मधुमक्खी पालन है रोजगार का बेहतर साधन, बिहार सरकार बॉक्स और छत्ते पर दे रही है बंपर सब्सिडी

मधुमक्खी पालन है रोजगार का बेहतर साधन, बिहार सरकार बॉक्स और छत्ते पर दे रही है बंपर सब्सिडी

Sarkari Yojana: मधुमक्खी पालन कमाई के लिहाज से एक बढ़िया बिजनेस है. बिहार सरकार इसके लिए किसानों को सब्सिडी मुहैया करवा रही है. किसान इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आइए जानते हैं किसान कैसे ले सकते हैं इस योजना का लाभ.

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मधुमक्खी पालन है रोजगार का बेहतर साधन, बिहार सरकार बॉक्स और छत्ते पर दे रही है बंपर सब्सिडीमधुमक्खी पालन

आजकल किसान खेती के साथ-साथ कोई ना कोई वैकल्पिक इनकम सोर्स भी रखते हैं, ताकि उन्हें खेती के साथ-साथ कुछ अलग से मुनाफा भी होता रहे. वहीं, भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में मधुमक्खी पालन अब भी एक लोकप्रिय व्यवसाय बना हुआ है. वर्तमान समय में भी बड़ी संख्या में किसान इस व्यवसाय से जुड़ कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. इधर सरकार भी किसानों को मधुमक्खी पालन के लिए लगातार प्रोत्साहित करती रही है. इसी कड़ी में बिहार सरकार मधुमक्खी पालन के इच्छुक किसानों को मधुमक्खी पालन और मधु उत्पादन कार्यक्रम (2024-25) के तहत मधुमक्खी कॉलोनी (छत्ता और बॉक्स) पर सब्सिडी दे रही है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे दी गई डिटेल को पढ़ें.

बॉक्स पर कितनी मिलेगी सब्सिडी

मधुमक्खी पालन और मधु उत्पादन कार्यक्रम (2024-25) के तहत शहद के लिए कॉलोनी विकसित करने, मधुमक्खी बॉक्स बनाने, मधुमक्खी के छत्ते के लिए सामग्री खरीद में सामान्य जाति के लिए 75 फीसदी जबकि एससी-एसटी वर्ग के किसानों को 90 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है. ऐसे में इस योजना के तहत सामान्य जाति के किसानों को इकाई लागत प्रति बॉक्स 1000 रुपये देने होंगे जबकि एसटी-एससी वर्ग के किसानों को प्रति बॉक्स 400 रुपये देने होंगे. वहीं, इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर दिया जा रहा है.

छत्ते पर कितनी मिलेगी सब्सिडी

इस योजना के अंतर्गत इच्छुक किसानों को मधुमक्खी छत्ता के लिए भी सब्सिडी दी जा रही है. उद्यानिकी विभाग द्वारा मधुमक्खी छत्ता की कीमत 2000 रुपये निर्धारित की गई है. जिस पर सामान्य वर्ग के किसानों को 75 प्रतिशत यानी 1500 रुपये का सब्सिडी दी जाएगी. वहीं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को इकाई लागत का 90 फ़ीसदी, यानी 1800 रुपये का सब्सिडी दी जाएगी.

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मधुमक्खी पालन के क्या हैं फायदे

अगर किसान इसे व्यवसाय के तौर पर करें तो इसके कई फायदे हैं. वहीं, इससे फसलों के परागण यानी फसलों के प्रजनन में मदद मिलती है. इसके अलावा इससे फसल की उपज बढ़ती है. किसान मधुमक्खी पालन करके उससे निकले शहद को बाजारों में बेचकर अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं.

किसान ऐसे कर सकते हैं आवेदन

1. किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाएं.
2. आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आने के बाद योजना का विकल्प चुनें.
3. यहां जाने के बाद आप मधुमक्खी पालन और मधु उत्पादन कार्यक्रम (2024-25) पर क्लिक करें.
4. इसके बाद मधुमक्खी पालन के लिए आवेदन करें.
5. क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
6. इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
7. सभी डिटेल भरने के बाद आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.  

यहां से लें योजना से जुड़ी जानकारी

यदि आप भी बिहार के किसान हैं और मधुमक्खी पालन करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार आपके लिए सब्सिडी मुहैया करा रही है. इसके लिए किसान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसान सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा किसान अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि या बागवानी विभाग के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.

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