अगले 24 घंटों के दौरान देश में कैसा रहेगा मौसम (Weather update), कहां मौसम विभाग ने किया है बारिश को लेकर अलर्ट, कहां पड़ सकते हैं ओले पढ़ें मौसम से जुड़ी पूरी जानकारी. कृषि बजट 2023-24 में किसानों के लिए क्या खास रहेगा, क्या चाहते हैं किसान, देश के तमाम राज्यों से हमारी खास कवरेज के साथ ही पढ़ें इससे जुड़ी पूरी डिटेल (Budget 2023-24). इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ा अपडेट, किन फसलों का कहां पर कितना बढ़ा रकबा, फसलों की कौन सी नई किस्म विकसित हुई है, पशुपालक किन बातों का ध्यान रखें, खेती-किसानी से जुड़ी नई तकनीकों की पूरी जानकारी समेत कृषि (agriculture news) जगत से जुड़ी सभी खबरों के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट (Live Updates) –
भारतीय किसान यूनियन ने मुजफ्फरनगर में गन्ने का मूल्य बढ़ाने और बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. बीकेयू का कहना है कि अगर मांग नहीं मानी गईं तो धरना रात दिन जारी रहेगा. यहीं खाएंगे और यहीं रहेंगे
लहसुन एक कंद वाली मसाला फसल है. इसमें एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण इसका एक खास गंध और थोड़ा तीखा स्वाद होता है. लहसुन में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसका इस्तेमाल गले और पेट संबंधी समस्याओं में किया जाता है. वैसे तो यह भारत के हर राज्य में उगाई जाती है. लेकिन, लहसुन उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश भारत के सभी राज्यों में अव्वल है. जबकि मध्य प्रदेश सहित 3 राज्य ऐसे हैं, जहां भारत की कुल प्रतिशत में 85 प्रतिशत लहसुन का उत्पादन किया जाता है.
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पश्चिम बंगाल सरकार ने इस सीजन में अब तक लगभग 26 लाख टन धान की खरीद की है, जो 55 लाख टन की लक्षित खरीद का लगभग 47 प्रतिशत है. वहीं राज्य में इस सीजन में अब तक धान की खरीद जो सुस्त रही है, उसमें और मंदी देखी जा सकती है, क्योंकि खुले बाजार में कीमतें राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लगभग बराबर हैं. नतीजतन, किसान अपनी उपज को खुले बाजार में बेच रहे हैं और एमएसपी पर बेचने से बच रहे हैं.
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अच्छी नौकरी, खूब-रुपये पैसे कमाने और बेहतर लाइफस्टाइल की चाह में गांव के गांव खाली हो रहे हैं. गांवों को सबसे अधिक पलायन का दंश झेलना पड़ रहा है. हालांकि इसी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कभी गांव छोड़कर शहर में जा बसे थे, लेकिन दोबारा गांव लौटे और एक नया सफर शुरू किया. इस सफर में उनकी अकेले की यात्रा नहीं है बल्कि साथ-साथ कई लोग चलते हैं, खुद रोजगार करते हैं और दूसरों को भी रास्ता दिखाते हैं. ऐसी ही एक कहानी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल की है. यहां के दो भाइयों ने दोबारा गांव में लौटकर खेती-किसानी को अपना करियर बनाया. अब दोनों भाई अच्छी कमाई कर रहे हैं. दूसरों को भी रोजगार का रास्ता दिखा रहे हैं.
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जमीन उपजाऊ हो और रकबा बहुत ज्यादा हो, खेती तभी मुनाफे का सौदा हो सकती है. इस धारणा को एक किसान ने अपनी समझ बूझ वाली खेती की पद्धति से पूरी तरह गलत साबित कर दिया है. यह काम गंगा यमुना के दोआब इलाके की बेहद उपजाऊ जमीन वाले किसी किसान ने नहीं, बल्कि बुंदेलखंड में बांदा के 75 वर्षीय किसान गुलाब सिंह ने कर दिखाया है. बांदा जिले के बड़ोखर खुर्द गांव में महज 3.5 बीघा खेत में वह आवर्तनशील खेती का पारंपरिक तरीका अपना कर खेती करते हैं. उन्होंने पशुपालन, बागवानी और मछली पालन कर 'समग्र खेती' (Integrated Farming) का सफल मॉडल तैयार किया है. उनके इस मॉडल को कृषि वैज्ञानिकों ने भी सराहते हुए सम्मानित किया है. इलाके के लोग उन्हें गुलाब काका के नाम से बुलाते हैं.
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत साल 2019 में की गई थी. इसके अंतर्गत किसानों को हर साल तीन किश्तों में 6 हजार रुपये की राशि दी जाती है. इस योजना में पूरी तरह से किसानों को लाभ देने के लिए हर तरह की बुनियादी सहूलियत को ध्यान में रखा गया है. चाहे वह पैसे भेजने की सरल सुविधा हो, चाहे वह आसान रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया हो. इस बुनियादी प्रक्रिया के बाद किसानों के लिए एक और प्रावधान किया गया है जो कि लाभार्थी किसान की मृत्यु से जुड़ी है. आपको बता दें कि मृत्यु के बाद भी इस योजना के तहत लाभार्थी किसान के परिवार को यह लाभ मिलता रहेगा. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे-
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गुजरात में राजकोट के किसान आजकल बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. उनकी परेशानी ये है कि सरकार इस घोर ठंड में खेती-किसानी के लिए रात में बिजली दे रही है. किसानों की शिकायत है कि ठंड में वे खुद को बचाने के लिए घर में रहें या खेत में जाएं, उन्हें समझ में नहीं आ रहा है. किसानों की शिकायत है कि ठंड से परेशानी तो है ही, आवारा जानवर भी कब उन पर हमला कर दें, इसका कोई भरोसा नहीं. ऐसे में सरकार बिजली दिन में दे ताकि फसलों को पानी देने का काम दिन-दिन में ही निपट जाए. लेकिन दिन में बिजली नहीं मिलने से किसान विरोध पर उतर आए हैं. राजकोट के किसानों ने एक अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचा.
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केंद्र सरकार के एक नए आदेश के मुताबिक राज्य सरकारें फूड कॉरपोरेशन से 34 रुपये किलो की दर से चावल खरीद सकती हैं. राज्य सरकारें इस चावल का इस्तेमाल अपनी स्कीमों में कर सकती हैं. कई राज्यों में गरीबों के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं जिनमें लोगों को अनाज दिया जाता है.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है, जबकि वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही. आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा गेहूं बेचने के लिए टेंडर जारी के बाद दिल्ली में शुक्रवार को गेहूं की कीमतों में एक दिन में 6 से 9 प्रतिशत की गिरावट आई है. वहीं केंद्र सरकार और व्यापारियों को उम्मीद है कि टेंडर प्रक्रिया खत्म होने के बाद मिलों में गेहूं पहुंचने से कीमतों में और गिरावट आएगी. इस बीच, उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि उत्पादन में कमी के कारण भारत को 2023-24 में 10 लाख टन अरहर आयात करने की आवश्यकता होगी.
नर्मदा जयंती पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों और देशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा है कि नर्मदा के कारण सिंचाई हो रही है, अनाज के भंडारण भरे हैं, पीने का पानी और बिजली मिल रही है. अब नर्मदा के पानी की सतह पर सोलर पैनल बिछाकर भी हम बिजली उत्पादित करेंगे.
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंंड इलाके में ग्रामीण महिलाओं ने सहकारिता का बेहतर उदाहरण पेश कर दूध के कारोबार का ऐसा सफल मॉडल पेश किया है, जो इस इलाके की पहचान को बदलने में भी अहम भूमिका निभा रहा है. महज 3 साल के भीतर 7 जिलों के 701 गांवों की 48 हजार महिलाओं ने अमूल की तर्ज पर यह कमाल कर दिखाया है. स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं की पहचान अब 'बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी' के नाम से बन चुकी है.
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राजस्थान में मौसम लगातार बदल रहा है. दो दिन से चल रही शीतलहर से ठिठुरन बढ़ी है. न्यूनतम तापमान 7 तक पहुंच गया है. अगले 24 घंटे में मौसम फिर से बदलाव होने की संभावना है. ओले भी गिर सकते हैं।
यूपी सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए बिजली के बिल में घोषित की गयी सब्सिडी की राशि को मंजूरी दे दी है. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी 2023 से मार्च 2023) के लिए 375 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी जारी करने का स्वीकृति दिया है. यह राशि उत्तर प्रदेश विद्युत निगम को अनुदान के रूप में जारी की गयी है. मौजूदा व्यवस्था में नलकूप से सिंचाई करने वाले प्रदेश के किसानों को बिजली के बिल में 60 प्रतिशत की छूट दी जाती है.
मौसम विभाग ने राज्य के यूपी के अधिकांश इलाकों में सुबह कोहरा रहने के बाद आसमान साफ रहने का अनुमान व्यक्त किया है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के प्रमुख शहरों का आज सुबह तापमान 8 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. लखनऊ का आज सुबह तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. झांसी का तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस, मेरठ का तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस, प्रयागराज का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस, गोरखपुर का तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस, बहराइच का तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस, बरेली का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अमेठी का तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार यूपी के मेरठ में आज आसमान साफ रहने के बाद रविवार को तेज हवाओं के साथ एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि हो सकती है. झांसी मंडल में भी रविवार और सोमवार को बादल छाए रहने के साथ एक दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है.
मोदी सरकार की सबसे बड़ी किसान योजना पीएम किसान स्कीम (PM-Kisan Scheme) के 50 महीने पूरे होने वाले हैं. किसानों की नजर में यह सबसे सफल योजना साबित हुई है. क्योंकि इसके तहत 2.25 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट उनके बैंक अकाउंट में आ चुके हैं.अभी स्कीम के तहत तीन किस्तों में सालाना 6000 रुपये मिलते हैं, जबकि किसान संगठन और विशेषज्ञ इसे बढ़ाकर 8000 से 24000 रुपये तक करने की मांग कर रहे हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा और फिर 2024 के आम चुनाव को देखते हुए सरकार बजट में इसकी रकम बढ़ाने का एलान कर सकती है.
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तिलहन फसलों का रकबा 100.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 108.34 लाख हेक्टेयर हो गया है, जिसमें से रेपसीड/सरसों की फसल का जो पहले 90.23 लाख हेक्टेयर था अब वह 97.17 लाख हेक्टेयर हो गया है.
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बजट 2023-24 पेश होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. तमाम सेक्टर में बजट 2023-24 को लेकर चर्चाएं चल रही हैं. देश के बड़े सेक्टर में शुमार डेयरी कारोबार से जुड़े लोग भी आने वाले बजट को बेहद उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं. इसी के मद्देनजर 'किसान तक' ने इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट आरएस सोढ़ी से बजट 2023-24 पर खास बातचीत की. उनका कहना है कि अगर सरकार डेयरी सेक्टर को सिर्फ एग्रीकल्चर में शामिल कर ले तो दो बड़े फायदे हो सकते हैं. और दोनों ही फायदों से कहीं न कहीं केन्द्र सरकार का किसान की इनकम डबल करने का सपना भी पूरा होगा.
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कृषि मंत्रालय के साप्ताहिक अपडेट के अनुसार, मोटे अनाजों का रकबा 49.57 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 51.90 लाख हेक्टेयर हो गया है. जिसमें मक्का का कवरेज 19.2 प्रतिशत बढ़कर 21.36 लाख है. बीयर बनाने के लिए डिस्टिलरीज द्वारा उपयोग किए जाने वाले जौ का कवरेज 6.79 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 7.45 लाख हेक्टेयर हो गया है. सर्दियों में उगाए जाने वाले धान का रकबा एक साल पहले की अवधि के 23.64 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 33.49 लाख हेक्टेयर हो गया है.
सभी रबी फसलों के तहत रकबा में एक साल पहले से 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. वही धान को छोड़कर रबी फसलों की बुवाई लगभग पूरी हो चुकी है. इसके अलावा अगले दो महीनों में 30 लाख हेक्टेयर और रकबा कवर किए जाने की संभावना है. इससे रबी फसलों के तहत कुल रकबा 730 लाख हेक्टेयर से अधिक हो सकता है. बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार चालू सीजन में सभी रबी फसलों का कुल रकबा एक साल पहले के 678.78 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 700.92 लाख हेक्टेयर हो गया है.
अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की या मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश होने की संभावना है. वही 29 जनवरी को दिल्ली में हल्की बारिश होने की संभावना है. ऐसे में आइए भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार जानते हैं देशभर में अगले 24 घंटों के दौरान कैसा रहेगा मौसम-
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निजी रेटिंग एजेंसी इन्वेस्टमेंट इंर्फोमेशन एंड क्रेडिट एजेंसी (ICRA) ने सरकार की उर्वरक सब्सिडी खर्च को अगले वित्त वर्ष 2024 में लगभग 20 प्रतिशत घटकर 2 ट्रिलियन रुपये तक रहने की संभावना जताई है, जो चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 2.5 ट्रिलियन रुपए है. वहीं एजेंसी ने कहा है कि कच्चे माल और तैयार उर्वरकों की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कीमतों में मजबूती के कारण सब्सिडी की आवश्यकता अपने उच्चतम स्तर, चालू वित्त वर्ष 2023 में लगभग 2.5 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.
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सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है.वहीं भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक नई तकनीक से ऐसे पौधा विकसित किया है, जिससे एक नहीं बल्कि 2 सब्जियां एक साथ पैदा होगी. मसलन, किसान एक ही पौधे से आलू और टमाटर की पैदावार ले सकेंगे. संस्थान के वैज्ञानिक डॉ अनंत बहादुर ने ग्राफ्टिंग विधि के जरिए एक ही पौधे पर दो तरह की फसल को उगा कर सफल प्रयोग किया है. इस तकनीक के माध्यम से उन्होंने पोमेटो और ब्रिमेटो का आविष्कार किया.
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की हिस्सेदारी 24 फीसदी से अधिक होनी जरूरी है. उन्होंने साथ ही ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया. वह यहां श्री बालाजी विश्वविद्यालय के 22वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे.
खरीफ चावल उत्पादन में गिरावट आने के अनुमान के बावजूद सरकार की चावल खरीद सितंबर में समाप्त होने वाले विपणन वर्ष 2022-23 में पिछले साल के 592 लाख टन के स्तर पर पहुंच सकती है. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जिस तरह से धान की खरीद हो रही है, हमें उम्मीद है कि कुल चावल खरीद पिछले साल के 592 लाख टन के स्तर तक पहुंच जाएगी.’’ उन्होंने कहा कि खरीद का लक्ष्य 600 लाख टन है, जबकि इस साल 26 जनवरी तक लगभग 426 लाख टन चावल की खरीद की जा चुकी है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह खरीद 410 लाख टन थी. प्रारंभिक सरकारी अनुमानों के अनुसार देश का चावल उत्पादन फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में 10 करोड़ 49.9 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 11 करोड़ 17.6 लाख टन से कम है.