भारत में अनानास की खेती मुख्य रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में होती है.वहीं, अब इसकी खेती बिहार, केरल,आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में होती है.पश्चिम बंगाल में अनानास की खेती साल भर की जाती है. रेतीली मिट्टी में बेहतर उपज देने वाले इस फल की खेती पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और इसके आसपास के जिलों में बड़े पैमाने पर की जाती है. इन दिनों सिलीगुड़ी से अनानास देश के तमाम फल बाजारों में पहुंच रहा है.
सेहत के लिए 'रामबाण' माने गए मोटे अनाजों (मिलेट्स) में बाजरा का महत्वपूर्ण स्थान है. आटे से लेकर आइसक्रीम तक में बाजरे के इस्तेमाल को देखते हुए बाजार में बाजरा की भरपूर मांग है. इसके मद्देनजर यूपी सरकार ने मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत बाजारा की खेती और उपभोग को बढ़ावा देने की कार्ययोजना बनाई है.
उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ से लेकर वाराणसी तक अंगूर का दाम बाजारों में 50 से लेकर 60 रुपये किलो तक बिक रहा है, जो कि पिछले साल की अपेक्षा काफी कम है. अंगूर के भाव कम होने के पीछे मांग में कमी को बताया जा रहा है. बाजार में अन्य खाद्य पदार्थों में महंगाई का असर अंगूर की बिक्री पर भी पड़ा है
फलों का राजा आम अब बाजारों में खूब दिखने लगा है. फरवरी महीने से ही दक्षिण भारत में पैदा होने वाले बादामी और तोता परी आम बाजारों में बिकने लगते हैं. यह दोनों ही आम जूस के लिए प्रयोग किए जाते हैं. जलवायु परिवर्तन के चलते इस बार आम के फलों में मिठास कम है. वही महंगे दामों के चलते भी ग्राहकों ने दूरी बना ली है
यूपी की योगी सरकार ने गन्ना के पेराई सत्र 2022-23 में रिकॉर्ड चीनी उत्पादन होने का दावा करते हुए कहा है कि राज्य के गन्ना किसानों को अब तक का सबसे ज्यादा बकाया भुगतान किया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग ने अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए यह जानकारी दी.
किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री और मंडलायुक्त को के नाम ज्ञापन दिया. उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कराकर जल्द से जल्द मुआवजा दिलाए जाने की मांग की गई. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अचानक हुई बारिश से किसान का सब कुछ बर्बाद हो गया.
भदोही जिले में बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बारिश के कारण बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई है जिससे किसानों का बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण गेहूं की फसल खेतों गिर गई है और खेतों में पानी भर गया है.
यूपी में गन्ना की उन्नत खेती कर रहे प्रगतिशील किसानों, स्वयं सहायता समूहों एवं चीनी मिलों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने 'उत्कृष्ट कार्य योजना' लागू की गई है. इस योजना के तहत बरेली के जगदीश प्रसाद को श्रेष्ठ गन्ना किसान और मुजफ्फरनगर के देवेश आर्य को श्रेष्ठ युवा गन्ना किसान के पुरस्कार के लिए चुना गया है.
यूपी के वाराणसी में पूर्वांचल का पहला विश्व स्तरीय इंटीग्रेटेड पैक हाउस बन कर तैयार हो गया है. बुधवार से शुरू हो रही नवरात्रि के दौरान 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. सरकार का दावा है कि फल और सब्जियों की धुलाई एवं ग्रेडिंग करने वाला यह पैक हाउस यूपी और बिहार के किसानों के लिए आय बढ़ाने की सौगात साबित होगा.
तराई क्षेत्र पीलीभीत के किसानों पर इन दिनों बारिश आफत बन कर टूट रही है. बीते दो दिनों से लगातार बरसात हो रही है, जिससे गेहूं की फसल जलमग्न हो गई है. ये फसल 15 दिन बाद कटने वाली थी. बारिश होने से कटाई कम से एक महीना लेट हो गई है जिससे गेहूं के पैदावार में भारी कमी आएगी.
मोनो क्रॉप, अर्थात एक खेत में साल दर साल, एक ही फसल उपजाने वाले बड़ी जोत के किसानों का रुझान अब अपने खेत में बहुफसली यानि मल्टी क्रॉप मॉडल पर उपज लेने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. 'मोनो क्रॉप से मल्टी क्रॉप मॉडल' पर शिफ्ट होने का रुख, ऐसे साधन संपन्न किसानों में ज्यादा दिख रहा है, जो 5 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले खेत में अब तक गेहूं और धान जैसी पारंपरिक फसलें करते आ रहे थे.
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने कलमी साग या करमुआ सब्जी की एक नई किस्म काशी मनु विकसित की है. करमुआ साग की ये नई किस्म काशी मनु कई मायनों में शानदार है. आइए जानते हैं कि इसमें क्या खास है.
ज्वार एक सूखा सहिष्णु फसल है जिसे किसी भी वातावरण में उगाया जा सकता है.मोटे अनाजों में ज्वार का एक विशेष स्थान है. वही देश में ज्वार का उत्पादन गेहूं, चावल, मक्का के बाद सबसे ज्यादा किया जाता है. आगरा में आयोजित मिलेट्स मेले में मोटे अनाज से बने हुए कई उत्पादों को प्रदर्शित किया गया. वहीं कानपुर के हर्षवर्धन के द्वारा बनाए गए ज्वार के पोहे और रागी के फ्लेक्स को खूब सराहा गया.
यूपी सहित अन्य राज्यों में रबी की फसल पक कर कटाई के लिए तैयार है. रबी की फसलों में सबसे अहम मानी गई गेहूं की उपज बिक्री के लिए मंडी में पहुंचने से पहले सरकार ने गेहूं की खरीद के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. यूपी के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने गेहूं की सरकारी खरीद की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए हैं.
काशी आभा मिर्च की एक ऐसी किस्म है जिसका प्रति हेक्टेयर 140 क्विंटल तक उत्पादन मिल रहा है. किसानों को इस मिर्च की नर्सरी के लिए प्रति हेक्टेयर 450 ग्राम बीज की जरूरत होती है. 35 से 40 दिन के बाद ही इस मिर्च की पहली तोड़ाई की जा सकती है. खेत की तैयारी के दौरान 20 से 25 टन गोबर की खाद की जरूरत होती है.
यूपी में आलू की उपज उम्मीद से ज्यादा होने पर किसानों के सामने पैदा हुए बिक्री और भंडारण के संकट से निपटने के लिए सरकार की सख्ती के कारण बाजार की स्थिति में मामूली सुधार आया है. एक तरफ सरकार कोल्ड स्टोरेज में आलू के भंडारण को सख्ती से सुनिश्चित कर रही है. वहीं, दूसरी ओर आलू की सरकारी खरीद शुरू करने के बाद खुले बाजार में भी आलू का थोक भाव चढ़ने लगा है.
यूपी के संभल में गुरुवार को एक कोल्ड स्टोर की इमारत भरभरा कर ढह गई. इसमें क्षमता से ज्यादा आलू रखा गया था. इस हादसे में दो लोगों की मौत होने और लगभग 10 अन्य के घायल होने की प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई है. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के आदेश देते हुए हादसे में हताहत हुए लोगों को सहायता राशि देने की घोषणा की है.
यूपी की योगी सरकार ने इस साल रबी फसलों से अच्छी पैदावार होने की उम्मीद के बीच उपज की सटीक जानकारी जुटाने के लिए 'क्रॉप कटिंग' का प्रयोग किया है. इस प्रयोग को 80 हजार ग्राम पंचायतों में कराया जा रहा है. इन ग्राम पंचायतों में फसल की कटाई के समय जिले का पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद रहकर पैदावार का सही आकलन करेगा.
बनारसी लंगड़ा आम को देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी पसंद किया जाता है. अब तक लंगड़ा आम लंदन से लेकर जापान तक निर्यात हो चुका है. वहीं इस वर्ष एपीडा के द्वारा एक दर्जन से ज्यादा देशों में निर्यात की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है. वर्ष 2022 में 6 टन तक आम का निर्यात किया गया था जिसमें इस बार 10 से 15 गुना तक वृद्धि होने का अनुमान है.
यूपी के संभल जिले में गुरुवार को एक कोल्ड स्टोरेज की इमारत ढह गई. इमारत के मलबे में लगभग दो दर्जन लोगों के फंसने की आशंका है. इस हादसे ने यूपी के कोल्ड स्टोरेज में किसानों की आलू की उपज का भंडारण सुनिश्चित करने के दबाव की हकीकत को उजागर किया है.
यूपी में धान की सरकारी खरीद का सिलसिला अंतिम दौर में हैं. प्रदेश में रबी की फसल के तहत सबसे अहम मानी गई गेहूं की फसल पक कर तैयार है. इसके मद्देनजर योगी सरकार ने गेहूं की खरीद के लिए सभी जरूरी इंतजाम मुकम्मल कर लिए हैं. वहीं खरीफ की धान को खरीदने के क्रम में सरकार ने अब तक लक्ष्य के मुताबिक 93.58 प्रतिशत धान की खरीद कर ली है.
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