भारी बाढ़ और रिकॉर्ड बारिश ने गेहूं की बुआई रोक दी—किसानों की जमीन बह गई, गाद से खेत भर गए. कृषि विभाग ने PBW 757 सहित देर से बोई जाने वाली किस्मों का विकल्प दिया.
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) की आपत्ति के बाद राज्य सरकार ने ICAR से मांगा स्पष्टीकरण. छह नई गेहूं किस्मों को मंजूरी पर रोक की संभावना, क्योंकि इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की अधिक जरूरत बताई गई है.