डॉ. देवेश चतुर्वेदी (सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग) ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में आयोजित उत्तरी राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन में प्रमुख विषयों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. उन्होंने अपने संबोधन में इस सम्मेलन की महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया कि इसका उद्देश्य विभाग द्वारा चलाई जा रही प्रमुख योजनाओं का गहन विश्लेषण करना है, ताकि कृषि विकास एवं किसान कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों का प्रभावी आकलन किया जा सके.
डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी, अतिरिक्त सचिव (डीएम, आरकेवीवाई, बीज), कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में आयोजित उत्तरी राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत चर्चा की. उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित उत्तरी राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ योजनाओं के कार्यान्वयन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए, इसमें आ रही चुनौतियों को समझने और उन्हें दूर करने के उपायों पर जोर दिया.
इस अवसर पर, डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने भी राज्य प्रतिनिधियों से फील्ड स्तर पर किसानों की समस्याओं, जमीनी हालात और योजनाओं के प्रभाव का प्रत्यक्ष अनुभव साझा करने का आग्रह किया, ताकि योजनाओं में आवश्यक सुधार और उनके बेहतर कार्यान्वयन के लिए ठोस रणनीतियां बनाई जा सकें.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त सचिव शुभा ठाकुर ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में आयोजित उत्तरी राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन में कृषोन्नति योजना पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन के माध्यम से महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने योजना के विभिन्न घटकों, उनकी प्रगति और कार्यान्वयन से जुड़ी चुनौतियों पर गहन मंथन किया. उन्होंने राज्य प्रतिनिधियों के साथ योजना के कार्यान्वयन में आ रही कठिनाइयों को समझने और उनके निराकरण के उपायों पर विशेष बल दिया ताकि कृषि क्षेत्र में सतत विकास के लक्ष्यों को सुगमता से प्राप्त किया जा सके. इस अवसर पर डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने राज्य प्रतिनिधियों के साथ योजना में किसानों को आ रही समस्याओं पर चर्चा की और इनके शीघ्र समाधान पर बल दिया.
अजीत कुमार साहू, संयुक्त सचिव (आईसी, तिलहन एवं क्रेडिट), कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, ने आज कृषि भवन, नई दिल्ली में आयोजित उत्तरी राज्यों का क्षेत्रीय सम्मेलन में केसीसी-एमआईएसएस (KCC-MISS) पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की. उन्होंने आयोजन में उपस्थित उत्तरी राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ केसीसी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही, इस योजना के क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों को समझने और उन्हें दूर करने के व्यावहारिक उपायों पर विशेष जोर दिया ताकि किसानों तक योजनाओं का अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके।
इस आयोजन में डॉ. चतुर्वेदी ने राज्य प्रतिनिधियों के साथ किसानों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की और इन समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की अपील की.
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मुक्तानंद अग्रवाल (संयुक्त सचिव और सीईओ-पीएमएफबीवाई) कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में आयोजित उत्तरी राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से चर्चा की, इस योजना का उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीट-रोग और अन्य अनियमितताओं से होने वाली फसल हानि से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है. उन्होंने योजना के कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों, फसल बीमा के दायरे और लाभार्थियों तक इसके पहुंच को लेकर चर्चा की.
इस दौरान डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने विशेष रूप से जोर दिया कि किसानों को फसल बीमा योजना के तहत समय पर दावे का निपटान मिले, ताकि किसानों को उनकी फसल हानि का उचित और त्वरित मुआवजा मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने राज्य प्रतिनिधियों कहा कि सभी दावों का समयबद्ध तरीके से सुविधाजानक बनाया जा सके जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की वित्तीय कठिनाई का सामना न करना पड़े.
डॉ. प्रमोद कुमार मेहरदा ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में आयोजित उत्तरी राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन में डिजिटल कृषि मिशन-किसान रजिस्ट्री की प्रगति पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत चर्चा की.
उन्होंने कहा कि डिजिटल कृषि मिशन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देना है, जिसमें किसानों की डिजिटल पहचान स्थापित करने के लिए किसान रजिस्ट्री बनाई जा रही है। इसके तहत किसानों का डेटा डिजिटल रूप में एकत्रित किया जाएगा, जिससे उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से मिल सके.
उन्होंने सभी राज्य प्रतिनिधियों के साथ किसानों के डेटा संग्रहण और इससे जुड़े कार्यान्वयन की प्रक्रिया की समीक्षा की और इस मिशन के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया.
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