रामदास बेदिया की मेहनत पहुंची राष्ट्रपति भवन तक! पीएम आवास योजना के लाभुक को मिला ‘एट होम’ का न्योता

रामदास बेदिया की मेहनत पहुंची राष्ट्रपति भवन तक! पीएम आवास योजना के लाभुक को मिला ‘एट होम’ का न्योता

बिसा गांव के लोग इस बात पर गर्व महसूस कर रहे हैं कि एक साधारण किसान-मजदूर का नाम अब राष्ट्रपति भवन में गूंजेगा. मुखिया और पंचायत सदस्यों ने कहा कि रामदास की यह उपलब्धि सभी के लिए प्रेरणादायक है.

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सत्यजीत कुमार
  • रांची ,
  • Aug 13, 2025,
  • Updated Aug 13, 2025, 3:55 PM IST

रांची के अनगड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सिमराटोली, बिसा गांव में इन दिनों जश्न का माहौल है. गांव के ही एक साधारण मजदूर, रामदास बेदिया, को राष्ट्रपति भवन से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित ‘एट होम गैदरिंग’ में शामिल होने का आमंत्रण मिला है. यह सम्मान उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्धारित समय सीमा से पहले अपने आवास का निर्माण पूरा करने के लिए मिला है.

गांव के लोग इसे केवल रामदास की नहीं, बल्कि पूरे गांव की उपलब्धि मान रहे हैं. बिसा गांव के मुखिया, उपमुखिया और पंचायत के अन्य सदस्य इस खबर से फूले नहीं समा रहे. सबका कहना है कि इस बार 15 अगस्त का जश्न खास होगा और पूरे गांव में मिठाइयां बांटी जाएंगी.

खेती-मजदूरी से राष्ट्रपति भवन तक का सफर

रामदास बेदिया पेशे से किसान हैं, लेकिन खेती का मौसम न होने पर मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं. पिछली बार जब खेती का सीजन नहीं था, तो उन्होंने तय किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें जो घर स्वीकृत हुआ है, उसका निर्माण नए खेती के मौसम से पहले पूरा कर लिया जाए, ताकि खेती के दौरान किसी तरह का तनाव न हो.

रामदास कहते हैं, “मैंने सोचा भी नहीं था कि इस सोच और मेहनत का फल मुझे राष्ट्रपति भवन में डिनर करने के निमंत्रण के रूप में मिलेगा. यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा पल है.”

पहली बार दिल्ली, वो भी राष्ट्रपति भवन

रामदास ने बातचीत में बताया कि वह पहले कभी दिल्ली नहीं गए. यह उनका पहला मौका होगा, और सीधा राष्ट्रपति भवन जाने का. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास पूरे परिवार को ले जाने के लिए पैसे नहीं हैं और न ही प्रोटोकॉल के मुताबिक कपड़े.

उन्होंने बताया, “दिल्ली जाने का मौका पहली बार मिल रहा है, वो भी राष्ट्रपति भवन में. लेकिन टिकट और अच्छे कपड़ों का खर्च मेरे लिए बड़ा है.”

प्रशासन मदद को आगे आया

अनगड़ा प्रखंड के बीडीओ जयपाल सोय ने कहा कि ‘एट होम’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कुछ प्रोटोकॉल होते हैं. प्रशासन की ओर से कोशिश की जाएगी कि रामदास की सभी जरूरतों का प्रबंध हो सके. इसके लिए एक प्रोटोकॉल अधिकारी उन्हें दिल्ली लेकर जाएगा. टिकट, कपड़े और अन्य आवश्यक व्यवस्था करने की भी तैयारी चल रही है.

बीडीओ ने कहा, “हमारी कोशिश होगी कि रामदास बिना किसी आर्थिक चिंता के इस गौरवपूर्ण अवसर का हिस्सा बन सकें.”

गांव में गर्व और उत्साह

बिसा गांव के लोग इस बात पर गर्व महसूस कर रहे हैं कि एक साधारण किसान-मजदूर का नाम अब राष्ट्रपति भवन में गूंजेगा. मुखिया और पंचायत सदस्यों ने कहा कि रामदास की यह उपलब्धि सभी के लिए प्रेरणादायक है.

रामदास ने अब तक मेहनत और लगन से ही अपना जीवन जिया है, और इस अवसर ने यह साबित कर दिया कि सही सोच और ईमानदार मेहनत से सपने पूरे हो सकते हैं.

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