चालू खरीफ सीजन में अपनी फसल के लिए खाद हासिल करना किसानों के लिए किसी जंग से कम नहीं बचा है. लगभग हर एक राज्य में उर्वरक मिलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. यही वजह है कि अब राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि खरीफ सीजन के लिए सभी जिलों में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. सीएम भजनलाल ने कहा कि किसी भी हाल में किसानों को कोई कठिनाई का सामना न करना पड़े.
एक बैठक में खरीफ 2025 के लिए उर्वरकों के जिलावार आवंटन, आपूर्ति और वर्तमान उपलब्धता की समीक्षा करते हुए सीएम शर्मा ने कहा कि इस साल राज्य में अच्छी बारिश हुई है, जिससे बंपर फसल की उम्मीद बढ़ गई है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक, बीज और पोषक तत्व उपलब्ध कराकर उनकी समृद्धि और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. राजस्थान सीएम ने निर्देश दिए कि किसानों को अपने-अपने जिलों में खाद की उपलब्धता के बारे में नियमित रूप से जानकारी दी जाए.
सीएम ने उर्वरकों के संतुलित उपयोग के बारे में किसानों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर भी बल दिया और किसानों को वर्मी-कम्पोस्ट और जैविक खाद अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया. इस बैठक में बताया गया कि साल 2025-26 के दौरान कृषि विभाग ने अवैध उर्वरकों, अनाधिकृत भंडारण और घटिया नमूनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि इस बैठक में कृषि एवं बागवानी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा सहित कृषि, सहकारिता एवं संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी समीक्षा बैठक में शामिल हुए थे.
खाद की किल्लत के अलावा नकली खाद से भी किसानों को चूना लगाया जा रहा है. जिन किसानों को सरकारी खाद नहीं मिल पा रहा है वह मजबूरी में कालाबाजरी से खाद ले रहें हैं और ऐसे में बहुत से किसानों को नकली खाद भी पकड़ाया जा रहा है. इसी की रोकथाम के लिए कृषि मंत्राालय ने शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. कृषि मंत्रालय ने टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1551 जारी किया है. इस नंबर पर कॉल कर किसान नकली कृषि उत्पादों की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. कृषि मंत्रालय ने ये साफ कहा है कि किसानों के साथ धोखाधड़ी या ठगी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी. साथ ही मंत्रालय ने किसानों से ये अपील की है कि वे किसी भी तरह की संदिग्ध खाद, बीज या कीटनाशक का पता लगते ही तुरंत शिकायत करें.
(सोर्स- PTI)
ये भी पढ़ें-
महाराष्ट्र में क्या अरहर, क्या प्याज, सारी फसलें चौपट... मुआवजे पर सरकार से मिला यह जवाब
महाराष्ट्र में रोज छह किसान लगा रहे मौत को गले! कब होगी कर्ज माफी, कांग्रेस का सरकार से बड़ा सवाल
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today