प्रदेश के 75 जिलों में चले इस अभियान के दौरान 10,125 से अधिक स्थानों पर वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और विशेषज्ञों ने चौपालें लगाईं और किसानों के साथ सीधे संवाद किया. चर्चा का केंद्र रहा, लागत कैसे घटे? पैदावार कैसे बढ़े? और मुनाफा कैसे दुगुना हो?
Unnao News: राठी का कहना हैं कि उन्नाव के सफीपुर, बांगरमऊ और हसनगंज इलाकों में बड़े पैमाने पर किसान आम की पैदावार करते है. उद्यान विभाग से मिले आंकड़े के मुताबिक, उन्नाव जिले में सालाना 6.60 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन होता है. इसमें दशहरी, लंगड़ा और चौसा प्रमुख वैरायटी हैं.
UP News: कृषि मंत्री ने जल सखियों से कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देने और मोटे अनाज की खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने की अपील की. उन्होंने कहा कि पानी बचाने का संदेश केवल भाषणों तक नहीं, बल्कि गांव-गांव की भागीदारी से साकार हो सकता है.
Mango Farmer Story: दिनेश ने आगे बताया कि मेरा शौक हैं कि ड्यूटी के साथ पर्यावरण हराभरा रहे, इसलिए मध्य प्रदेश में अपने घर के बाहर भी आम के पौधे लगाया हूं. अब फल आ गए. उन्होंने बताया कि बिजनेस करने का अभी कोई इरादा नहीं है. जो भी फल मेरे आम के पेड़ से आता है, मैं उसे लोगों को खाने के लिए फ्री में बांट देता हूं.
UP News: अब किसान सिर्फ रबी या खरीफ के चक्र में फंसे नहीं रहेंगे. टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी सब्जियों के साथ-साथ कुछ अनाज भी ऑफ सीजन में उगाए जा सकेंगे. ग्रीन हाउस तकनीक फसल को गर्मी, सर्दी और बारिश के मौसमों में नुकसान से बचाती है. इससे उत्पादन भी अधिक होता है और गुणवत्ता भी बेहतर मिलती है.
Dasheri mango Story: समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 2014 में पहली बार लखनऊ के मलीहाबादी दशहरी आम को GI Tag125 का यूजर सर्टिफिकेट मिल गया था. इससे असली और नकली दशहरी आम की पहचान आसानी से हो जाएगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1000 से अधिक किसान अवध आम उत्पादक बागवानी समिति से जुड़े हुए है.
Maize cultivation: किसान शिवशंकर सिंह ने बताया कि मक्का ऐसी फसल मिली है, जिसने किसानों की आय को डेढ़ गुना कर दिया है. पहले एक एकड़ में 20-25 कुंतल मक्का का उत्पादन करते थे, आज प्रति एकड़ 35-40 कुंतल पैदा करते हैं.
UP News: करीब डेढ़ दशक पहले हुए एक सर्वे के मुताबिक 1962 में देश में प्रति व्यक्ति मोटे अनाजों की सालाना खपत करीब 33 किलोग्राम थी. हालांकि 2010 में यह घटकर करीब 4 किलोग्राम पर आ गई. दरअसल हरित क्रांति के पहले कम खाद, पानी, प्रतिकूल मौसम में भी उपजने वाला और लंबे समय तक भंडारण योग्य मोटे अनाज हमारी थाली का मुख्य हिस्सा थे.
Vermillion farming: ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के कई राज्यों में सिंदूर की खेती के प्रति किसानों का रुझान बढ़ा है. इसी में यूपी का सहारनपुर भी है जहां किसानों ने सिंदूर की खेती शुरू की है. इनका कहना है कि प्राकृतिक सौंदर्य और रोजगार को देखते हुए वे इस खेती को बढ़ा रहे हैं.
Mango Export News: अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस बार दशहरी आम एक हफ्ता देरी से बाजार में आएगा. क्योंकि अभी पूरी तरह से इसे पकने में वक्त लगेगा. दशहरी आमों को कीड़े मकोड़े और मौसम की मार से बचाने के लिए उनकी बैगिंग कर दी गई थी.
Saharanpur news: सहारनपुर में एक ही पेड़ पर दशहरी, लंगड़ा, चौसा, रामकेला, आम्रपाली, लखनऊ सफेदा, टॉमी एट किंग्स, पूसा सूर्या, रटौल, सहारनपुर अरुण, सहारनपुर वरुण, सहारनपुर सौरभ, सहारनपुर गौरव, और सहारनपुर राजीव जैसी प्रमुख और स्थानीय किस्म के फल लग रहे हैं.
Crop Damage: यूपी के सहारनपुर में सोमवार देर रात मूसलाधार बारिश हुई जिससे कई फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इन फसलों में सब्जियां शामिल हैं. किसान सब्जी फसलों से कमाई करते हैं, इसलिए उन्हें यह नुकसान बहुत भारी लग रहा है.
Lucknow News: अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक इस बार दशहरी आम बाजार में एक हफ्ते की देरी से आएगा. इसकी वजह है कि अभी इसे पूरी तरह से पकने में कुछ समय लगेगा. इसलिए लोगों का इंतजार थोड़ा लंबा चल सकता है.
Drumstick farming: देश के कई राज्य हैं जहां सहजन की खेती बड़े पैमाने पर होती है. इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक के नाम प्रमुख हैं. अब इस खेती का दायरा यूपी में भी बढ़ाने की तैयारी है. इससे किसानों की कमाई बढ़ेगी और वे अपनी खेती में बड़ा बदलाव भी ला सकते हैं.
Mango Cultivation in UP: लखनऊ के प्रसिद्ध दशहरी आम के प्रेमियों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रही, तो दशहरी आम जल्दी पककर बाजार में आ सकता है. ऐसे में आम प्रेमियों को जल्द ही स्वादिष्ट आम चखने का मौका मिलेगा.
UP News: प्रदेश के ऐसे इलाके, जहां पहले पानी की किल्लत के कारण खेती मुश्किल थी, अब वहां के किसान भी भरपूर फसलें उगा रहे हैं. यूपी सरकार ने नहरों, तालाबों और बोरवेल जैसी तमाम सिंचाई सुविधाओं को मजबूत करके किसानों को सालभर पानी उपलब्ध कराया है.
UP News: विभाग से जुड़े एक्सटेंशन कर्मी हर कार्यक्रम में किसानों को जागरूक भी कर रहे हैं. गन्ने एवं अन्य फसलों में सहफसल के रूप में और जायज की खेती में कम समय में पकने वाली मूंग, मसूर, मटर और उड़द की खेती पर खासा फोकस है.
Potato Cultivation in UP: केंद्र में आलू की अधिक उत्पादकता वाली और प्रसंस्करण योग्य किस्में विकसित होंगी. आलू के बीजों की कमी भी दूर होगी. किसानों को आलू की खेती के नए तरीके सीखने का मौका मिलेगा. आलू के उत्पादन के मामले में यूपी देश में नंबर एक है.
Farmers News: डॉ राजेश कुमार ने बताया कि काशी पूर्वी यह किस्म अगेती प्रकृति की है, जिसमें 50% फूल आने में 35-40 दिन तथा पहली तुड़ाई 65-75 दिनों में हो जाती है. इसके पौधों में औसतन 10-13 फलियां होती हैं जिनकी लंबाई 8 से 8.5 सेमी तक होती है.
Mango News: ऐसे में इन दोनों कीटों से फसल की सुरक्षा के लिए बागवानों को विशेष रूप से सतर्क रहना होगा. यदि शुरुआती अवस्था में इनका नियंत्रण नहीं किया गया तो इनकी संख्या इतनी बढ़ सकती है कि फिर इनका रोकथाम करना कठिन हो जाएगा.इसलिए समय रहते नियंत्रण करना अत्यंत आवश्यक है.
UP News: सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2023-24 में राज्य की 102 सक्रिय डिस्टिलरियों से 150.39 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन हुआ है. साथ ही, निजी निवेश से 6,771.87 करोड़ रुपये की लागत से अतिरिक्त 105.65 करोड़ लीटर उत्पादन क्षमता स्थापित की जा रही है.
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