यूपी: उन्नाव में छुट्टा पशुओं ने किसानों की उड़ाई नींद, रात भर फसलों की कर रहे निगरानी

यूपी: उन्नाव में छुट्टा पशुओं ने किसानों की उड़ाई नींद, रात भर फसलों की कर रहे निगरानी

यूपी में छुट्टा पशुओं (stray animals) की समस्या बड़ी हो गई है. किसानों की शिकायत है कि उन्हें फसल की रखवाली के लिए रात भर जागना पड़ता है. अगर रखवाली न करें तो छुट्टा पशु सारी फसलें चर जाएंगे, फिर भूखे मरने की नौबत आ जाएगी. किसानों की प्रशासन से शिकायत है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है.

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यूपी: उन्नाव में छुट्टा पशुओं ने किसानों की उड़ाई नींद, रात भर फसलों की कर रहे निगरानीयूपी में बढ़ी छुट्टा पशुओं की समस्या

यूपी के जिला उन्नाव के बांगरमऊ में छुट्टा पशु किसानों के गले की हड्डी साबित हो रहे हैं. इनके आतंक से अन्नदाता परेशान हैं. रात के अंधेरे में खेतों में घुसकर छुट्टा पशु फसलों को बर्बाद कर दे रहे हैं. ऐसे में किसानों को कंपकपाती ठंड में रात भर जगकर खेतों पर रखवाली करनी पड़ी रही है. किसानों को कंपकपाने वाली सर्दी में नींद और बिस्तर को छोड़ फसलों की पहरेदारी करनी पड़ रही है. किसान रात भर अलाव के सहारे खेतों में डटे रहते हैं. परिवार के लोगों की ड्यूटी शिफ्टवार लगानी पड़ रही है. 

बांगरमऊ के किसान बता रहे हैं कि वे खेतों में रात दिन रखवाली करते हैं क्योंकि गाय गेहूं की फसल चर जाती है. खेत में 5-5 तार लगा दिया फिर भी गाय खेत चर जाती है. किसानों की शिकायत है कि सरकार की तरफ से कोई भी सुविधा नहीं है. किसानों को रात भर लाठी लेकर खेत की रखवाली करनी पड़ती है. किसानों का कहना है कि वे बहुत परेशान हैं, रात-दिन खाना पीना दुश्वार हो रखा है.

किसानों की समस्या

किसान गंगाराम ने बताया कि रात दिन नजर लगाए रखने के बाद भी गायें गेहूं चर जा रही हैं. 5-5 तार लगाए हैं फिर भी चरे जा रही हैं. सरकार की तरफ से यहां कोई सुविधा नहीं है. रात भर लाठी लेकर गेहूं की रखवाली करनी पड़ती है. वे बहुत परेशान हैं. इतना परेशान कि रात दिन खाना-पीना दुश्वार हो गया है. वहीं बांगरमऊ के किसान श्रीकृष्ण ने बताया कि खेत में रात भर रहते हैं, रुकते हैं, रखवाली कर रहे हैं. खेत में रखवाली ना करें तो लड़के बच्चे क्या खाएंगे. ठंड में रात में रखवाली करते हैं चाहे जितना ठंड पड़े, क्या करें आग बैठकर ताप रहे हैं. 

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किसान सुनील कुमार ने बताया कि सर्दी में जानवर आते हैं. बांगरमऊ में सब छुट्टा गायें हैं, वो सब चर जाती हैं. लोग उसी के चलते खड़े हैं. सरकार से यही रिक्वेस्ट है कि इन गायों को बांगरमऊ में बंधवाया जाए या फिर इन्हें गौशाला में रखवाया जाए. इससे किसानों की फसल की बचत होगी, नहीं तो उनके बच्चे भूखे मरेंगे. इस बारे में एक अधिकारी का कहना है कि बांगरमऊ विकासखंड के कुछ गांव हैं जहां से छुट्टा पशुओं की शिकायत मिल रही रही है. उस बारे में संबंधित खंड विकास अधिकारी बांगरमऊ से बात की गई है. शिकायत मिलने के बाद छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में सुरक्षित रखा जा रहा है.

तारबंदी भी बेअसर

छुट्टा पशुओं को लेकर किसान गंगाराम कहते हैं, समस्या यह है कि रात दिन लोग रखवाली करते हैं. खेतों के किनारे 5-5 तार लगाए गए हैं. फिर भी गायें खेत चर रही हैं. रात में 12 से एक बजे तक रखवाली करनी होती है. सुबह में फिर आना पड़ता है. लोग खेतों में लाठी लेकर घूमते रहते हैं. इधर-उधर हुए नहीं कि छुट्टा पशु खेत चर जाते हैं. किसान बहुत परेशान हैं जिनका खाना-पीना सबकुछ दुश्वार हो गया है. रात में चाहे जितनी भी ठंड पड़े, किसानों को आग जलाकर अलाव के सहारे फसलों की रखवाली करनी पड़ती है.

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प्रशासन से दर्ख्वास्त

किसानों का कहना है कि सर्दी में जानवर अधिक आते हैं. बांगरमऊ में सब छुट्टा गायें हैं जो खेत चर जाती हैं. इन किसानों से प्रशासन से आग्रह किया है कि इन छुट्टा पशुओं को बंधवाया जाए या उन्हें गौशालाओं में भेजा जाए. ऐसा नहीं हुआ तो किसानों के बच्चे अन्न के बिना भूखे मर जाएंगे. एक और किसान लाला यादव प्रशासन से नाराज दिखते हैं. उनका कहना है कि प्रशासन इस काम में कोई मदद नहीं कर रहा है. किसानों की एक भी बात नहीं सुनी जा रही है. रात में लोग लाठी-डंडा लेकर घूमते हैं, लेकिन गायें दाएं बाएं से घुस जाती हैं और फसल चर जाती हैं. 
 
इस समस्या के बारे में उन्नाव के सीडीओ ऋषिराज ने कहा कि बांगरमऊ विकासखंड के कुछ गांवों से शिकायत अधिक आ रही है. इससे निजात दिलाने के लिए बांगरमऊ संबंधित खंड विकास अधिकारी से बात की गई है. किसानों से बात करके उन क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है जहां गायें गौशालाओं से निकल जाती हैं. इन गोवंशों को गौशालाओं में सुरक्षित किया जा रहा है.(रिपोर्ट-विशाल सिंह चौहान)

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