
किसान सालाराम बाना जयपुर जिले की फुलेरा तहसील के रहने वाले हैं. बाना रबी और खरीफ दोनों फसलें एक साल में लेते हैं. पिछले साल रबी सीजन में गेहूं की कटाई के बाद तेज बारिश हुई थी. पूरे खेत में पानी भर गया. इससे खेत में कटी हुई फसल बर्बाद हो गई. बाना बताते हैं, “मैंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल का बीमा कराया हुआ था. फसल खराबे के बाद गिरदावरी हुई. इसके बाद मेरे खाते में बीमा क्लेम के 60 हजार रुपये जमा हुए. यह योजना मेरे लिए वरदान साबित हुई है. क्योंकि अगर क्लेम नहीं मिलता तो मैं कभी कर्जे से उबर नहीं पाता. परिवार को जो मुसीबतें झेलनी पड़ती सो अलग.”
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा क्लेम बांटने में राजस्थान का देश में पहला स्थान है. कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव डॉ. पृथ्वी बताते हैं, “ प्रदेश में बीते चार साल में पूरे राजस्थान में 19,900 करोड़ रुपये बीमा क्लेम के रूप में किसानों को दिए गए हैं. अब तक 2.10 करोड़ फसल बीमा पॉलिसी पर पोर्टल के माध्यम से यह राशि दी गई है.”
डॉ. पृथ्वी जोड़ते हैं कि रबी सीजन 2018-19 में 31.06 लाख और खरीफ सीजन, 2019 में 46.06 लाख फसल बीमा पॉलिसी बनी हैं. इसी तरह रबी सीजन 2019-20 में 40.11 लाख, खरीफ 2020 में 67.02 लाख, रबी सीजन 2020-21 में 40.43 लाख, खरीफ सीजन 2021 में 186.30 लाख, रबी सीजन 2021-22 में 157.55 लाख, खरीफ सीजन 2022 में 216.01 लाख फसल बीमा पॉलिसी बनाई गई हैं. इसी प्रकार रबी सीजन 2022-23 में लगभग 171.88 लाख फसल बीमा पॉलिसियों का सृजन हुआ है.
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डॉ. पृथ्वी ने बताया कि राजस्थान में फसल बीमा योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ के रायपुर में अप्रैल 2023 में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में केन्द्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को दो पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. इसमें राज्य को राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल के माध्यम से बीमा क्लेम वितरण में प्रथम पुरस्कार मिला. वहीं, योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए द्वितीय पुरस्कार भी राजस्थान को मिला था.
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों से न्यूनतम प्रीमयम राशि ली जाती है. किसानों को खरीफ फसलों के लिए केवल दो प्रतिशत और रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम का भुगतान करना होता है. इसके अलावा व्यावसायिक एवं बागवानी फसलों के लिए प्रीमियम पांच प्रतिशत है. योजना के तहत फसली ऋण लेने वाले ऋणी कृषक, गैर ऋणी कृषक एवं बटाईदार किसान अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं.
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केन्द्र सरकार ने रबी 2021-22 से ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ अभियान की शुरूआत की थी. इससे काश्तकारों को बीमा पॉलिसी का वितरण किया गया था. वहीं, राजस्थान सरकार भी इस अभियान की शुरूआत का श्रेय लेती है. कई मौकों पर कांग्रेस के कई नेता कहते आए हैं कि खरीफ 2021 से राज्य सरकार ने बीमा पॉलिसियों को वितरण शुरू किया था. इससे मिले अच्छे परिणामों को देखते हुए केन्द्र सरकार ने मेरी पॉलिसी, मेरे हाथ अभियान को शुरू किया.
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