लाला लाजपत राय वेटरनरी एंड एनमिल साइंस यूनिवर्सिटी (लुवास), हिसार जल्द ही पशुओं को बड़ी राहत देने जा रहा है. अब इंसानों की तरह से ही पशुओं को भी हड्डियों और जोड़ों की परेशानी छुटकारा मिल सकेगा. जल्द ही लुवास एक प्राइवेट कंपनी के साथ मिलकर कृत्रिम इम्प्लांट से मिलकर पशुओं का इलाज करेगी. इसके लिए लुवास ने हाल ही में प्राइवेट कंपनी ओर्थोटैक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड वलसाड़ गुजरात के साथ एमओयू साइन किया है. लुवास के वाइस चांसलर प्रो. डॉ. विनोद कुमार वर्मा का कहना है कि इस योजना पर वेटरनरी कॉलेज के सर्जरी और रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट ने काम करना शुरू कर दिया है.
इसके लिए कंपनी के साथ जरूरी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली गई हैं. इस योजना को पूरा कराने में लुवास के मानव संसाधन निदेशालय के निदेशक डॉ. राजेश खुराना, अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल और ऑर्थोटेक के निदेशक सुशांत बनर्जी और सुनीता बनर्जी का अहम योगदान रहा है.
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लुवास के सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरएन चौधरी का कहना है कि ने बताया कि कृत्रिम इम्प्लांट से कुत्तों में हिप डिस्प्लेसिया और फ्रैक्चर को ठीक करने में काफी सहायता मिलेगी. इसके साथ-हड्डी के कैंसर से पीडि़त पशुओं में संक्रमित हड्डी-जोड़ को काटने के बाद पशु फिर से पूरी तरह से चलने-फिरने में कामयाब हो सकेगा. पालतू पशुओं के लिए खासतौर पर बने इम्प्लांट उपलब्ध नही होने से अभी इनका इलाज करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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लुवास के ही डॉ. राम निवास पशुओं के लिए ओर्थोटेक कंपनी में तैयार होने वाले कृत्रिम इम्प्लांट की डिजाईन तैयार करेंगे. इस तकनीक की मदद से सबसे पहले कुल्हें के जोड़ में प्रत्यारोपण किया जाएगा. वाइस चांसलर प्रो. विनोद कुमार वर्मा ने इस प्रोजेक्ट की सफलता के लिए सभी को शुभकामनाएं दी हैं.