काम की बात: खेती के लिए जरूरी मशीन नहीं खरीद पा रहे आप! यहां से किराए पर लेकर करें काम

काम की बात: खेती के लिए जरूरी मशीन नहीं खरीद पा रहे आप! यहां से किराए पर लेकर करें काम

खेती-बाड़ी में आए दिन नए-नए आधुनिक तकरीकों की एंट्री हो रही है, जो किसानों के लिए काफी लाभदायक है. इसके लिए किसानों को कई तरह के उपकरणों और मशीनों की जरूरत होती है. जो किसान ये खरीद नहीं सकते उनके लिए किराए पर लेने की भी सुविधा है.

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काम की बात: खेती के लिए जरूरी मशीन नहीं खरीद पा रहे आप! यहां से किराए पर लेकर करें कामखेती के लिए जरूरी मशीन नहीं खरीद पा रहे आप! यहां से किराए पर लेकर करें काम

कृषि के क्षेत्र में आए दिन नए-नए इनोवेशन हो रहे हैं. इसी कड़ी में खेती-किसानी से कृषि यंत्रों को भी जोड़ा गया है. इन तकनीकी यंत्रों के आने से किसानों के लिए फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक का काम काफी हद तक आसान हो गया है. वहीं इन मशीनों के आने से किसानों की मेहनत और लागत में भी काफी कमी आई है. दरअसल आज भी भारत के ऐसे किसान हैं जो थोड़े गरीब हैं वह कृषि के क्षेत्र में कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं, क्योंकि बहुत से किसान ऐसे हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति के कारण खेती-बाड़ी में आधुनिक मशीनों का प्रयोग नहीं कर पाते हैं, क्योंकि उनके पास उन महंगी मशीनों को खरीदने के लिए पैसे नहीं होते हैं.

ऐसे में आर्थिक स्थिति से कमजोर किसान भी कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से कृषि मशीनों को किराए पर ले कर अपने कृषि उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे ले सकते हैं किराए पर कृषि यंत्र.

क्या है कस्टम हायरिंग सेंटर

दरअसल केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को राहत पहुचाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए एक नयी योजना का शुभारम्भ किया गया है. इस योजना में देश के किसानों को खेती करने के लिए महंगी मशीनों को खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी और किसान खेती करने के लिए कृषि यंत्रों को किराए पर भी ले सकते हैं. इसके लिए किसान  CHC Farm Machinery यानी कस्टम हायरिंग सेंटर मोबाइल ऐप की मदद से कृषि यंत्रों को किराए पर ले सकते हैं. यह सभी कृषि यंत्र आसानी से किराए पर सस्ते दामों पर उपलब्ध हो जाएंगे.

छोटे किसानों को होगा फायदा

इस मोबाइल ऐप में देश की 12 भाषाओं को शामिल किया गया है, इसके अलावा तकरीबन 40,000 तक कस्टम हायरिंग सेवा केन्द्रों को पंजीकृत किया गया है, जिसमें लगभग 1,20,000 से अधिक कृषि यंत्रों को किराए पर दिया जाता है. कस्टम हायरिंग सेंटर की मदद से कोई भी किसान सस्ती दरों पर कृषि योग्य उपकरणों का चुनाव कर उसे किराए पर ले सकता है. देश के अधिकतर छोटे और सीमांत किसानों को इस योजना का लाभ प्राप्त होगा, जिससे देश के छोटे और सीमांत किसान कृषि यंत्रों को उचित मूल्य पर किराए पर लेकर आसानी से खेती कर सकेंगे.

किसानों को क्या है इसके फायदे

कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसान कृषि मशीनों को किराए पर ले अपने अपने कृषि उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. CSC के तहत आधुनिक मशीनरी का उपयोग कर किसान अपने कृषि कार्यों में मजबूती ला सकते हैं. वहीं किसानों को इससे खेती में कम लागत आएगा. इससे उनके समय का भी बचत होगा. इसके अलावा किसानों की आर्थिक सुरक्षा भी रहेगी.

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