लगभग हर किसान अपने ट्रैक्टर के मेंटीनेंस पर बहुत ध्यान देता है. नियमित रूप से सर्विस कराने से लेकर साफ-सफाई, ऑयलिंग और ग्रीसिंग तक, ट्रैक्टर की सारी चीजों को लेकर किसान सतर्क रहते हैं. लेकिन बहुत सारे लोग ट्रैक्टर का तो खयाल रख लेते हैं, लेकिन बैटरी का ध्यान रखना भूल जाते हैं. ऐसे में ट्रैक्टर की बैटरी जल्दी खराब होने लगती है और ये किसान की जेब पर भारी पड़ता है. सामान्य तौर पर बैटरी को ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत नहीं होती और इसकी लाइफ 5 से 6 साल होती है. लेकिन अगर इसका सही से खयाल ना रखा जाए तो ये 2 से 4 साल में ही खराब हो सकती है और अगर सही मेंटीनेंस किया जाए तो 8 साल तक एक बैटरी चल सकती है. इसलिए जरूरी है कि ट्रैक्टर की बैटरी के मेंटीनेंस से जुड़ी जरूरी बातें आपको पता होनी चाहिए, ताकि आपके ट्रैक्टर की बैटरी सालों-साल चलती रहे-
बैटरी को आप चाहे ज्यादा इस्तेमाल करें या फिर कम करिए, इसके ऊपर कार्बन (एक तरह की कचरेदार जंग) तो जमना निश्चित ही है. इसलिए महीने में एक दो बार जब ट्रैक्टर की विस्तार से सफाई करें तो बैटरी के टर्मिनल खोलकर इनकी अच्छे से सफाई कर लें. बैटरी के टर्मिनल को या तो रेगमाल से रगड़कर साफ करें और अगर जरूरत पड़े तो बेकिंग सोडा को थोड़े से पानी में मिलाकर एक खराब टूथब्रश से साफ करें. इसके अलावा जब बैटरी के टर्मिनल साफ करके वापस कसें तो ग्रीस या पेट्रोलियम जेली लगाकर ही टर्मिनल कसें.
महीने दो महीने में एक बार बैटरी का पानी चेक करना बहुत जरूरी है. ट्रैक्टर की बैटरी का रेगुलर पानी चेक करने से इसकी हेल्थ का पता लगता है रहता है. अगर बैटरी में पानी कम दिख रहा हो या सूखा हो तो फौरन इसे टॉप-अप कर दें. लेकिन ये ध्यान रहे कि बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड वाटर ही भरें, नल का या फिर बोतल वाला पानी भरने से बैटरी को उल्टा नुकसान पहुंच सकता है. जब भी बैटरी में पानी भरें तो कोशिश करें कि ट्रैक्टर से खोलकर इसे अलग कर लें. जब भी बैटरी में पानी भरें तो इसमें दिए गए निशान से ऊपर पानी ना भरें. पानी भरने के बाद बैटरी को कम से कम 1 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें.
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बहुत सारे किसान ट्रैक्टर की बैटरी से और भी बहुत सारे उपकरण चलाते हैं. कई किसान ट्रैक्टर की बैटरी खोलकर लाइट, पंखे या मोटर में ट्रैक्टर की बैटरी का इस्तेमाल कर लेते हैं. ऐसे में ये उपकरण कभी-कभी बैटरी को जरूरत से डिस्चार्ज कर देते हैं. ये स्थित बैटरी की हेल्थ घटाती है. इसके अलावा जब किसान ट्रैक्टर की बैटरी को बिजली के चार्जर से चार्ज करते हैं, तो एक लिमिट के बाद ये चार्जर इस बैटरी को ओवर चार्ज करने लगता है. ये भी स्थिति बैटरी के लिए खरतनाक है.
ट्रैक्टर की बैटरी की अपनी एक निश्चिक क्षमता होती है और कंपनी सिर्फ ट्रैक्टर के अहम जरूरतों के हिसाब से बैटरी लगाकर देती हैं. ऐसे में जब आप ट्रैक्टर पर हेवी म्यूजिक सिस्टम, लाइटें, पंखे या फिर दूसरी एक्सेसरीज़ और उनकी लूज वायरिंग लगवाते हैं, तो इससे बैटरी पर बहुत अधिक लोड बढ़ जाता है और इसकी लाइफ घटने लगती है. इसलिए ट्रैक्टर के इलेक्ट्रोनिक्स में हेवी एक्सेसरीज़ या फिर वायरिंग से छेड़-छाड़ भी बैटरी की लाइफ कम करते हैं.
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अगर आपके ट्रैक्टर की बैटरी का गर्म होने लगी है तो ये खराब होने का एक संकेत है. वहीं अगर बैटरी से पानी निकल रहा है तो भी सावधान होने की जरूरत है. अगर बैटरी का फूलने लगी है तो समझिए कि जल्दी ही इसे बदलना पड़ेगा. बैटरी का बहुत जल्दी डिस्चार्ज होना तो इसके खराब होने का सबसे प्रमुख कारण है.
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