हरियाणा के यमुनानगर में कृषि विभाग ने मेहलनवाली गांव के पास एक ट्रक से 300 बोरी सब्सिडी वाला यूरिया पकड़ा. जब किसान खाद के लिए लाइनों में जूझ रहे हैं, तब यूरिया की यह अवैध तस्करी बड़ा खुलासा करती है. मामला जांच में है और कार्रवाई जारी है.
हिसार में खाद वितरण में गड़बड़ी की शिकायत पर सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड ने हांसी में खाद विक्रेताओं की दुकानों पर छापा मारा. जांच में डीएपी खाद के रिकॉर्ड में अंतर और स्टॉक डिस्प्ले बोर्ड गायब मिला. कृषि विभाग ने संबंधित डीलर को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
DAP Demand: रबी सीजन की तैयारियों के बीच सिरसा में डीएपी खाद को लेकर किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है. मंगलवार को 1,350 एमटी खाद पहुंचने पर केंद्रों पर लंबी कतारें लगी दिखीं. टोकन वितरण रुकने से किसानों ने नाराजगी जताई.
Urea Shortage Issue: पिहोवा में यूरिया की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा फूटा. अफसर पर झूठे वादे और गुमराह करने का आरोप लगा. किसानों ने चक्का जाम किया, जिससे घंटों तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही.
चरखी दादरी में खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ डीएपी खाद की भारी किल्लत देखी जा रही है. किसान और महिलाएं अलसुबह से लाइनों में लग रहे हैं, फिर भी पर्याप्त खाद नहीं मिल रही. पुलिस की निगरानी में वितरण किया जा रहा है.
Fertilizer Sale Fraud: खरीफ सीजन के बीच हरियाणा के किसानों की खाद खरीद को लेकर परेशानी बढ़ गई है. कुछ डीलरों की हरकतों से इनपुट लागत पर असर पड़ रहा है. अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है. जानिए क्या है पूरा मामला और किन पर गिरी गाज...
Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में तीन नए गौ-अभयारण्य बनाए जाएंगे जो गांव नैन, ढंढूर और पंचकूला में होंगे. इससे प्रदेश में गौपालन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को भी लाभ होगा. साथ ही प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
भारतीय किसान यूनियन (मान) ने भी इस कानून को समर्थन दिया है और सरकार से मांग की है कि वह इसे सख्ती से लागू करे. भारतीय किसान यूनियन (मान) के प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर गुणीप्रकाश ने व्यापारियों द्वारा इस कानून के विरोध को अनैतिक बताया. साथ ही संगठन ने इसमें उम्रकैद की सजा के प्रावधान की मांग की है.
करनाल में व्यापारियों ने करनाल क्लब में बैठक की, जिसकी अध्यक्षता जिला करनाल उर्वरक, कीटनाशक और बीज व्यापारी संघ के अध्यक्ष राम कुमार गुप्ता ने की. उन्होंने दावा किया कि उनकी मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी. गुप्ता ने कहा, "किसी ने हड़ताल वापस नहीं ली है.
हरियाणा विधानसभा में गुरुवार को बीज (हरियाणा संशोधन) विधेयक, 2025 पारित किया गया, जिसमें घटिया या नकली बीजों के उत्पादन और बिक्री को रोकने के लिए एक से तीन साल की कैद और 5 लाख रुपये तक के जुर्माने सहित कड़े प्रावधान किए गए हैं. साथ ही इसे अब गैर-जमानती अपराध घोषित किया गया है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय CCS-HAU में दो दिवसीय कृषि मेले में किसानों ने करीब 43.06 लाख रुपये के खरीफ फसलों और सब्जियों की उन्नत और सिफारिश किए जाने वाले किस्मों के प्रमाणित बीज और करीब 3 लाख 50 हजार रुपये के फलदार पौधे और सब्जियों के बीज खरीदे.
आम के पेड़ों में मंजर आने लगे हैं. ऐसे में मंजर को देखकर किसान काफी खुश हैं, लेकिन इस महीने लागातार मौसम में हो रहे बदलाव से पेड़ों पर कीट रोगों के साथ ही कई अन्य संकट देखने को मिल रहा है. इसके लिए हरियणा कृषि विभाग ने आम किसानों के लिए मंजर को बचाने के उपाय बताएं हैं.
हिसार अनाज मंडी में दी हिसार कोपरेटीव सोसायटी लिमिटेड के सैल्स मैन अनिल गोदारा ने कहा कि 13 नवंबर को DAP एक हजार बैग आए थे जो किसानों को दे दिए गए है. वहीं, दस दिनो से डीएपी खाद नहीं आई है. उन्होने कहा कि प्रदेश में डीएपी कम आ रही है.
हरियाणा में डीएपी को लेकर बहस जारी है. विधानसभा सत्र के तीसर दिन इस विषय पर चर्चा हुई. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान सीएम ने डीएपी की कमी को एक अफवाह बताया और पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. वहीं, कांग्रेस और इनेलो ने इस पर सवाल उठाए हैं.
CM सैनी ने कहा कि राजस्व रिकार्ड के अनुसार मृतक रामभगत के नाम कोई जमीन गांव भीखेवाला में नहीं है. उनके पिता किदार सिंह के नाम गांव भीखेवला में 3 कनाल कृषि योग्य भूमि है और 125 गज गैर मुमकिन जमीन है. रामभगत ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था.
हरियाणा में गेहूं और सरसों की बुवाई का पीक टाइम चल रहा है, लेकिन किसान डीएपी खाद की कमी से जूझ रहे हैं. कुछ यही हाल हिसार में देखने को मिला. डीएपी खरीदने के लिए हिसार अनाज मंडी आ रहे किसानों को सब्र उस वक्त टूट गया जब लगातार कई दिनों से स्टॉक नहीं होने की बात सुनने को मिली. किसानों ने वहां रोड जाम कर प्रदर्शन किया.
हरियाणा में एक ओर जहां किसान डीएपी खाद के लिए घंटों लंबी कतारों में जूझ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सत्ता और विपक्ष में इसे लेकर वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. अब कांग्रेस ने सीएम नायब सैनी को डीएपी की कमी को लेकर चैंलेज दिया है.
हरियाणा में खाद के लिए किसानों की लंबी कतारों पर एक ओर जहां राजनीतिक बयानबाजी जारी है. वहीं, हिसार में तीन बाद खाद पहुंचने के बाद भी 100 किसान खाद बिक्री केंद्र से खाली हाथ लौटे, जबकि कई किसानों को जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल सकी. अब एक और डीएपी स्टॉक के आने से किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी.
हरियाणा में एक ओर जहां डीएपी खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. किसान, किसान यूनियन विपक्ष सभी राज्य में खाद की कमी की बात कह रहे हैं. वहीं, राज्य सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने इन दावों को खारिज किया है. उन्होंने आंकड़े जारी कर राज्य में खाद की पर्याप्त उपलब्धता की बात कही है.
हरियाणा समेत कई राज्यों में किसान डीएपी की कमी की बात कह रहे हैं. डीएपी के लिए कई जगहों पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं तो वहीं कई किसान मजबूरी में निजी डीलरों से महंगे दाम पर खाद खरीद रहें हैं. लेकिन, किसान नैनो-डीएपी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. जानिए इसके पीछे की वजह...
फसल बुवाई का नया सीजन लगते ही खाद की मांग बढ़ जाती है. ऐसे में किसानों का काम सिर्फ सरकारी आपूर्ति से नहीं हो पाता है. कुछ यही हाल हरियाणा में बना हुआ है, जहां सरकार कह रही है कि राज्य में भरपूर खाद डीएपी है, लेकिन किसान डीएपी की कमी की शिकायत कर रहे हैं. दो जिलों में केंद्रों पर अव्यवस्था और कुप्रबंधन की शिकायत के बाद पुलिस की निगरानी में डीएपी बेचने की नौबत आ गई.
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