हिसार में DAP के लिए किसानों ने किया रोड जाम, बोले- कई दिनों से नहीं मिली खाद

हिसार में DAP के लिए किसानों ने किया रोड जाम, बोले- कई दिनों से नहीं मिली खाद

हरियाणा में गेहूं और सरसों की बुवाई का पीक टाइम चल रहा है, लेकिन किसान डीएपी खाद की कमी से जूझ रहे हैं. कुछ यही हाल हिसार में देखने को मिला. डीएपी खरीदने के लिए हिसार अनाज मंडी आ रहे किसानों को सब्र उस वक्‍त टूट गया जब लगातार कई दिनों से स्‍टॉक नहीं होने की बात सुनने को मिली. किसानों ने वहां रोड जाम कर प्रदर्शन किया.

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हिसार में DAP के लिए किसानों ने किया रोड जाम, बोले- कई दिनों से नहीं मिली खादखाद के लिए लंबी लाइनों में लग रहे किसान. (फाइल फोटो)

हरियाणा में इस समय रबी सीजन के दौरान गेहूं-सरसों की बुवाई चरम पर है, लेकिन किसान डीएपी की कमी से जूझ रहे हैं. लगभग सभी जिलों में खाद बि‍क्री केंद्रों पर किसानों की लंबी कतार देखने को मिल रही है. यही हाल हिसार का भी है. कुछ दिन पहले यहां केंद्र पर तीन दिन तक डीएपी का स्‍टॉक नहीं था, जिसके बावजूद किसान कतार में लगे रहे, जब चौथे दिन 1000 बैग खाद पहुंची तो व्‍यवस्‍था संभालने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था. वहीं, सोमवार को खाद की कमी से जूझ रहे नाराज किसानों ने हिसार शहर में अनाज मंडी के सामने सड़क जाम कर दी. 

कई दिनों से चक्‍कर काट रहे थे किसान

'दि ट्रिब्‍यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने कहा कि वे पिछले कई दिनों से दूर गांवों से अनाज मंडी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार एक ही जवाब दिया जा रहा है कि हिसार सहकारी विपणन समिति के कार्यालय में खाद का स्टॉक उपलब्ध नहीं है. मिर्जापुर गांव के रहने वाले एक किसान संजय ने कहा कि वह सुबह 4 बजे डीएपी के लिए यहां पहुंचे थे, लेकिन अब स्टॉक उपलब्ध नहीं होने की बात कही जा रही है. संजय ने कहा कि खेत बिजाई के लिए तैयार है और अगर बुवाई में देरी हुई तो मिट्टी सख्त हो जाएगी. अब हमारे पास इंतजार करने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है. 

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बिजाई में देरी से कम होगी पैदावार

मिर्जापुर गांव के ही एक अन्य किसान सुभाष ने कहा कि वह अपने 25 एकड़ क्षेत्र में रबी की फसल की बुवाई की प्‍लानिंग कर रहे हैं, लेकिन डीएपी नहीं है. देरी से डीएपी मिलने पर बुवाई में भी देरी होगी, जिससे पैदावार पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, अच्छी पैदावार के लिए गेहूं की बिजाई 14 नवंबर तक हो जानी चाहिए. देरी करने पर उत्‍पादन में कमी आती है. कृषि विभाग के मुताबिक, हिसार जिले में 25,000 मीट्रिक टन डीएपी की डिमांड है, लेकिन अभी तक यहां इसका करीब 50 फीसदी (12,573 मीट्रिक टन) स्‍टॉक ही आया  है.

सरकार का दावा- राज्‍य में पर्याप्‍त खाद

एक ओर जहां किसान खाद की कमी की बात कर रहे हैं, वहीं राज्‍य सरकार पर्याप्‍त मात्रा में खाद की उपलब्‍धता का दावा कर रही है. सीएम नायब सिंह सैनी ने हाल ही में  किसानों से अपील की थी कि वे खाद की कमी जैसी अफवाहों पर ध्‍यान न दें. सीएम ने आंकड़े पेशकर डीएपी, एनपीके और एसएसपी खाद के पर्याप्‍त स्‍टॉक का दावा किया था. वहीं, उनके इस दावे के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्‍हें जिलों में जाकर स्‍टॉक देखने का चैलेंज दिया था.

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