Uttar Pradesh News: योगी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में 4 नई चीनी मिलें स्थापित की गईं, 6 बंद मिलें दोबारा शुरू की गईं और 42 मिलों की उत्पादन क्षमता में विस्तार हुआ. इससे प्रदेश में 8 नई बड़ी मिलों के बराबर उत्पादन क्षमता में वृद्धि दर्ज हुई है. साथ ही, 2 मिलों में सीबीजी संयंत्र स्थापित किए गए हैं, जिससे गन्ना क्षेत्र में वैकल्पिक ऊर्जा उत्पादन को भी बल मिला है.
Uttar Pradesh Paddy Procurment: यूपी में धान और बाजरा खरीद सत्र तेज है. अब तक 70 हजार से अधिक किसानों से 4.12 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया है. वहीं, भुगतान की गति पिछले वर्ष से बेहतर दिख रही है.
Red Potato Farming: कैसे करें लाल आलू की खेती पर किसान रामसरन ने बताया कि आलू लगाने के लिए पौधों से पौधों की दूरी 56 इंच नाली पर बुआई करना चाहिए. इसे लाइन में लगाकर मिट्टी डाल देना चाहिए. इसके अलावा आलू में पोषक तत्व के लिए सड़ी गोबर की खाद लगभग 20 से 25 टन प्रति हेक्टेयर डालना चाहिए.
Uttar Pradesh News: शासन स्तर पर भी सभी जिलों के प्रशासन को किसान पराली न जला सकें इस बाबत निर्देश दिए जा चुके है. इसके लिए नोडल अधिकारी भी बनाए गए हैं. संयोग से इस साल हाल ही में एक बड़े क्षेत्र में ठीक ठाक बारिश भी हुई है. धान की अधिकांश फसल भी कट चुकी है.
उत्तर प्रदेश में सरकार ने अब तक 2.43 लाख मीट्रिक टन धान 41 हजार से अधिक किसानों से एमएसपी पर खरीदा है. किसानों को भुगतान 48 घंटे में किया जा रहा है. 4,110 केंद्रों पर बायोमेट्रिक सत्यापन से पारदर्शी खरीद जारी है.
Sugarcane Farmers: गन्ना आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, उप्र ने सभी अधिकारियों और जिला गन्ना अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि किसानों को एसएमएस गन्ना पर्चियों की डिलीवरी से संबंधित निराकरण प्रक्रिया का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करते के लिए किसानों को जागरूक करें, ताकि कृषकों को गन्ना आपूर्ति में कोई असुविधा न हो सके.
ISMA के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक 2025-26 सीजन में उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन 103 लाख टन तक पहुंच सकता है, जबकि महाराष्ट्र में यह 130 लाख टन होने की उम्मीद है. गन्ने के रकबे में कमी के बावजूद नई किस्मों और बेहतर प्रबंधन से उत्पादन में सुधार की संभावना जताई गई है.
UP News: यूपी सरकार की वाइनरी पॉलिसी बनवाने में अहम रोल अदा करने वाले बरेली के किसान अनिल साहनी ने बताया कि सरकार को छोटे किसानों को मदद करना चाहिए. क्योंकि महाराष्ट्र का किसान कभी नहीं चाहेगा कि यूपी में अंगूर की खेती हो. इससे उनके बिजनेस पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा.
यूपी में वितरित अभिजनक बीज गन्ना से त्रिस्तरीय बीज उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों के खेत पर आधार पौधशालाएं स्थापित होंगी और आगामी गन्ना बुवाई के लिए स्वस्थ और रोग रहित बीज गन्ना की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी.
UP News: आईआईवीआर संस्थान के निदेशक डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि 'काशी सहिष्णु' किस्म किसानों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है क्योंकि यह दो प्रमुख वायरल रोगों के लिए प्रतिरोधी है, जिससे किसानों को कीटनाशकों का कम उपयोग करना पड़ेगा और उत्पादन लागत में कमी आएगी.
Agriculture News: बाराबंकी के दौलतपुर गांव निवासी पद्मश्री किसान रामशरण वर्मा ने आगे बताया कि पहले हम लोग हाथ से आलू की बुवाई करते थे जिससे समय और मजदूरी दोनों ज्यादा लगती थी. लेकिन अब आलू रोपण ट्रैक्टर की मदद से खेत में आसानी से बुवाई कर रहे है.
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में देखने को मिल रहा है, जहां अन्नदाता दोहरी मार झेल रहे हैं. किसान बेमौसम बारिश से इस कदर परेशान है कि वो अपनी बर्बाद और खराब हुई फसलों को अपने हाथों लेकर डीएम ऑफिस पहुंच गए.
Banana Farming: रंजीता सिंह ने बताया कि केले की सप्लाई वाराणसी और गाजीपुर के मंडी में होती है. हम लोग कुछ जमीन लीज पर लेकर भी केले की खेती कर रहे हैं. क्योंकि उन्होंने पहले कभी खेती नहीं की थी. लेकिन अब जब अपने लगाए पेड़ पर फल लगते देखते हैं, तो एक अलग तरह की खुशी होती है.
Lucknow News: मेटा एग्रीटेक के संस्थापक मयंक सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मेटा एग्रो और अवध आम उत्पादक एवम बागवानी समिति द्वारा आम के बागों की देखभाल और उत्पादकता में सुधार हेतु 'कवच संरक्षण प्लान' सेवा का शुभारंभ था.
उत्तर प्रदेश के कौशांबी में बारिश और तेज हवा से धान, आलू और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. ओसा मंडी में किसानों का धान भीगने से तौल में परेशानी की आशंका है.
Mango Production: उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में करीब 80 फीसदी लोग आज भी दशहरी आम का ही स्वाद पसंद करते हैं. बाजार में जब भी वो आम खरीदने जाते हैं तो उनकी पहली पसंद दशहरी ही होता है. हालांकि अब नई वैरायटी के आम एक-एक करके दशहरी को पीछे छोड़ते जा रहे हैं.
लगातार दो दिन की बारिश से झांसी जनपद के मोंठ तहसील में सैकड़ों बीघा खेतों की धान की फसल बर्बाद. किसान कर्ज और घर-परिवार की जिम्मेदारियों को लेकर परेशान. सरकार से मदद की गुहार. क्षेत्रीय विधायक जवाहर लाल राजपूत ने मौके पर पहुंचकर सर्वे और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहली नवंबर से धान खरीद शुरू होगी, जो 28 फरवरी 2026 तक चलेगी. योगी सरकार ने धान (कॉमन) का एमएसपी 2369 और (ग्रेड ए) का 2389 रुपये तय किया है. दो महीने में 2.17 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है और 48 घंटे में भुगतान की व्यवस्था की गई है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ना मूल्य बढ़ाया है, जो किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आने वाला है. अग्रणी प्रजातियों का मूल्य 400 रुपये और सामान्य का 390 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. इस वृद्धि से किसानों को ₹3,000 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान मिलेगा.
Sugarcane Farming: ज्योति प्रकाश सिंह एक किसान परिवार से आते हैं. इस परिवार में गन्ने की खेती में 50 वर्षों का अनुभव है. उन्होंने अपने पिता से पारंपरिक खेती के तरीके सीखे. लेकिन, उन्होंने इसमें विज्ञान और तकनीक का समावेश किया. ज्योति प्रकाश सिंह ने जल्दी ही यह समझ लिया कि खेती को प्रासंगिक और लाभदायक बनाए रखने के लिए इनोवेशन की जरूरत है.
उत्तर प्रदेश में 2025–26 खरीफ सत्र की धान खरीद प्रक्रिया शुरू. अब तक 3790 क्रय केंद्र बनाए गए, पश्चिमी यूपी में 23 दिन में 35.63 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद. पूर्वी यूपी में 1 नवंबर से होगी शुरुआत.
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