किसान आसिफ ने बताया कि लगातार खेती में भारी नुकसान हुआ. ऐसे में घाटे से उबरने के लिए हम नए विकल्पों की तलाश कर रहे थे. तभी सिद्दीकी अपने एक करीबी दोस्त परवेज के संपर्क में आए. परवेज आरएएस तकनीक (RAS Technology) का उपयोग करके मछली पालन कर रहा था और बेहतर कमाई कर रहा था.
विक्रम सिंह बताते हैं कि मैंने पिछले साल खेती शुरू की और अब सफल प्रोगरेसिव किसान हूं. मैंने पिछले साल अपने बंजर पड़े खेतों में एक मल्टीनेशनल कंपनी से करार कर करीब 40 लाख रुपये की आलू की पैदावार ली है. इस साल भी आलू बोए हैं.
पटना के बंगाली बाबा पिछले 13 साल से लगा रहे हैं पेड़. पत्नी को सांस लेने में दिक्कत शुरू हुई, तो शुद्ध ऑक्सीजन के लिए पेड़ लगाना शुरू किया.
परिस्थितियां प्रतिकूल हों तो समाज में कुछ चीजें प्रतिकूल हो जाती हैं. पति की मौत के बाद कोविड काल आ गया था. फिर हमने सैनिटाइजर, मास्क और ग्लव्स बनाने का अपना पुराना काम किया. जो काफी अच्छा चला, बाद में मेरे मन में पेपर बैग बनाने का विचार आया. इसके लिए मुझे प्रधानमंत्री रोजगार योजना से 25 लाख रुपये का लोन भी मिला.
बीएम त्रिपाठी कहते हैं कि 500 किसानों को जोड़कर एक एनजीओ बनाया गया. सभी किसान इसमें स्टेकहोल्डर हैं. बता दें कि कुशीनगर बिहार से सटा पूर्वांचल का एक जिला है. यह फोर लेन की सड़क से बिहार से लेकर बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों से इसकी बेहतर कनेक्टिविटी है.
हरियाणा के करनाल जिले रहने वाले रामविलास अपने घर की छत पर विभिन्न प्रकार की सब्जियां, फूल, ड्रैगन फ्रूट, अमरूद, बेर आदि उगा रहे हैं. इससे उनको अच्छा मुनाफा मिल रहा है. उनकी काबिलियत के चर्चे न केवल देशवभर में हो रहे हैं बल्कि अमेरिका से भी लोग उनके पास आकर वर्टिकल फार्मिंग की ट्रेनिंग हासिल कर रहे हैं.
मऊ जिले के कोपागंज ब्लॉक के निवासी नरेंद्र राय के मुताबिक, ये ताइवान पिंक वैरायटी का अमरूद है, जिसमें काफी मिठास होती है. इसके पौधे 6 महीने बाद ही फसल देना शुरू कर देते हैं और अमरूद अंगूर के गुच्छे की तरह खूब फलता है.
सफेद चंदन के लिए सहायक पौधा अरहर है, जो कि पौधा के विकास में सहायक होता है. अरहर की फसल से चंदन को नाइट्रोजन तो मिलता ही है साथ ही इसके तने और जड़ों की लकड़ी में सुगंधित तेल का अंश बढ़ता जाता है.
बाराबंकी के आठवीं पास किसान राम सरण वर्मा का सबसे बड़ा योगदान है. वह पिछले 32 सालों से किले की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बाराबंकी जिले में केले की खेती की शुरुआत की और फिर एक तकनीक विकसित की जिसके माध्यम से आज उत्तर प्रदेश में एक लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्रफल पर केले की खेती हो रही है
रंग बिरंगी शिमला मिर्च की खेती लाभदायक और फायदे वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले नेट हाउस आदि लगाने पर 65 प्रतिशत सब्सिडी देती थी, जो अब 50 प्रतिशत कर दी है. कृषि विभाग की ओर से किसानों से आह्वान किया जा रहा है कि वे नेट हाउस तकनीक से वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की खेती करें.
रंग बिरंगी शिमला मिर्च की खेती लाभदायक और फायदे वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले नेट हाउस आदि लगाने पर 65 प्रतिशत सब्सिडी देती थी, जो अब 50 प्रतिशत कर दी है. कृषि विभाग की ओर से किसानों से आह्वान किया जा रहा है कि वे नेट हाउस तकनीक से वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की खेती करें.
हमारे देश में मशरूम का उपयोग भोजन और औषधि के रूप में किया जाता है. प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण और विटामिन जैसे उच्च स्तर के खाद्य मूल्यों के कारण मशरूम दुनिया भर में विशेष महत्व रखता है. भारत में मशरूम को खुम्भ, खुम्भी, भमोड़ी और गुच्ची आदि नामों से जाना जाता है.
कैंसर को पराजित करने वाली पटना की मीनम बच्चों को आत्मनिर्भर होने के गुण सीखा रही हैं. वह कहती हैं कि बिहारी होने की वजह से उनके ऊपर बिहार का कर्ज है, जिसको पूरा करने के लिए बिहार आई हूं.
एक दशक पहले केले की फसल में लगने वाली बीमारी पनामा विल्ट को पनामा रोग भी कहा जाता है. यह बीमारी भारत ही नहीं दुनिया भर के 17 देश में फैल चुकी थी. इस बीमारी को केले का कैंसर कहा जाता है. इस बीमारी के लिए केले को लैब में एक टीका भी लगाया जाता है जो केले के टिश्यू कल्चर पौधे को लैब में तैयार करते समय लगाया जाता है जिससे किसान अपने खेतों में लगाने के बाद पनामा फ्यूजीरियम नाम की बीमारी के प्रति रोग रोधी हो जाता है.
विजेंद्र ने बताया कि काफी समय पहले उसके दिमाग में पारंपरिक खेती के तरीके छोड़कर वैज्ञानिक खेती करने का विचार आया. इसी के चलते 2013 में हरियाणा सरकार ने उसे संरक्षित खेती करने की ट्रेनिंग के लिए इजरायल भेजा था.
खेती से लेकर मंडियों तक, मुश्किलों का सामना कर के राजस्थान के किसान कैलाश ने करोड़ों का करोबार बनाया है. इस प्रगतिशील किसान ने अपने खेतों को प्रगतिशीलता के शिखर तक पहुंचाया है. अपनी उपज को मार्केट में सफलता से कैसे बेचें, इस ओर भी उन्होंने किसानों को कामयाबी रास्ता दिखाया है.
Assembly Elections Result 2023: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत के बाद किसानों की होगी बल्ले-बल्ले. पीएम किसान निधि की रकम होगी डबल. गेहूं-धान का दाम मिलेगा ज्यादा. इन सूबों के किसानों से सरकार 2,700 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर गेहूं और 3100 रुपये के दाम पर धान खरीदेगी.
Assembly Elections Result: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मध्य प्रदेश की दिमनी विधानसभा चुनाव से जीत के बाद अब सवाल यह है कि क्या वो एमपी की राजनीति में ही रहेंगे या फिर उन्हें वापस से केंद्र में कृषि मंत्रालय का ही काम आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी मिलती है. तोमर मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार बताए जाते हैं.
सफल किसान धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि स्ट्रॉबेरी आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार हैं. स्ट्रॉबेरी विटामिन सी से भरपूर होते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने और बीमारी से लड़ने में मददगार हैं.
किसानों का दर्द वही समझ सकता है जो उनसे जुड़ा हुआ है. जो व्यक्ति किसानों से जुड़ा नहीं रहता, उसे यह समझना मुश्किल है कि उनके जीवन में कैसे तकलीफें हो सकती हैं. इस दर्द को 15 साल पहले किसानों के लिए कृषि यंत्र बनाने वाले मैकेनिक कमरुद्दीन सैफी ने महसूस किया. इसके बाद किसानों के लिए कर दिया एक नया अविष्कार जिससे किसानों का कष्ट कम हो सके.
ओडिशा में पुरी जिले के पिपली शहर में, संतोष मिश्रा का कलिंगा मशरूम सेंटर उनकी कड़ी मेहनत और लगन का एक परिणाम है. दंडमुकुंदपुर गांव के बीजेबी कॉलेज से ग्रेजुएट संतोष ने क्षेत्र में मशरूम की खेती में क्रांति ला दी है. हालांकि संतोष का सफर चुनौतियों से भरा था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.
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