आपकी जानकारी में किसी भैंसे की कीमत अधिकतम कितनी हो सकती है? हमारी आपकी कल्पना के पंख 2-3 लाख रुपये से अधिक नहीं पहुंच पाएंगे. लेकिन किसान तक इन शब्दों के जरिए आपको सात करोड़ रुपये कीमत के भैंसा ‘राजा’ से मिला रहा है. राजा चुरू जिले के राजगढ़ के पशुपालक और किसान पवन इस भैंसे के मालिक हैं. किसान तक ने पवन से भैंसे की खासियत और इसकी देखरेख के बारे में बात की.
वे कहते हैं कि मैने इस भैंसे का नाम राजा रखा है. अभी इसकी उम्र महज ढाई साल ही है. जैसे-जैसे ये बड़ा होगा, इसकी कीमत और शरीर बढ़ता जाएगा.
पवन किसान तक को बताते हैं कि इस भैंसे की अभी सात करोड़ रुपये कीमत लग चुकी है. लेकिन मैं इसे बेचूंगा नहीं. क्योंकि यह मेरा बैंक है. दरअसल, पवन इसके सीमन को बेचने से ही महीने में 8-10 लाख रुपये कमा लेते हैं. मुर्रा नस्ल के इस भैंसे के सीमन का एक डोज करीब 350 रुपये का है. पवन कहते हैं कि सीमन की सक्सेस रेट भी लगभग सौ प्रतिशत है. एक ही डोज में भैंस ग्याभिन हो जाती है.
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राजा दरअसल, मुर्रा नस्ल का भैंसा है. मुर्रा नस्ल पालतू भैंसों की एक नस्ल है. इस नस्ल की भैंस अपने दूध की मात्रा और उसकी क्वालिटी के लिए मशहूर है. इसीलिए जिस जगह चारे-पानी की व्यवस्था अच्छी होती है, पशुपालक इसे पालने को तरजीह देते हैं. मुर्रा मूलतः पंजाब की नस्ल है जो अब दूसरे राज्यों में भी किसानों की पहली पसंद बनी हुई है. हरियाणा के किसान और पशुपालक इसे 'काला सोना' भी कहते हैं.
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मुर्रा भैंस के दूध में फैट सबसे अधिक होता है. इसके दूध में करीब 7 प्रतिशत तक फैट मिलता है. इन तमाम खूबियों के कारण बाजार में मुर्रा नस्ल के भैंस की मांग सबसे ज्यादा और हमेशा बनी रहती है.
राजा भैंसे के मालिक पवन किसान तक से बताते हैं कि इस भैंसे की देखरेख पर महीने में 20-25 हजार रुपये तक खर्च होते हैं. इसमें इसे हमेशा हरा चारा, सरसों की खल, तेल और सुबह- शाम गाय का दूध दिया जाता है. साथ ही इसके रहने की जगह को हमेशा साफ रखना पड़ता है. इसीलिए हम इसके गोबर को कभी जमीन पर नहीं गिरने देते.