जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अंदर बगावत शुरू हो गई है. टिकट बंटवारे की वजह से पार्टी को कई नेताओं की नाराजगी झेलनी पड़ रही है. अब पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता चंद्र मोहन शर्मा ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने की धमकी भी दी है. जम्मू कश्मीर में बीजेपी के कई नेता टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हैं. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जम्मू क्षेत्र के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इस नुकसान की भरपाई के लिए ही पार्टी ने कुछ केंद्रीय मंत्रियों समेत कई शीर्ष नेताओं को यहां पर भेजा है.
शर्मा जो तवी आंदोलन के भी संयोजक हैं, उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बात की. उन्होंने कहा, 'जनादेश के गलत बंटवारे को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी और गुस्सा है. वो अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे दुखी होकर, मैं, बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक, बाकी लोगों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.' शर्मा जो पेशे से एक एडवोकेट हैं उन्होंने सन् 1970 के दशक की शुरुआत में बीजेपी ज्वॉइन की थी. उन्होंने पार्टी हाईकमान के सामने जनादेश के प्रस्ताव को गलत तरीके से पेश करने के लिए जम्मू-कश्मीर में पार्टी नेतृत्व की आलोचना की.
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उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लेगा. हालांकि अगर वो जम्मू पूर्व विधानसभा क्षेत्र में जनादेश परिवर्तन पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हैं, तो ठीक है. नहीं तो मैं उन कार्यकर्ताओं की अपील स्वीकार करूंगा जो चाहते हैं कि मैं जम्मू पूर्व सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ूं.' उनका कहना था कि जम्मू पूर्व क्षेत्र के लोग बीजेपी का पूरा समर्थन करते हैं, उन्होंने तवी आंदोलन के दौरान उनके साथ मिलकर काम किया है. शर्मा के शब्दों में, 'अब समय आ गया है कि यहां डेरा डाले हुए वरिष्ठ बीजेपी नेता इस मामले पर कोई निर्णय लें.'
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दशकों पहले जनसंघ में शामिल हुए और बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर कई बार जेल की सजा भुगत चुके शर्मा ने पार्टी यूनिट में अपने वरिष्ठ पद के बावजूद नजरअंदाज किए जाने पर दुख जताया. जम्मू उत्तर, जम्मू पूर्व, पद्दार, रियासी और अखनूर क्षेत्रों के बीजेपी के कई नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी मुख्यालय और संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. केंद्रीय मंत्री जी के रेड्डी और जितेंद्र सिंह और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग सहित वरिष्ठ भाजपा नेता वर्तमान में जम्मू में डेरा डाले हुए हैं.
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साल 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. 10 सालों में पहली बार होने वाले चुनाव तीन चरणों में होंगे, जिसमें पहला चरण 18 सितंबर को, उसके बाद 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा. वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी.
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