अकोला को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, महाराष्ट्र को ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना में स्वर्ण पदक

अकोला को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, महाराष्ट्र को ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना में स्वर्ण पदक

अकोला को कपास प्रसंस्करण उद्योग में राष्ट्रीय पुरस्कार, महाराष्ट्र को 'एक जिला, एक उत्पाद (ODOP)-2024' योजना में स्वर्ण पदक. जानें कैसे अकोला बना कपास उद्योग का राष्ट्रीय केंद्र.

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अकोला को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, महाराष्ट्र को ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना में स्वर्ण पदकमहाराष्ट्र के इस जिले को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

केंद्र सरकार की ‘एक जिला, एक उत्पाद (ODOP)-2024’ योजना में महाराष्ट्र ने देशभर में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 'A' श्रेणी का स्वर्ण पदक जीता है. यह पुरस्कार 14 जुलाई को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित भव्य समारोह में दिया गया. इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद भी मंच पर उपस्थित थे.

अकोला को कपास प्रसंस्करण में राष्ट्रीय सम्मान

महाराष्ट्र के अकोला जिले को कपास प्रसंस्करण उद्योग (जिनिंग और प्रेसिंग) के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर विशेष उल्लेख पुरस्कार मिला है. यह सम्मान केंद्र सरकार द्वारा कपास उत्पादन, नवाचार और औद्योगिक उन्नति के लिए दिया गया. इस पुरस्कार को जिलाधिकारी अजीत कुंभार के मार्गदर्शन में, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक संतोष बनसोड़ ने ग्रहण किया.

अकोला के कपास को मिली राष्ट्रीय पहचान

अकोला की इस उपलब्धि पर जिला मजिस्ट्रेट अजीत कुंभार ने कहा: "कपास की ओटाई और प्रेसिंग के लिए अकोला को केंद्र सरकार द्वारा सम्मानित किया जाना पूरे जिले के लिए गर्व की बात है. इससे अकोला के कपास को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और स्थानीय उद्यमियों को बहुत लाभ होगा."

बोरगांव मंजू बना कपास उद्योग का 'संघ क्लस्टर'

बोरगांव मंजू में कपास उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एक सामूहिक सेवा केंद्र की स्थापना की गई है.
यह केंद्र प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना और मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत काम करता है.

इस पहल से यहां 103 सदस्यों वाला एक ‘संघ क्लस्टर’ बना है, जिससे स्थानीय उद्योगों को वित्तीय सहायता और तकनीकी सुविधाएँ मिल रही हैं.

100+ जिनिंग-प्रेसिंग इकाइयों से बदली तस्वीर

  • 100 से अधिक जिनिंग और प्रेसिंग इकाइयाँ काम कर रही हैं
  • धागा निर्माण और वस्त्र निर्माण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं

इस विकास में मुख्यमंत्री फेलो ऋग्वेद ऐनापुरे, सांख्यिकी सलाहकार अंकित गुप्ता, और कई स्थानीय उद्यमियों का योगदान सराहनीय रहा.

राज्य के अन्य जिलों को भी मिला सम्मान

  • रत्नागिरी: हापुस आम के लिए 'A' श्रेणी में पहला स्थान
  • नागपुर: नागपुरी संतरे के लिए 'A' श्रेणी में दूसरा स्थान
  • अमरावती: मंदारिन संतरे के लिए 'A' श्रेणी में तीसरा स्थान
  • नासिक: अंगूर और मनुका के लिए विशेष उल्लेखनीय पुरस्कार

अकोला की सफलता बना सकती है नए अवसर

अकोला जिले की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल विदर्भ, बल्कि पूरे महाराष्ट्र को गौरवान्वित करने वाली है.
ओडीओपी योजना में यह सफलता किसानों, उद्योगपतियों और युवाओं को नए रोजगार और विकास के अवसर प्रदान करेगी. इससे अकोला न केवल कपास उत्पादन का केंद्र बनेगा, बल्कि राष्ट्रीय औद्योगिक मानचित्र पर भी अपनी मजबूत पहचान बनाएगा.

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