भेड़ों के मीट से लेकर ऊन प्रोडक्शन के बारे में जानें हर छोटी-बड़ी बात 

भेड़ों के मीट से लेकर ऊन प्रोडक्शन के बारे में जानें हर छोटी-बड़ी बात 

राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर में गर्मियों के दौरान जब चारे की कमी हो जाती है तो कुछ खास जाति के चरवाहे भेड़ों को लेकर जिन्हें रेवड़ भी कहा जाता है को 6 महीने के लिए दूसरे राज्यों में निकल जाते हैं. मानसून शुरू होने पर ही यह अपने घरों की ओर लौटते हैं. एक रेवड़ में 100 भेड़ होती हैं. 

मैदान में चरती भेड़ का प्रतीकात्मक फोटो. मैदान में चरती भेड़ का प्रतीकात्मक फोटो.
नासि‍र हुसैन
  • Noida ,
  • Jan 05, 2023,
  • Updated Jan 05, 2023, 6:05 PM IST

भेड़ को सबसे ज्यादा ऊन के लिए याद किया जाता है. भेड़ को दूध और मीट के लिए भी पाला जाता है. हालांकि दूध के मामले में भेड़ का नंबर आखिर में आता है. सबसे ज्यादा भेड़ पालन राजस्थान में है. यहां भेड़ों के झुंड को रेवड़ कहा जाता है. देश के पांच राज्य कुल ऊन उत्पादन में 80 फीसद से ज्यादा का योगदान देते हैं. देश में खाने के साथ ही भेड़ का मीट एक्सपोर्ट भी होता है. हालांकि बकरियों के मुकाबले यह कम है. देश में सबसे ज्यादा नेल्लोर नस्ल‍ की भेड़ हैं जो खासतौर पर आंध्रा प्रदेश में पाई जाती हैं. 

केन्द्रीय पशु पालन मंत्रालय के मुताबिक देश में भेड़ों की कुल संख्या़ करीब 7 करोड़ है. इसमे से प्योर ब्रीड वाली भेड़ों की संख्या करीब 2 करोड़ है. नेल्लोरी भेड़ के साथ ही राजस्थान में जयपुर से करीब 80 किमी दूर अविकानगर में भेड़ों की सबसे अच्छी नस्ल अविसान पाई जाती है. इस नस्ल को दूसरे राज्यों में भी पाला जाता है. बीकानेरी, चोकला, मागरा, दानपुरी, मालपुरी तथा मारवाड़ी नस्ल की भेड़ो से प्राप्त होने वाले ऊन का इस्तेमाल कालीन बनाने में किया जाता है. 

ये भी पढ़े- Millets: नेफेड ने म‍िलेट आउटलेट क‍िया शुरू, एक छत के नीचे म‍िलेंगे सारे मोटे अनाज

भेड़ों की नस्ल जो भारत में पाई जाती हैं 

नेल्लोर, बेल्लोरी, मारवाड़ी, दक्कनी, कंगूरी, मरछेरी, पत्तनवाड़ी, हसन, जैसलमेरी, गद्दी, रामनद व्हाइट, चोकाला, छोटा नागपुरी, मद्रास रेड, नाली, मंडया, मालापुरा, बक्करवाल, पुगल और मागरा भेड़ों की खास नस्ल हैं. देश में भेड़ की 42 नस्लें पाली जाती हैं. देश में मौजूद 7 करोड़ भेड़ों में से 35 फीसद भेड़ तो सिर्फ 5 नस्ल की ही हैं. 

भेड़ों से जुड़े कुछ तथ्य एक नजर में 

  • भेड़ों की कुल 42 नस्ल रजिस्टेर्ड हैं. 
  • भेड़ों को खासतौर पर दूध, मीट और ऊन के लिए पाला जाता है. 
  • कुल मीट प्रोडक्शन में भेड़ की हिस्सेरदारी 10.04 फीसद है. 
  • देश में ऊन का कुल प्रोडक्शन 37 मिलियन टन है. 
  • देश के पांच राज्यों में 82 फीसद ऊन प्रोडक्शन होता है. 
  • 2020-21 में देश में भेड़ के मीट का कुल उत्पादन 8.83 लाख टन था. 
  • देश के 5 राज्यों  में ही 7.5 लाख टन से ज्यादा मीट उत्पादन होता है. 

सबसे ज्यादा ऊन उत्पादन करने वाले 5 राज्य  

  • राजस्थान- 42.45 
  • जम्मू-कश्मीर- 20.71 
  • तेलंगाना- 9.11 
  • गुजरात- 5.43
  • महाराष्ट‍- 4.20 

नोट- आंकड़ें फीसद में हैं. 

ये भी पढ़े-Tree Insurance: अब पेड़ों का भी हागा बीमा, यूपी सरकार ला रही है नई याजना

सबसे ज्यादा मीट उत्पादन करने वाले 5 राज्य

  • तेलंगाना- 3 लाख 
  • आंध्रा प्रदेश- 2.41 लाख 
  • कर्नाटक- 1.17 लाख 
  • तमिलनाडू- 64.46 हजार
  • राजस्थान- 51.41 हजार

नोट- मीट के आंकड़े टन में हैं. 

 
 

 

MORE NEWS

Read more!