स्थानीय किसानों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के किसानों को मौसम की मार पड़ी है. पहले हुई कम बारिश के कारण किसानों की फसल की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया तो बाद में अत्यधिक बारिश ने जमकर कहर बरपाया है.
इस वीडियो में जानें कैसा रहेगा सितंबर के आखिरी हफ्ते देश भर में मौसम का हाल (Weather news). जानें अगस्त में कितनी कम हुई बारिश जिसकी वजह से कई क्षेत्रों में हुए सूखे जैसे हालात. दरअसल अगस्त में हुई कम बारिश और सितंबर में रिकॉर्ड हुई सामान्य से 11 फीसद ज्यादा बारिश.
बीड जिले में एक जून से 21 सितंबर तक सामान्य से 45 फीसदी कम बारिश हुई है. यहां पर इस दौरान 506.7 एमएम के मुकाबले सिर्फ 280.4 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई. ऐसे में खेती बुरी तरह से प्रभावित हुई है. उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान लगाया गया है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बिजली गिर सकती है, कुछ इलाकों में भारी बरसात भी हो सकती है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने अलर्ट जारी किया है.
जिन राज्यों में सामान्य बारिश है उनमें जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्व उत्तर प्रदेश, झारखंड, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के नाम हैं.
मौसम केन्द्र, जयपुर के अनुसार गुरुवार को पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, अजमेर संभाग में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. हालांकि अब बारिश होने से किसानों को काफी नुकसान होगा. इससे पहले पिछले दो हफ्तों में हुई बारिश से किसानों की करोड़ों रुपये की फसलें खराब हो चुकी हैं. सबसे ज्यादा नुकसान मूंग, बाजरा, मक्का और कपास में हुआ है.
मौसम विज्ञान सेवा के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और इसके परिणामस्वरूप, ओडिशा के कुछ जिलों में अगले चार दिनों तक व्यापक वर्षा हो सकती है. आईएमडी क्षेत्रीय केंद्र की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले दो दिनों में राज्य के कुछ इलाकों में बिजली गिरने के साथ बारिश और आंधी की भी आशंका है.
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 21 सितंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश और 22 सितंबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्षा के क्षेत्रीय वितरण और तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना है.
प्रतापगढ़ में सांप के काटने से एक परिवार का चिराग ही बुझ गया है. जहरीले सांप के काटने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई तो वहीं इस सांप ने अब तीन दिन के बाद पिता पर भी हमला कर दिया है. पिता बबलू यादव का उपचार चल रहा है.
उत्तर प्रदेश अलग-अलग हिस्सों में कहीं सामान्य तो कहीं हल्की बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिन में कहीं सामान्य तो कहीं मध्यम बारिश के आसार बताए गए हैं. बंगाल की खाड़ी में कम हवा का दबाव क्षेत्र बना हुआ है. इसके आगे बढ़ने पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून और भी ज्यादा सक्रिय हो जाएगा. उसके बाद पश्चिमी यूपी में भी बारिश का सिलसिला बढ़ेगा।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में, यह अत्यधिक उम्मीद है कि अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, हल्की से मध्यम बारिश, तूफान और बिजली गिरेगी. ओडिशा में अनुमान लगाया गया है कि अगले 24 घंटों में 22 से अधिक जिलों में एक या दो बार बिजली गिरने के साथ आंधी आएगी.
बिहार में अभी तक सामान्य से करीब 30 प्रतिशत तक कम बारिश होने से किसानों को धान की फसल बचाने में काफी दिक्कत हो रही है. हालांकि मौसम विभाग के द्वारा सूबे में चार दिन तक भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है, जिसके बाद किसान काफी खुश हैं.
राज्य के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र आज दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर स्थित है. एक और नया परिसंचरण तंत्र बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है. वहीं, जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आज भी बादल छाए रहने तथा रुक-रुक कर हल्के से मध्यम बारिश जारी रहने की सम्भावना है.
उत्तर प्रदेश में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई है. वहीं बारिश का दौर अब थमने लगा है.मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदेश के किसी भी जिले में तेज बारिश का अलर्ट नहीं है. प्रदेश में 24 सितंबर तक कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जरूर जताई गई है
जिलावार येलो अलर्ट की बात करें तो 20 तारीख को लोहरदगा, रांची, गुमला, खूंटी, सरायकेला खरसावां पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सिमडेगा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
19 सितंबर को तमिलनाडु और ओडिशा के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है. नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा सहित कई पूर्वोत्तर भारतीय राज्यों में 19 से 21 सितंबर तक, असम और मेघालय में 21 सितंबर तक और अरुणाचल प्रदेश में 20 और 21 सितंबर को इसी तरह का मौसम पैटर्न होने का अनुमान है.
देश के कई इलाकों में भारी बारिश से हाहाकर मचा हुआ है. इसमें गुजरात और मध्य प्रदेश में परेशानी अधिक है. इन दोनों इलाकों में मॉनसून अत्यधिक सक्रिय है जिससे बारिश का दौर शुरू है. अगले दो-तीन दिनों तक दोनों राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं.
सिंचाई परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे 14000 करोड़ रुपये, सूखे और पानी की कमी से प्रभावित क्षेत्र को राहत देने की कोशिश. इसके तहत लगभग 8 लाख एकड़ भूमि सिंचाई के अंतर्गत आएगी. इस साल बारिश की कमी के कारण राज्य के छह जिले कर रहे हैं सूखे का सामना.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली गिरने से हुई मौतों पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया.
राहत आयुक्त ने बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश के 2 जनपदों (रामपुर और बरेली) में 30 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है. प्रदेश में रामगंगा नदी शाहजहांपुर में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है.
वाराणसी में गंगा का जलस्तर फिलहाल 12 घंटे के दौरान सबसे तेजी से बढ़ा है. गंगा किनारे 84 घाटों का आपसी संपर्क जलस्तर बढ़ने के कारण टूट गया है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बनारस में 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.
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