UPL Q1 रिजल्ट, 88 करोड़ रुपये पर सिमटा घाटा, भारत में रिकॉर्ड ग्रोथ

UPL Q1 रिजल्ट, 88 करोड़ रुपये पर सिमटा घाटा, भारत में रिकॉर्ड ग्रोथ

UPL ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में घाटा घटाकर ₹88 करोड़ किया. भारत में बीज और फसल सुरक्षा व्यवसाय में 21% की मजबूती से कंपनी को मिला लाभ.

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UPL Q1 रिजल्ट, 88 करोड़ रुपये पर सिमटा घाटा, भारत में रिकॉर्ड ग्रोथUPL ने कम किया अपना घाटा

एग्री इनपुट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी यूपीएल लिमिटेड (UPL Ltd) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) में अपने घाटे को काफी हद तक कम किया है. कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसका घाटा 384 करोड़ रुपये से घटकर 88 करोड़ रुपये रह गया है. इसका मुख्य कारण कंपनी के कुल राजस्व में बढ़ोतरी और बेहतर मूल्य निर्धारण रहा.

राजस्व में 2 फीसद की बढ़त

कंपनी का कुल कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 19,216 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की पहली तिमाही के 19,067 करोड़ रुपये से 2 फीसद ज्यादा है. राजस्व में इस वृद्धि का कारण बेहतर प्राइसिंग और विदेशी मुद्रा विनिमय में अनुकूल बदलाव बताया गया है.

भारत में मजबूत प्रदर्शन

  • भारत में यूपीएल का प्रदर्शन काफी मजबूत रहा है. कंपनी ने बीज और क्रॉप प्रोटेक्शन सेगमेंट में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है.
  • भारत से रेवेन्यू 21% बढ़कर 12,262 करोड़ रुपये पहुंच गया.
  • इस बढ़त का कारण वॉल्यूम (बिक्री मात्रा) और प्राइसिंग दोनों रहे.

अन्य क्षेत्रों का प्रदर्शन

  • यूरोप में रेवेन्यू 8% बढ़कर 1,535 करोड़ रुपये हुआ.
  • उत्तर अमेरिका से भी रेवेन्यू 8% बढ़कर 1,337 करोड़ रुपये रहा.
  • हालांकि, लैटिन अमेरिका में रेवेन्यू 10% घटकर 2,401 करोड़ रुपये रह गया.
  • बाकी दुनिया से भी रेवेन्यू 10% कम होकर 1,681 करोड़ रुपये हुआ.
  • बिजनेस सेगमेंट्स का प्रदर्शन
  • यूपीएल का इंडिया बिजनेस (UPL SAS) और एडवांटा (Advanta) दोनों ने डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की.
  • स्पेशलिटी केमिकल्स बिजनेस "Superform" में भी अच्छी ग्रोथ देखी गई.
  • हालांकि, UPI Corp का रेवेन्यू ब्राज़ील में कम वॉल्यूम के चलते 3% गिरा.

EBITDA में 14 फीसद की बढ़त

कंपनी का EBITDA (ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) ₹1,303 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की समान तिमाही के ₹1,145 करोड़ से 14% ज्यादा है. यह कंपनी की बेहतर लागत नियंत्रण और मजबूत मार्जिन को दर्शाता है.

कंपनी का बयान

यूपीएल के चेयरमैन और ग्रुप सीईओ जय श्रॉफ ने कहा: “हमें FY26 की अच्छी शुरुआत करने की खुशी है. सभी प्लेटफॉर्म्स ने मार्जिन और कैश जनरेशन में सुधार किया है. यह हमारी दीर्घकालिक मूल्य निर्माण की दिशा को मजबूत करता है.”

शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

शुक्रवार को यूपीएल का शेयर 6.1% गिरकर ₹660 पर बंद हुआ था, लेकिन सोमवार को कंपनी के नतीजों के बाद इसमें 7% की तेजी आई और यह 712 रुपये पर बंद हुआ.

यूपीएल ने Q1 में घाटा काफी हद तक कम कर लिया है और भारत में विशेष रूप से शानदार प्रदर्शन किया है. कंपनी के बिजनेस सेगमेंट्स में मजबूत ग्रोथ और मैनेजमेंट की रणनीति इसे स्थायी विकास की ओर ले जा रही है. निवेशकों और किसानों-दोनों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है.

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