पंजाब में केंद्रीय खाद्य खरीद एजेंसी, भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने धान की खरीद के बाद मिलर्स को धान तो दे दिया, लेकिन FCI अब इन मिलर्स से समय पर चावल की डिलीवरी नहीं ले रहा है. इसके पीछे का कारण बताते हुए FCI ने चावल मिलर्स से कहा है कि उसके पास भंडारण की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में एक ओर जहां चावल मिलर्स नाराज हैं तो वहीं राज्य सरकार ने भी इसे लेकर चिंता जाहिर करते हुए पत्र लिखा और जगह के आवंटन को लेकर एक्शन भी लिया है.
पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने FCI को भेजे पत्र में बताया है कि अभी तक सिर्फ 32 प्रतिशत कस्टम-मिल्ड चावल ही भेजा जा सका है, क्योंकि FCI भंडारण के लिए जगह की कमी बताई है, जबकि मिलर्स के पास से पूरे चावल का स्टॉक 31 मार्च तक एफसीआई के पास पहुंच जाना चाहिए.
'दि ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच, पंजाब सरकार एक्शन में आ गई और एफसीआई के फील्ड स्टाफ ने मिलर्स को जो ‘गैर-समान’ जगह आवंटित की थी, उसे रद्द कर दिया. पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने पत्र में कहा कि फील्ड स्टाफ मिलर्स को मूल रूप से जुड़े केंद्र के अलावा अन्य केंद्रों पर परिवहन शुल्क दिए बिना जगह का अलॉटमेंट कर रहे हैं. एफसीआई की ओर से जगह के आंवटन में चावल मिलर्स के साथ भेदभाव किया गया है, क्योंकि यह गैर-समान है.
ये भी पढ़ें - `कूद जाऊंगा,फांद जाऊंगा..` प्याज के भाव हुए इतने कम, किसानों ने कर दिया `वीरू स्टाइल` का आंदोलन
वहीं, पंजाब क्षेत्र के FCI के महाप्रबंधक बी श्रीनिवासन ने इस मामले को लेकर कहा कि हम चावल के भंडारण के लिए जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी और भरपूर जगह होगी. चावल मिलों से अभी लगभग 70 लाख मीट्रिक टन (LMT) चावल की डिलीवरी होना शेष है.
श्रीनिवासन ने कहा कि जगह बनाने के लिए पंजाब से दूसरे राज्यों में चावल भेजने के काम में तेजी लाई जा रही है, साथ ही मिलर्स से आने वाले नए चावल को रखने के लिए राज्य खाद्यान्न खरीद एजेंसियों के मालिकाना हक वाले गोदामों को भी किराए पर ले रहे हैं. पंजाब में पहले से जो चावल भंडारण कर रखे गए हैं, उनकी आवाजाही अप्रैल माह से बढ़ जाएगी.
मालूम हो कि इससे पहले जब धान की खरीद की जा रही थी, तब भी धान का धीमा उठान हाेने से खरीद में परेशानी आ रही थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने केंद्र से भंडारण की जगह का इंतजाम करने के लिए कहा था. तब किसानों ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की थी. वहीं, अब राज्य में जल्द ही गेहूं खरीद की प्रक्रिया भी शुरू होने को है. ऐसे में FCI इसके भंडारण के लिए भी जगह बनाने की तैयारियों में लगा है.