भारत कृषी सम्पन्न देश है. जिसके कारण यहां विभिन्न प्रकार के फल, फूल और अनाज की खेती की जाती है. यही कारण है कि यहां अलग-अलग प्रकार के फल और सब्जियां पाई जाती हैं जो अपने औषधीय गुणों के कारण काफी प्रसिद्ध हैं. उन्हीं फलों में से एक है रसभरी. रसभरी में औषधीय गुण पाए जाते हैं. जिस वजह से इसकी मांग काफी अधिक है. यह फल शरीर की कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मददगार है. इस फल में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इस फल को खाने से इम्युनिटी बढ़ती है जिससे आप कई बीमारियों और संक्रमणों से खुद को बचा सकते हैं. रसभरी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त रखती है. इतना ही नहीं यह बीपी और आँखों के लिए भी बेहद फायदेमंद है. वो कैसे, आइए जानते हैं.
केप गूसबेरी को रास्पबेरी या मकोय के नाम से भी जाना जाता है. इस फल का आकार छोटा और गोल होता है. वहीं इस फल का रंग नारंगी होता है. इस फल का स्वाद खट्टा-मीठा होता है. रसभरी आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, भारत और चीन जैसे देशों के गर्म क्षेत्रों में उगाई जाती है. फल के साथ-साथ रसभरी की पत्तियां भी बहुत फायदेमंद होती हैं.
यह फल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, पॉलीफेनोल्स आदि पाए जाते हैं. इस फल में कैलोरी की मात्रा कम होती है. इसे आप नाश्ते के तौर पर भी खा सकते हैं. इसका उपयोग मिठाइयों में भी किया जाता है.
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रसभरी में विटामिन सी, विटामिन ए और आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इस फल का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. इतना ही नहीं, यह आपकी आंखों को स्वस्थ और आंखों की रोशनी को ठीक रखने में भी आपकी मदद करता है. इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है. मोतियाबिंद आदि समस्याओं से बचने के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
रसभरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है. जिन लोगों को कब्ज की समस्या है उनके लिए यह फल काफी लाभदायक साबित हो सकता है. ऐसे में कब्ज कि समस्या से पीड़ित लोग इसका सेवन कर सकते हैं. रसभरी पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का काम करती है.
रसभरी में ऐसे कई गुण पाए जाते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद है. यह हाई बीपी लेवल को नियंत्रित करने में सहायक है. इसके अलावा रसभरी में घुलनशील पेक्टिन फाइबर पाया जाता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इससे हृदय संबंधी बीमारियाँ भी कम हो जाती हैं.
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