक दशक का रिकॉर्ड टूट गया.
आईएमडी ने एक बयान में कहा है 15 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं. इस साल मॉनसून ने 8 जुलाई की सामान्य तिथि से नौ दिन पहले ही पूरे देश को कवर कर लिया. साल 2020 के बाद से यह सबसे जल्दी मॉनसून था जिसने उस साल 26 जून को पूरे देश को कवर कर लिया था.
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