उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मॉनसून तेजी से सक्रिय हो गया है. राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में बहुत तेज बारिश का सिलसिला जारी है. ऐसे में यह सिलसिला 15 अगस्त तक जारी रहने वाला है. जिसमें से अगले दो दिनों के दौरान प्रदेश में बहुत भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं बारिश के बाद तेज धूप निकलने से लोग गर्मी और उमस से परेशान है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, 12 अगस्त यानी मंगलवार को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. पूर्वी यूपी में अनेक स्थान पर बारिश हो सकती है. इस दौरान दोनों हिस्सों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश भी हो सकती है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर और महाराजगंज में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, बिजनौर और उसके आसपास के इलाकों में भी भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
इसके अलावा प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर और बस्ती में बादल गरजने व बिजली चमकने की संभावना है. साथ ही कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर और अयोध्या में बादल गरजने व बिजली चमकने के आसार जताए गए हैं.
वहीं अंबेडकर नगर, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और उसके आसपास के इलाकों में भी बादल गरजने व बिजली चमकने की भी संभावना है. मंगलवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा. यहां बादलों की आवाजाही देखने को मिलेगी. इसके साथ ही यहां बूंदाबांदी भी हो सकती है. अगले 24 घंटे में यहां मौसम और खुशनुमा होगा.
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि प्रदेश में 13 और 14 अगस्त को कहीं-कहीं पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि 15 अगस्त को पश्चिमी यूपी में कहीं-कहीं पर भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान पूर्वी यूपी में भारी बारिश होने की संभावना नहीं जारी हुई है. इसी तरह 16 और 17 अगस्त को प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश होने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग ने जिला प्रशासन को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है.
दरअसल, पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश से प्रदेश के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 37 जिलों की 95 तहसीलें और 1,929 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इन इलाकों में बाढ़ से 6,95,362 लोग प्रभावित हैं, जिन्हें राहत सहायता प्रदान की गयी है. वहीं बाढ़ की वजह से 84,777 मवेशियों को सुरक्षा स्थान पर शिफ्ट किया गया है. बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 574 लोगाें के मकानों को क्षति पहुंची है, जिनमें से 472 लोगों को सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है. वहीं प्रदेश में 65,202 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल बाढ़ की चपेट में आया है.
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