पंजाब में एक तरफ किसान जहां सरकार की नीतियों से परेशान हैं तो वहीं प्रकृति भी उनकी कमर तोड़ रही है. बीती 10 तारीख को सुबह 03 बजे पंजाब के अंबाला में जमकर हुई ओलावृष्टि ने किसानों के खेतों में खड़ी फसल को बिछा दिया. इस कारण किसानों की मुश्किलें अब और बढ़ गई हैं. फसल नुकसान की समस्या को लेकर गुरुवार को किसान अंबाला उपायुक्त को ज्ञापन देने पहुंचे. वहीं डोमेस्टिक एयरपोर्ट के लिए 15 अक्टूबर को होने जा रहे शिलान्यास को लेकर भी किसान भड़के हैं. वे इसका विरोध करने की तैयारी में हैं.
ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए किसानों ने बताया कि बीती 10 तारीख सुबह 3:00 बजे तेज ओलावृष्टि हुई. इस कारण खेत में खड़ी फसल पूरी तरह से खराब हो गई. ऐसे में जहां वे लोग पोर्टल की वजह से मुआवजे की समस्याओं से जूझ रहे हैं, वहीं अचानक हुई ओलावृष्टि ने उनकी समस्याएं और बढ़ा दी हैं. अपनी इस समस्या को लेकर किसानों का एक जत्था गुरुवार को ज्ञापन देने अंबाला उपायुक्त कार्यालय पहुंचा. ये सभी किसान ओलावृष्टि में हुए फसल नुकसान को लेकर उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अंबाला उपायुक्त एक टीम बनाएं जो उनकी खराब हुई फसल का निरीक्षण करे. उस निरीक्षण के आधार पर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए.
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वहीं दूसरी तरफ अंबाला में बनने जा रहे डोमेस्टिक एयरपोर्ट को लेकर भी किसानों ने सरकार को निशाने पर लिया है. दरअसल 15 अक्टूबर को होने जा रहे शिलान्यास के बारे में बोलते हुए किसान गुरमीत सिंह ने कहा कि सरकार शुरू से ही प्रचार और विज्ञापन करने में माहिर है. बड़े-बड़े होर्डिंग शहर में लगाए जा रहे हैं. इन होर्डिगों पर न जाने कितना खर्च किया जा रहा है, लेकिन अगर बात किसान की हो तो उसे उचित मुआवजा तक नहीं दिया जाता.
किसानों ने आगे कहा कि किसान के नाम पर सरकार के पास पैसे खत्म हो जाते हैं. किसानों ने सरकार को सीधी चेतावनी भी दी कि यदि सरकार उनकी बात नहीं सुनती तो किसान और उनके गांव वाले भी सरकार की एक नहीं सुनेंगे. किसानों ने चेतावनी दी कि इस तरह के सरकारी विज्ञापन करने वाले बोर्ड वे अपने गांव में बिल्कुल भी नहीं लगने देंगे. उन्होंने बताया कि जो लोग गांव में एयरपोर्ट का प्रचार प्रसार के बोर्ड लगाने आए थे, उन्हें गांव से निकाल दिया गया है.
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