मुकेरियां शुगर मिल के बाहर SKM (नॉन-पॉलिटिकल) का विरोध प्रदर्शन शुरू. आरोप—सरकार ने मिलों के संचालन में जानबूझकर देरी की, सप्लाई स्लिप जारी नहीं. 61 रुपये प्रति क्विंटल सब्सिडी भी लंबित.
दीनानगर में नई शुगर मिल और को-जेनरेशन प्लांट समर्पित. ‘फतेह’ सल्फरलेस चीनी हुई लॉन्च. पंजाब देश में गन्ने का सबसे ऊंचा भाव देने वाला राज्य बना.
भारी बाढ़ और रिकॉर्ड बारिश ने गेहूं की बुआई रोक दी—किसानों की जमीन बह गई, गाद से खेत भर गए. कृषि विभाग ने PBW 757 सहित देर से बोई जाने वाली किस्मों का विकल्प दिया.
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) की आपत्ति के बाद राज्य सरकार ने ICAR से मांगा स्पष्टीकरण. छह नई गेहूं किस्मों को मंजूरी पर रोक की संभावना, क्योंकि इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की अधिक जरूरत बताई गई है.
फाजिल्का मंडी में बाहरी किसानों की धान बिक्री पर रोक के बाद राजस्थान के किसानों ने पंजाब से कपास और बाजरा की एंट्री रोकी. दोनों राज्यों के किसान एक-दूसरे की फसलों की खरीद-बिक्री पर रोक लगा रहे हैं. श्रीगंगानगर में किसान संगठनों की बैठक में आगे की रणनीति तय होगी.
पंजाब में लंबे इंतजार, बेमौसम बारिश और केंद्र से राहत न मिलने से किसान परेशान. मंडियों में धान की आवक घटी, खराब दाने और नमी ने MSP पर बिक्री मुश्किल बनाई. किसानों में छाई निराशा.
पंजाब सरकार का गन्ने के लिए राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) अगेती किस्मों के लिए 401 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि पछेती किस्मों के लिए 391 रुपये प्रति क्विंटल है. किसान नेताओं का कहना है कि भुगतान में देरी, कम मुनाफा और बढ़ती लागत के कारण गन्ने की खेती में लगातार गिरावट आ रही है.
CM मान ने कहा है कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान को देखते हुए केंद्र सरकार को धान खरीद के लिए एक समान मानकों में छूट देनी चाहिए, क्योंकि धान में नमी की मात्रा बढ़ी हुई है. साथ ही बाढ़ और भारी बारिश के कारण धान क्षतिग्रस्त और बदरंग हो गए हैं.
Punjab Stubble Burning: पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 10 दिनों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. PPCB के अनुसार, अब तक 353 घटनाएं दर्ज हुईं, जिनमें सबसे ज्यादा तरनतारन और अमृतसर से हैं.
Punjab Paddy Procurement: पंजाब में धान की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मंत्री लाल चंद कटारूचक ने बताया कि बाढ़ से नुकसान के बावजूद राज्य ने 172 लाख एमटी लक्ष्य से अधिक खरीद के इंतजाम किए हैं. किसानों को समय पर भुगतान पर जोर दिया गया है.
Punjab Stubble Burning: पंजाब में 15 सितंबर से पराली जलाने के 75 मामले सामने आए. इनमें 27 मामलों में केस दर्ज किए जा चुके हैं और 17 के खिलाफ रेड एंट्री दर्ज की गई हैं.
Paddy Crop: पंजाब के संगरूर में धान की फसल पर रहस्यमयी चीनी वायरस और ब्लास्ट रोग का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कई गांवों में सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. किसानों का आरोप है कि विभाग ने समय पर मदद नहीं की.
पंजाब में 16 सितंबर से धान की सरकारी खरीद चालू हो चुकी है. इसको ध्यान में रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक समीक्षा बैठक में कहा है कि पिछले सालों की तरह, राज्य सरकार धान की परेशानी मुक्त खरीद और किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी किसान की मेहनत और पसीने से उपजा एक-एक दाना खरीदा जाएगा.
Punjab Parali Burning: पंजाब में धान कटाई के साथ पराली जलाने की घटनाएं फिर सामने आने लगी हैं. 15 सितंबर से अब तक 62 मामले घटनाएं दर्ज की जा चुकी है और 14 FIR दर्ज की गई हैं. वहीं, किसान सरकार और प्रशासन की कड़ी कार्रवाई से परेशान हैें.
Parali Burning: सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बीच पंजाब में आठ दिन में पराली जलाने की 39 घटनाएं दर्ज की गई हैं. अमृतसर में सबसे अधिक 21 मामले सामने आए हैं. घटनाओं को लेकर 14 FIR दर्ज की जा चुकी हैं. जानिए दोषी पाए जाने पर और क्या कार्रवाई होगी.
Punjab Paddy Production: पंजाब में बाढ़ से 2 लाख हेक्टेयर धान की फसल नष्ट होने के बावजूद उत्पादन में बड़ी गिरावट नहीं होगी. असर ज्यादातर साधारण धान पर पड़ा है. वहीं, राज्य सरकार ने रबी सीजन के लिए केंद्र से मदद मांगी है.
पंजाब में बाढ़ से किसानों पर मुसीबत का पहाड़ टूट गया है. किसानों की कई फसलें चौपट हो गई हैं. धान की फसल पर सबसे अधिक मार पड़ी है. जिस धान की कटाई हो चुकी है, उसमें नमी की मात्रा अधिक है. इसे देखते हुए नमी शर्तों में ढील देने की मांग उठाई जा रही है.
पंजाब में कपास किसानों को इस मुश्किल मौसम का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अत्यधिक बारिश और बाजार में कम कीमतों ने उनकी आय को दोहरा झटका दिया है. मुक्तसर से मिली ताजा जानकारी के अनुसार, अत्यधिक बारिश के कारण लगभग 25,000 हेक्टेयर कपास की फसल बर्बाद हो गई है, और बिना ओटे कपास (नरमा) की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे बनी हुई हैं.
Paddy Procurement: पंजाब सरकार ने हाल ही में आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त अनाज मंडियों को बहाल करने के लिए पांच दिवसीय गहन अभियान शुरू किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगामी धान खरीद सीजन के दौरान किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
Punjab Flood Impact: पंजाब में आई बाढ़ राज्य के किसानों के लिए सिर्फ आते वक्त ही तबाही लेकर नहीं आई, बल्कि ये बाढ़ जाने के बाद भी किसानों के लिए बड़ी मुसीबत छोड़कर जाएगी. दरअसल, खेतों में बाढ़ के बाद सिल्ट की मोटी परत जमा हो जाती है. इसलिए रबी की फसल खतरे में आ गई.
Basmati Crop: पंजाब की बाढ़ में लाखों हेक्टेयर में लगी धान की खेती पूरी तरह जलमग्न हो गई है. राज्य में बासमती धान की खेती लगभग 6.5 लाख हेक्टेयर में होती है. मगर अब इस बाढ़ से हुए नुकसान से केवल राज्य के किसान ही नहीं बल्कि देशभर के उपभोक्ताओं तक भी असर जाएगा.
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