भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के द्वारा अब तक 100 से अधिक सब्जियों की विशेष किस्म को विकसित किया जा चुका है. संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के द्वारा कम लागत में अधिक उत्पादन देने वाली सब्जियों की किस्म भी तैयार किया गया है. इसके साथ ही कई ऐसी किस्म को भी तैयार किया गया है जो परंपरागत किस्मों से बिल्कुल अलग है. इसी कड़ी में संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ नगेंद्र राय ने सेम की खास प्रजाति को विकसित किया है जिसको काशी बौनी नाम दिया गया है.
राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि हम विभिन्न खाद्यानों के लिए बीज के उत्पादन के लिए पीपीपी मोड के तहत इच्छुक किसानों को पट्टे पर जमीन दी जाएगी.
रमजान के दौरान हर गरीब और अमीर के रोजा इफ्तार में खजूर जरूर होता है. यहींं वजह है कि बाजारों में ठेले पर 100 रुपये का एक किलो खुला हुआ खजूर भी बिक रहा है. वहीं 26 सौ रुपये किलो के भाव से अजवा और 350 रुपये किलो टहनी वाला खजूर भी बिक रहा है.
जलगांव जिले में आने वाले भुसावल का केला धूम मचा रहा है. दुबई एक्सपोर्ट हो रहा है. ‘जलगांव केला’ अन्य केलों की तुलना में अधिक फाइबर और मिनरल युक्त होता है. इसी खासियत के चलते इसे 2016 में जीआई टैग दिया गया. जानिए यहां केले की कौन-कौन सी हैं खास किस्में.
हल्दी मसालों के रूप में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली सामग्री है. आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय में भी हल्दी की 8 प्रजातियों को विकसित किया गया है. इस वीडियो में जानें किसानों की फेवरेट किस्मों के बारे में.
यूपी में आगामी जायद की फसलों में सरकार इस बार मिलेट्स यानि मोटे अनाज की उपज को बढ़ावा देगी. इसके लिए सरकार ने जायद की फसलों में उड़द और मूंग के अलावा मिलेट्स में रागी का बीज किसानों को मुफ्त में बांटेगी. इस मद में योगी सरकार ने 7.4 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य तय किया है.
रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि आगामी खरीफ बुवाई के मौसम में उर्वरकों की कोई कमी नहीं होगी, क्योंकि घरेलू उत्पादन और मौजूदा स्टॉक, कुल मिलाकर 194.3 लाख टन होने का अनुमान है, जो लगभग 179 की स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा.
अप्रैल-जनवरी चालू वित्त वर्ष के दौरान, यूरिया का आयात 1.4 प्रतिशत बढ़कर 7.31 मिलियन टन हो गया है. जिसकी बिक्री 7.3 प्रतिशत बढ़कर 31.85 मिलियन टन हो गई है. आपको बता दें पिछले साल इसका शुरुआती स्टॉक कम था. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-जनवरी में यूरिया का घरेलू उत्पादन 12.8 प्रतिशत बढ़कर 23.72 मिलियन टन हो गया.
यूपी में सरकार ने रबी फसलों की कटाई सत्र को देखते हुए खरीफ और जायद की फसलों को बोने की तैयारी के मद्देनजर किसानों को कुछ जरूरी सुविधायें देने की शुरुआत की है. इनमें अनुदान पर बीज और कृषि यंत्र का वितरण किया जाना शामिल है. प्रदेश में इन सुविधाओं की शुरुआत 20 मार्च से हो गई है.
महाराष्ट्र के अकोला जिले में किसान ने 20 एकड़ जमीन में काली मिट्टी पर पीली मिट्टी बिछाकर नया प्रयोग किया. किसान का ये प्रायोग सफल रहा है और आज किसान को इससे अच्छा उत्पादन और गुणवत्ता दोनों मिल रहा है.
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कृषि उत्पादन इसलिए कम नहीं था क्योंकि हमारे पूर्वज खेती करना नहीं जानते थे, बल्कि सिंचाई सुविधाओं और अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों की कमी के कारण कृषि उत्पादन में कमी देखी जा रही थी.
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने कलमी साग या करमुआ सब्जी की एक नई किस्म काशी मनु विकसित की है. करमुआ साग की ये नई किस्म काशी मनु कई मायनों में शानदार है. आइए जानते हैं कि इसमें क्या खास है.
हरियाणा सरकार कैमिकल मुक्त खेती को बढ़ावा दे रही है. इसी कड़ी हरियाणा सरकार किसानों को हरी खाद ढैंचा खरीदने में भारी सब्सिडी देती है. आइए जानते हैं कि ढैंचा खाद क्या है और कैसे किसान इसका लाभ उठा सकते हैं.
खानपान में सब्जियों का महत्व सबसे ज्यादा है. इसीलिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने देश में सब्जी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान की स्थापना की है. सब्जी की फसलों की उत्पादकता बढ़ाने इसके साथ-साथ पोषक तत्व की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अनुवांशिक संसाधनों और वैज्ञानिक शोध का कार्य 42 सब्जियों पर हो रहा है
अग्निहोत्र हवन करने के बाद जो राख (भस्म) बचती है उसका इस्तेमाल खेती करने के लिए होता है. साथ ही खेत में अग्निहोत्र हवन करने से शुद्ध वातावरण का घनत्व बढ़ता है जिससे फसल में आपको आश्चर्यचकित करने वाले परिणाम दिखेंगे. इस पद्धति में बोअनी से कटनी तक खेत में अग्निहोत्र करना होता है.
सूरत शहर के पांडेसरा जीआइडीसी इलाक़े में स्थित राधे-राधे डाइंग एंड प्रिंटिंग मिल के मालिक सोनू अग्रवाल पर यूरिया के गलत इस्तेमाल का आरोप है. आरोप के मुताबिक, सोनू अग्रवाल किसानों को सब्सिडी में दी जाने वाली नीम कोटेड यूरिया को काला बाज़ारी से ख़रीद कर अपने मिल में इस्तेमाल रहा था.
देश में सहकारिता का महत्व बहुत बढ़ा है. दुनिया में सबसे बड़ा सहकारिता मूवमेंट भारत में चल रहा है. कृभको के चेयरमैन चंद्रपाल यादव ने किसान तक समिट 2023 के मंच पर बताया कि 30 करोड़ लोग कोऑपरेटिव से जुड़े हुए हैं. किसान की आमदनी को बढ़ाना हमारा उद्देश्य है.
एग्री एक्सपर्ट आर जी अग्रवाल ने किसान तक समिट 2023 में चर्चा के दौरान बताया बताया कि अगर किसानों को एग्री इनपुट की जानकारी सही नहीं होगी तो वह सही बीज, सही खाद और सही कीटनाशक का उपयोग नहीं कर सकेगा,जिससे उसकी फसलें बर्बाद होंगी.
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए वेयर हाऊस और कोल्ड स्टोरेज जैसी ढांचागत सुविधाओं को गांव गांव तक पहुंचाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा है कि इस तरह की सुविधाओं से ही किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा. तोमर ने 'इंडिया टुडे ग्रुप' के डिजिटल प्लेटफाॅर्म 'किसान तक' के यूट्यूब चैनल का आज यहां औपचारिक उद्घाटन करते हुए यह बात कही.
भुकनवाला ने कहा, हम इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि किसानों को कैसे जागरूक किया जाए कि वे संतुलित खादों का कैसे इस्तेमाल करें. किसानों को यह जानना जरूरी है कि खाद में कब, कितना और किस तरह का खाद देना है. भुकनवाला ने खाद के उपयोग और लोगों में बढ़ते कुपोषण के प्रति ध्यान खींचा और बताया कि जब तक खादों का सही इस्तेमाल नहीं होगा तब तक कुपोषण की समस्या से निपटना मुश्किल है.
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