Punjab Paddy Production: पंजाब में बाढ़ से 2 लाख हेक्टेयर धान की फसल नष्ट होने के बावजूद उत्पादन में बड़ी गिरावट नहीं होगी. असर ज्यादातर साधारण धान पर पड़ा है. वहीं, राज्य सरकार ने रबी सीजन के लिए केंद्र से मदद मांगी है.
पंजाब में बाढ़ से किसानों पर मुसीबत का पहाड़ टूट गया है. किसानों की कई फसलें चौपट हो गई हैं. धान की फसल पर सबसे अधिक मार पड़ी है. जिस धान की कटाई हो चुकी है, उसमें नमी की मात्रा अधिक है. इसे देखते हुए नमी शर्तों में ढील देने की मांग उठाई जा रही है.
पंजाब में कपास किसानों को इस मुश्किल मौसम का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अत्यधिक बारिश और बाजार में कम कीमतों ने उनकी आय को दोहरा झटका दिया है. मुक्तसर से मिली ताजा जानकारी के अनुसार, अत्यधिक बारिश के कारण लगभग 25,000 हेक्टेयर कपास की फसल बर्बाद हो गई है, और बिना ओटे कपास (नरमा) की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे बनी हुई हैं.
Paddy Procurement: पंजाब सरकार ने हाल ही में आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त अनाज मंडियों को बहाल करने के लिए पांच दिवसीय गहन अभियान शुरू किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगामी धान खरीद सीजन के दौरान किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
Punjab Flood Impact: पंजाब में आई बाढ़ राज्य के किसानों के लिए सिर्फ आते वक्त ही तबाही लेकर नहीं आई, बल्कि ये बाढ़ जाने के बाद भी किसानों के लिए बड़ी मुसीबत छोड़कर जाएगी. दरअसल, खेतों में बाढ़ के बाद सिल्ट की मोटी परत जमा हो जाती है. इसलिए रबी की फसल खतरे में आ गई.
Basmati Crop: पंजाब की बाढ़ में लाखों हेक्टेयर में लगी धान की खेती पूरी तरह जलमग्न हो गई है. राज्य में बासमती धान की खेती लगभग 6.5 लाख हेक्टेयर में होती है. मगर अब इस बाढ़ से हुए नुकसान से केवल राज्य के किसान ही नहीं बल्कि देशभर के उपभोक्ताओं तक भी असर जाएगा.
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