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छत्तीसगढ़: धान की खरीदी में 18 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा, 730 क्विंटल खरीद का मामला निकला फर्जी

छत्तीसगढ़: धान की खरीदी में 18 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा, 730 क्विंटल खरीद का मामला निकला फर्जी

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के धान खरीदी केंद्र भस्करापाली में लगभग 18 लाख रुपये के 730 क्विंटल धान की फर्जी खरीदी का मामला सामने आया है. वहीं जांच टीम की आने की भनक लगते ही फर्जीवाड़ा करने वाले धान खरीदी प्रभारी मौके से गायब हो गए.

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धान की खरीदी में 18 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा, सांकेतिक तस्वीर, साभार: Freepik धान की खरीदी में 18 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा, सांकेतिक तस्वीर, साभार: Freepik

धान खरीदी में फर्जीवाड़ा के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. अब एक नया मामला छत्तीसगढ़ से आया है. दरअसल, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के धान खरीदी केंद्र भस्करापाली में लगभग 18 लाख रुपये के 730 क्विंटल धान की फर्जी खरीदी का मामला सामने आया है. जिला प्रशासन की जांच टीम ने धान खरीदी केंद्र भस्करापाली में 730 क्विंटल धान कम पाया है. जांच टीम आने की सूचना मिलते ही धान खरीदी प्रभारी, धान खरीदी केंद्र से नदारत यानी मौके से गायब हो गए. वहीं भस्करापाली केंद्र में धान कम पाए जाने के मामले में अधिकारी कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं.

169 केन्द्रों पर हुई धान की खरीदी

बता दें कि पूरे छतीसगढ़ में धान खरीदी वर्ष 2022-23 के लिए 1 नवंबर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी की गई. महासमुंद जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 169 धान खरीदी केंद्र बनाए गए थे जहां धान की खरीदी की जा रही थी. वहीं जिले के कुछ धान खरीदी केन्द्रों में धान की बिना खरीदारी किए खरीदी ऑनलाइन खरीदी में दिखाया गया, जबकि वास्तव में धान खरीदा ही नहीं गया है. जैसे-जैसे जांच हो रहा है फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है.

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धान खरीदी में 18 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा

महासमुंद जिले के धान खरीदी केंद्र भस्करापाली मे धान खरीदी वर्ष 2022-23 में 31 जनवरी 2023 तक कुल 63492 क्विंटल धान खरीदी ऑनलाइन में दिखाया गया है. जब जिला प्रशासन की जांच टीम ने खरीदी केंद्र भस्करापाली में खरीदे गए धान की जांच किया, तो वहां 730 क्विंटल धान कम पाया गया जिसकी कीमत लगभग 18 लाख रुपये आकी जा रही है. अधिकारी इसे फर्जी (बोगस) खरीदी मान रहे हैं, क्योंकि इस बार धान खरीदी के समय न ही बारिश हुई है और न ही खरीदे गए धान के उठाव में देरी हुई है. इस बार प्रशासन ने उठाव की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखा था खरीदी हो रहा था और साथ-साथ मिलरों के माध्यम से धान का उठाव भी होते गया. इस बार धान में सुखत या धान खराब होने जैसी स्थिति नहीं थी. 

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धान खरीद प्रभारी मौके से फरार 

जांच टीम की आने की भनक लगते ही फर्जीवाड़ा करने वाले भस्करापाली के धान खरीदी प्रभारी मौके से गायब हो गए. इस मामले में महासमुंद जिले के खाद्य अधिकारी अजय यादव ने बताया की धान खरीदी केंद्र भस्करापाली में वहां 730 क्विंटल धान कम पाया गया है जोकि बोगस धान खरीदी की ओर इशारा करता है. जांच के बाद नियमानुसार कार्यवाही किया जाएगा.

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