Vegetable Farming: आईआईवीआर के निदेशक डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि किसानों तक गुणवत्तापूर्ण बीजों का त्वरित वितरण तभी संभव है जब सार्वजनिक और निजी क्षेत्र मिलकर आगे बढ़ें. उन्होंने निजी कंपनियों से अपील की कि वे उच्च गुणवत्ता युक्त, जैविक शुद्धता वाली प्रजातियों के बीज किसानों तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं.
Firozabad Flood News: फिरोजाबाद के शिकोहाबाद तहसील के कई गांव यमुना की बाढ़ से डूबे हुए हैं. खेतों में बाजरा, तिलहन और बागों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई. घरों में 8 फीट तक पानी घुसने से सामान खराब हो गया है.
Varanasi News: आईआईवीआर के निदेशक डॉ राजेश कुमार का कहना है, "हमारे संस्थान का लक्ष्य किसानों को ऐसी सूक्ष्मजीव आधारित फसल सुधार एवं उत्पादन उन्नयन की तकनीकियां एवं उत्पाद उपलब्ध कराना है जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी टिकाऊ हों. बीसी-6 इसी का एक रामबाण मिश्रण है.
Varanasi News: प्रधान वैज्ञानिक डॉ. गोविन्द पाल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ड्रोन से निकलने वाली दवाओं की सूक्ष्म बूंदें अत्यंत बारीकी से पूरे खेत में फैल जाती हैं. इससे फसल पर रोग और कीटों का असर शीघ्र नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने इसे खेती के भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक और उपयोगी तकनीक बताया.
UP News: स्थापित इन इकाईयों द्वारा बड़ी संख्या मे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है. दूसरे राज्यों यथा-गुजरात, हरियाणा, बिहार, उत्तराखंड के उद्यमियों द्वारा जनपद-रामपुर एवं बरेली आदि जिलों में भूमि लीज पर लेकर खाद्य प्रसंस्करण आधारित इकाईयां स्थापित किये जा रहे हैं.
Yamuna Flood Situation: यूपी के आगरा, इटावा और पीलीभीत समेत कई जिलों में बाढ़ से फसलें तबाह हो गई हैं. आगरा में यमुना का जलस्तर खतरे के करीब पहुंच गया है. ग्राम बुढ़ाना में चार लोग टापू पर फंसे थे, जिन्हें पुलिस ने स्टीमर से रेस्क्यू किया.
UP News: मिनस्ती एस ने आगे बताया कि पेराई सत्र 2025-26 में पहली बार यांत्रिक हार्वेस्टिंग के लिए आवेदन करने वाले कृषकों को पारिवारिक कैलेंडर की सुविधा दी जाएगी. इससे मजदूरों की कमी के बीच किसानों को खेती में सुविधा मिलेगी. इससे न सिर्फ गन्ना उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी, बल्कि किसान अब ज्यादा लाभ भी कमा पाएंगे.
Success Story: किसान सागर कहते हैं कि परवल की खेती में कम पानी की जरूरत होती है. अगस्त-सितंबर में बुवाई और अक्टूबर-नवंबर से फसल की शुरुआत हो जाती है. जबकि मार्च से उत्पादन चरम पर होता है. परवल की खेती के दौरान समय-समय पर सिंचाई करना और जैविक कीटनाशक का प्रयोग आवश्यक होता है.
Teak Cultivation: उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले के तिलाठी गांव के रहने वाले किसान मनमोहन ने बताया कि मेरे पिता मुकुल चंद्र श्रीवास्तव का निधन 2 जून 2017 को हो गया था. परिवार की पूरी जिम्मेदारी में मेरे ऊपर आ गई. उन्होंने बताया कि बस्ती से एलएलबी (LLB) की पढ़ाई कर साल 2007 में वकालत की शुरुआत की. लेकिन मेरे मन खेती की तरफ ज्यादा रहा.
Varanasi News: उन्होंने बताया कि आईआईवीआर ने अब तक 27 सब्जी फसलों में 129 से अधिक उन्नत किस्में विकसित की हैं. IIVR के निदेशक डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि किसानों तक उन्नत किस्मों के प्रसार में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की भागीदारी जरूरी है. उन्होंने कंपनियों से निवेदन किया कि वे किसानों को शुद्ध बीज उपलब्ध कराएं.
UP News: रिपोर्ट के अनुसार, राज्य वर्ष 2016-17 में कृषि सेक्टर की विकास दर 8.8 प्रतिशत जब कि वर्ष 2024-25 में कृषि सेक्टर की विकास दर 15.7 प्रतिशत हो गयी है,जो कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कृषि के प्रति सकारात्मक परिणाम है.
UP News: उप्र के पूर्व कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि जुलाई, अगस्त और सितंबर का महीना गन्ने की फसल के लिए सबसे खास होता है, क्योंकि इसी समय यह सबसे तेजी से बढ़ता है. लेकिन इस साल भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है.
UP Flood News: प्रदेश के करीब 12 जिलों से होकर शारदा नहर प्रवाहित होती है. ऐसे में मानूसन के दौरान जब नेपाल में भारी बारिश होती है तो वहां से शारदा नहर में पानी छोड़ दिया जाता है, जिससे शारदा विकराल रूप धारण कर लेती है. वर्तमान में शारदा नहर में 4 लाख क्यूसेक पानी बहर रहा है.
UP News: कृषि मंत्री ने कहा कि लाभार्थियों के चयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ई-लॉटरी प्रणाली अपनाई जाएगी, जिससे वास्तविक किसानों को ही लाभ मिल सके. इसके लिए किसानों को पहले से पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा.
Natural Farming: कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के 75 जनपदों एवं 318 विकास खण्डों में 1886 क्लस्टरों का गठन किया जा चुका है. अब तक 3772 कृषि सखी/सीआरपी का चयन और प्रशिक्षण हुआ है. क्लस्टर स्तर पर 1886 जागरूकता कार्यक्रम और 318 ओरिएन्टेशन कार्यक्रम सम्पन्न कराए गए हैं.
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के मॉनसून सत्र में कहा कि 2024-25 में प्रदेश ने 414.39 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन किया, जो देश के कुल उत्पादन का 35% से अधिक है. औसत उपज 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पहुंची, जबकि कई प्रगतिशील किसानों ने 48-50 क्विंटल तक पैदावार कर ली.
Sugarcane Crop: आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में जड़ बेधक कीट का भी प्रकोप देखा जा रहा है जो गन्ने की जड़ वाले भाग को नुकसान पहुंचाता है. इसके नियंत्रण हेतु क्लोरपायरीफास 20 ईसी. 05 ली. अथवा इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 500 एमएल को 1875 ली. पानी में घोल बनाकर गन्ने की लाइनों में जड़ों के पास ट्रेंचिंग करें.
Flood News: यूपी के संतकबीर नगर जिले के धनघटा विधानसभा क्षेत्र में बहने वाली घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. इससे निचले इलाकों में सैकड़ों बीघा धान की खेती डूब गई. लगभग आधा दर्जन गांव के आस पास बाढ़ का पानी भर गया जिससे पशुओं तक को चारे की किल्लत होने लगी है.
Tomato Price In UP: लखनऊ स्थित उद्यान विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ राजीव वर्मा ने बताया कि कई बार किसानों ने सही कीमत नहीं मिलने की वजह से टमाटर की फसल पर कीटनाशकों और उर्वरकों का इस्तेमाल नहीं किया. इससे कई जगहों पर टमाटर की फसल बीमारियों की चपेट में आ गई. इससे टमाटर की पैदावार गिर गई और इसकी कीमतें बढ़ गईं.
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की सुविधा के लिए तोरिया यानी कि लाही के बीज मुफ्त में बांट रही है. इसके लिए आवेदन करने वाले किसानों को मुफ्त में बीज का मिनीकिट दिया जा रहा है. इसका आवेदन 1 अगस्त से शुरू है जो 15 अगस्त तक चलेगा. यूपी सरकार के पोर्टल पर इसके लिए अप्लाई करना है.
Paddy Crop News: डॉ पंकज त्रिपाठी किसानों से अपील करते हुए कहा कि इसके बचाव के लिए खेत में पानी निकास की उचित व्यवस्था रखें. वहीं कल्ले निकलते समय नाइट्रोजन और जिंक का छिड़काव करें. जबकि समय पर रोग कीट प्रबंधन अपनाएं. उन्होंने बताया कि पीलापन आने की वजह से धान के पौधे का विकास रुक जाता है.
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