अगर आप इस महीने शिमला मिर्च उगाना चाहते हैं तो राष्ट्रीय बीज निगम आपकी सुविधा के लिए ऑनलाइन शिमला मिर्च की उन्नत किस्म के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों और फूलों-फलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे.
भारत में उर्वरक आयात में 75% की वृद्धि और यूरिया शिपमेंट में 138% उछाल दर्ज हुआ है. सरकार ने रबी फसलों के लिए उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के कदम उठाए हैं. जानिए पूरी रिपोर्ट.
Biofortified Wheat Varieties: उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों के लिए विकसित गेहूं की नई बायोफोर्टिफाइड किस्में करन वैदेही (डीबीडब्ल्यू 370), करन वृंदा (डीबीडब्ल्यू 371) और करन वरुणा (डीबीडब्ल्यू 372) उच्च उपज और पोषण गुणवत्ता वाली हैं.
चीन ने 15 अक्टूबर से यूरिया और स्पेशियलिटी फर्टिलाइज़र का निर्यात रोक दिया है. भारत अपनी 95% स्पेशियलिटी फर्टिलाइज़र जरूरत चीन से पूरी करता है. ऐसे में रबी सीजन में कीमतें 10-15% बढ़ सकती हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंजाब के बाढ़ पीड़ित किसानों की मदद के लिए 1000 क्विंटल गेहूं बीज भेजे. यह बीज रोग-प्रतिरोधी और पोषणयुक्त हैं, जो किसानों को फिर से खड़ा होने में मदद करेंगे.
National Seeds Corporation: किसान अब तेजी से तिलहन फसलों की और रुख कर रहे हैं. इसके लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. वहीं, इससे किसानों की बंपर कमाई भी हो रही है. इसलिए किसान बड़े स्तर पर सरसों उगा रहे हैं.
इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (आईसीएआर) की तरफ से बताया गया है कि बीजों को एक खास तकनीक की मदद से तैयार करके अंतरिक्ष में भेजा गया है. यहां वो निर्धारित समय तक गुरुत्वीय प्रभाव से मुक्त वातावरण में रखे जाएंगे. भारत की ओर से इन बीजों की आपूर्ति बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप प्रोटोप्लैनेट द्वारा की गई है.
काले गाजर की खेती के लिए पूसा असिता वैरायटी सबसे अच्छी मानी जाती है. यह वैरायटी ऐसी है जो कम खर्च में ज्यादा उत्पादन देती है. इसे खेत या बगीचे में उगाना आसान है. ऐसे में अगर आप इस सर्दी किसी फसल की खेती करना चाहते हैं तो गाजर का बीज मंगवा सकते हैं.
अक्टूबर का महीना फूलगोभी की खेती के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है. अगर आप भी इस महीने में फूलगोभी की खेती करना चाहते हैं तो इसकी हाइब्रिड किस्म मेघना की खेती कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे खरीदें ऑनलाइन बीज.
हिल (इंडिया) लिमिटेड, जो एक सरकारी कंपनी है, ने किसानों के लिए एक नई पहल शुरू की है. यह कंपनी पहले मुख्य रूप से खेती की दवाइयां (कीटनाशक) बनाती थी. अब, इसके साथ-साथ, कंपनी किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले (बढ़िया) बीज भी उपलब्ध कराएगी. सरकार ने इसे राष्ट्रीय बीज एजेंसी का दर्जा दिया है. हिल अब अनाज, दालों, सब्जियों और चारे जैसी कई फसलों के प्रमाणित बीज तैयार करेगी और पूरे भारत में किसानों तक पहुंचाएगी.
आपको बता दें कि चने की खेती किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ ही खेत की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद होती है. आइए जान लेते हैं कि चने की खेती कितनी फायदेमंद है.
मध्य प्रदेश में जैविक खाद के नाम पर नकली खाद बेचने का मामला सामने आया है. किसानों की शिकायत पर कृषि विभाग ने गुप्ता ट्रेडर्स नामक दुकान पर छापा मारकर कार्रवाई की और दुकान को सील कर दिया.
अगर आप भी शलजम की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म पर्पल टॉप वाईट ग्लोब (PTWG) का बीज मंगवाना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारी की सहायता से शलजम के बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
UP Agriculture News: विश्व बैंक अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस पूरी प्रक्रिया का केंद्र डिजिटल तकनीक है. उन्होंने कहा कि डिजिटल ही वह ग्लू (गोंद) है जो पूरे सिस्टम को जोड़ता है. एक साधारण एआई टूल और बेसिक मोबाइल फोन किसान की फसल की बीमारी की पहचान कर सकता है.
उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्रों के लिए ICAR-IIWBR की उन्नत गेहूं किस्म डी.बी.डब्ल्यू 316 (करण प्रेमा) एक बढ़िया विकल्प है. सिंचित पछेती परिस्थितियों में यह 68 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज देती है. जानिए इसकी अन्य खासियत...
गैंग यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों में बेच रहा था नकली डीएपी. पैकिंग मशीन, ट्रक, बोलेरो, हजारों खाली बैग और कच्चा माल जब्त.
आम आदमी पार्टी से सांसद मालविंदर सिंह कंग ने किसानों को उर्वरक के साथ जबरन ‘बूस्टर’ बेचने का मुद्दा उठाया है. उन्होंने केंद्र से ऐसी प्रथाओं पर रोक लगाने के लिए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क बनाने, डिजिटल निगरानी, सख्त दंड और शिकायत निवारण प्रणाली की मांग की है.
उर्वरक, बीज, कीटनाशक से लेकर पीएम किसान पोर्टल तक—शिकायतों के एकीकृत समाधान के लिए एक प्लेटफॉर्म की वकालत, संतुष्टि सुनिश्चित होने तक बंद न हों शिकायतें. शिवराज सिंह चौहान ने दिए निर्देश — KVKs को मिले पर्याप्त संसाधन, वैज्ञानिकों को मिले पदोन्नति और सम्मान.
राजस्थान के धौलपुर जिले की बसेड़ी पुलिस और कृषि विभाग ने डीएपी खाद की कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया. एक गोदाम से 260 बैग जब्त किए गए, जिसमें असली एसएसपी दानेदार खाद को आईपीएल ब्रांड के बैग में भरकर महंगे दाम पर बेचा जा रहा था.
गोदरेज एग्रोवेट के सीईओ एनके राजवेलु ने अपने नए प्रोडक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. वे बताते हैं कि खेती में इस्तेमाल होने वाला नया प्रोडक्ट आशिताका के ज़रिए गोदरेज एग्रोवेट किसानों की आय और उत्पादकता में सुधार लाने की दिशा में काम कर रहा है. साथ ही जलवायु-अनुकूल खेती की दिशा में भी प्रयासरत है.
Agriculture News: वर्तमान में गत वर्ष की तुलना में डीएपी का 2.27 लाख मीट्रिक टन, एनपीके का 1.63 लाख मीट्रिक टन एवं एसएसपी का 0.50 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त स्टॉक उपलब्ध है. विभाग द्वारा जनपदों की मांग के अनुरूप पूरी मात्रा में आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.
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