Green Fodder: बरसात में बकरियों को बरसीम और रिजका खि‍ला रहे हैं तो हो जाएं अलर्ट

Green Fodder: बरसात में बकरियों को बरसीम और रिजका खि‍ला रहे हैं तो हो जाएं अलर्ट

Green Fodder in Rainy Season बरसात के दौरान बकरे-बकरियों को हरा चारे में बरसीम और रिजका खि‍लाते वक्त बहुत अलर्ट रहने की जरूरत होती है. क्योंकि ये दो वो हरे चारे हैं जो खासतौर से बरसात के दौरान बकरियों के लिए परेशानी खड़ी कर देते हैं. इसलिए इन्हें खि‍लाने के बाद बकरियों की निगरानी जरूरी है. और अगर तबियत जरा भी खराब दिखे तो फौरन उपचार शुरू कर दें. 

बरसीम की फसल को पशुओ के लिए हरे चारे के रूप में उगाया जाता हैबरसीम की फसल को पशुओ के लिए हरे चारे के रूप में उगाया जाता है
नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Aug 07, 2025,
  • Updated Aug 07, 2025, 5:07 PM IST

Green Fodder in Rainy Season दुधारू पशु भेड़-बकरी हो या गाय-भैंस, हरा चारा सभी के लिए बहुत जरूरी होता है. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. एमके ने किसान तक को बताया कि खासतौर पर बकरियों को हरा चारा खिलाने से बहुत सारे मिनरल्स, प्रोटीन और खास विटामिन की जरूरत पूरी होती रहती है. हरे चारे से बकरी जहां दूध ज्यादा देती है वहीं बकरे की ग्रोथ जल्दी होती है. इतना ही नहीं बकरी जो बच्चे देती है वो भी हैल्थी पैदा होते हैं. और अच्छी बात ये है कि हरे चारे में कुछ पत्ते ऐसे होते हैं जो बकरे-बकरियों के लिए दवाई का काम करते हैं. 

बरसीम-रिजका कैसे नुकसान पहुंचाते हैं?

  • बरसात के मौसम में हरा चारा खूब होता है. 
  • गांव ही नहीं शहरों में भी आसपास खूब हरा चारा उग आता है. 
  • लेकिन ज्यादा खाने पर यही हरा चारा भेड़-बकरियों को नुकसान पहुंचाता है. 
  • बरसात में हरा चारा ज्यादा खा लेने से बकरी को डायरिया यानि दस्त हो जाते हैं.
  • दस्त होने के बाद बकरियों में पोषण की कमी होने लगती है. 
  • खासतौर पर रिजका-बरसीम खाने के बाद पेट में गैस बनने लगती है. 
  • यह गैस जल्दी ही पास नहीं होती है और बकरी को परेशानी होने लगती है. 
  • पेट की गैस से छुटकारा दिलाने के लिए कोई भी खाने वाला तेल 50 एमएल दे सकते हैं. 
  • इससे भी ठीक न हो तो खाने के 50 एमएल तेल में पांच एमएल तारपीन का तेल मिला दें.

हरा चारा बकरियों को कैसे नुकसान पहुंचाता है?

  • एक्सपर्ट के मुताबिक हरे चारे में प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन ए होता है. 
  • सभी तरह के पशुओं समेत खासतौर पर बकरी को इसकी बहुत जरूरत होती है. 
  • हरे चारे में शामिल विटामिन ए की कमी बकरी समेत होने वाले बच्चे में दिखने लगती है. 
  • विटामिन ए की कमी से ग्रोथ रुक जाती है. सिर बड़ा हो जाएगा और आंखों की परेशानी बढ़ जाएगी. 

निष्कर्ष-

बरसात के दिनों में अगर खासतौर से चारे की फसल के बजाए बकरियों का पेड़ों के पत्ते खि‍लाए जाएं तो ज्यादा फायदेमंद रहता है. जैसे जामुन, अमरुद, नीम और मोरिंग के पत्ते खि‍लाने से कई बीमारियों का इलाज भी हो जाता है. 

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