किसान इस समय यूरिया को लेकर परेशान है और शुक्रवार को इसी संकट के चलते जिले के खिलचीपुर में सहकारी विपणन समिति के कार्यालय में थके हारे किसानों ने अपने आधार कार्ड और जमीन की पट्टी की फोटो कॉपियों की प्रतियां धागे से इस उम्मीद से बांधना शुरू कर दिया.
भारत सरकार व्यापार में आसानी लाने के उद्देश्य से अब तक लागू तीन साल की अस्थायी मंजूरी को खत्म कर नैनो-फर्टिलाइजर को स्थायी मंजूरी देने की योजना बना रही है. सरकार ने सभी कंपनियों से विस्तृत परीक्षण रिपोर्ट जमा करने को कहा है, ताकि हर तीन साल में दोबारा आवेदन न करना पड़े.
रबी सीजन के पीक पर केरल को केवल 43% खाद उपलब्ध. राज्य सरकार ने सप्लाई प्लान की पूरी मात्रा तुरंत जारी करने की अपील की, अनानास की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचीं.
अंबाला में एग्रीकल्चर के डिप्टी डायरेक्टर (DDA)जसविंदर सिंह सैनी ने बताया कि विभाग के निदेशक की तरफ से 9 दिसंबर को एक आदेश जारी किया गया था. यह एक्शन यूरिया और DAP जैसे सब्सिडी वाले फर्टिलाइजर को कंपनी के अपने प्रोडक्ट्स के साथ जबरदस्ती टैग करने, गलत सेल्स प्रैक्टिस और दूसरे राज्यों में बने पेस्टीसाइड्स की बिना इजाजत बिक्री के आरोपों के बाद आया है
पशुपालकों की सुविधा के लिए ये सरकारी संस्था बरसीम चारा की बीज बेच रहा है. इस चारे को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस किस्म की क्या है खासियत.
जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया था कि सरकार सब्सिडी वाले फर्टिलाइजर की मांग को खेत के साइज़ से जोड़ने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करेगी, ताकि इस डायवर्जन को रोका जा सके. हालांकि सरकार पिछले कुछ सालों से ऐसे प्लान के बारे में बात कर रही है.
IFFCO भारतीय किसानों को सस्ते और भरोसेमंद फर्टिलाइजर देने के लिए श्रीलंका, जॉर्डन और सेनेगल में नए फर्टिलाइजर प्लांट लगाने की योजना बना रहा है. इन देशों में रॉक फॉस्फेट और फॉस्फोरिक एसिड जैसे ज़रूरी कच्चे माल का भरपूर भंडार है. विदेशों में प्लांट लगाने से भारत के लिए DAP और दूसरे फर्टिलाइजर की स्थिर सप्लाई सुनिश्चित होगी और प्रोडक्शन कॉस्ट भी कम होगी.
Fertilizer Secretary On Urea Companies Demand: सरकार गैस आधारित यूरिया कंपनियों की 25 साल से लंबित फिक्स्ड कॉस्ट बढ़ाने पर जल्द फैसला ले सकती है. मंत्रालय स्तर पर निर्णय होने की उम्मीद है. उद्योग का कहना है कि महंगाई और मेंटेनेंस खर्च बढ़ने से मौजूदा भुगतान कम पड़ रहा है.
अगर आप दिसंबर महीने शिमला मिर्च उगाना चाहते हैं तो राष्ट्रीय बीज निगम आपकी सुविधा के लिए ऑनलाइन शिमला मिर्च की उन्नत किस्म के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने दावा किया कि नैनो यूरिया से फसल की पैदावार और क्वालिटी पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में सरकार ने स्वीकार किया कि PAU और अन्य संस्थानों के शोध में 50% RDN के साथ नैनो यूरिया के उपयोग से चावल और गेहूं की उपज और प्रोटीन मात्रा में गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि कुछ स्थानों पर इसके सकारात्मक परिणाम भी मिले हैं. सरकार ने इसके प्रभावों का व्यापक अध्ययन कराने की घोषणा की है.
फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FAI) के अनुसार अच्छी मॉनसून बारिश के चलते घरेलू मांग में तेज वृद्धि हुई है, जिससे 2025-26 वित्त वर्ष में भारत का कुल फर्टिलाइज़र इंपोर्ट 41% बढ़कर 223 लाख टन तक पहुंच सकता है. यूरिया, DAP और NPK के इंपोर्ट में भी बड़ी बढ़ोतरी का अनुमान है, जबकि देश अगले 2-3 वर्षों में यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ रहा है.
New Seeds Bill Opposition: राकेश टिकैत ने नए कृषि कानून को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि इससे कंपनियों को फायदा और किसानों पर सख्ती बढ़ेगी. बीजों के आदान-प्रदान पर रोक, महंगे GM सीड और जुर्माने जैसे प्रावधानों पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने देशभर में विरोध अभियान चलाने की घोषणा की.
घटिया गुणवत्ता की खाद के मामलों में उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत कार्रवाई की जाती है. नड्डा ने कहा, '1 अप्रैल से 28 नवंबर के बीच कालाबाजारी के मामलों में 5,058 कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, 442 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई और 3,732 लाइसेंस रद्द किए गए.' इसी तरह जमाखोरी के मामलों में 687 कारण बताओ नोटिस जारी हुए.
UP News: उप्र कृषि विभाग के निदेशक डॉ पंकज कुमार त्रिपाठी ने बताया कि निर्धारित उत्पादन की प्राप्ति करने के लिए, प्रमुख निवेश के रूप में बीज की उपलब्धता को विगत वर्ष 2024-25 के 7.86 लाख क्विंटल से बढ़ाकर वर्तमान रबी मौसम 2025-26 में 11.12 लाख क्विंटल का वितरण कराया गया है.
टीकमगढ़ में खाद की कमी के बीच बडोरा गांव में खाद लेने पहुंचे किसान की लाइन में इंतजार करते हुए मौत हो गई, जबकि जिलेभर में यूरिया संकट के चलते किसानों का विरोध और सड़क जाम जैसी स्थितियां बनी हुई हैं.
किसानों ने हरपालपुर थाने के ठीक सामने खाद वितरण की व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया. किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन ने थाने से खाद के टोकन बांटने की व्यवस्था की. एक प्रदर्शनकारी किसान ने बातचीत में कहा कि वर्तमान में फसलों को यूरिया की बहुत जरूरत है. इसी वजह से किसान किसी भी कीमत पर यूरिया लेना चाहता है.
UP News: कृषि मंत्री शाही ने आगे यह भी स्पष्ट किया कि एफपीओ केवल गेहूं और धान ही नहीं, बल्कि ढैंचा के बीज को भी नियामानुसार प्रमाणित कर उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम को विक्रय करेंगे ताकि राज्य में प्रमाणित बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके.
फसलों में पोषक तत्वों की कमी और बीमारियों की पहचान करना किसानों के लिए बेहद जरूरी है. आयरन, सल्फर, जिंक, तांबा, कैल्सियम जैसे तत्वों की सही मात्रा रखकर इल्ली, फंगस, वायरस और कीटों से आसानी से बचाव किया जा सकता है. जानें, किस पोषक तत्व की कमी से कौन-से लक्षण दिखते हैं और फसल का नुकसान कैसे रोका जाए.
किसान मौजूदा समय में नकदी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन खरबूज की खास किस्म के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर सकते हैं.
Torai Ki Kheti: प्रोफेसर डॉ. महक सिंह ने बताया कि तोरिया की बुवाई 30 सेंटीमीटर दूरी और 3 से 4 सेंटीमीटर गहराई वाली कतारों में करें. बुवाई के बाद हल्का पाटा जरूर लगाएं. वहीं 15 दिन में घने पौधों को हटाकर उनके बीच की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर कर देनी चाहिए.
साग की कुछ ऐसी किस्में हैं जिनकी खेती करने पर किसान बंपर उपज ले सकते हैं. साथ ही साग की खेती से बंपर कमाई भी होगी. ऐसे में अगर आप भी चौलाई के साग की कुछ ऐसी ही किस्म की तलाश कर रहे हैं, तो आप अरुण रेड की खेती कर सकते हैं.
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