
बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले एक किसान ने कमाल कर दिया है. इस किसान का नाम अमरनाथ है. इस किसान ने अपनी दुकान की छत पर ही किचन गार्डेनिंग कर ड्रैगन फ्रूट, लौकी, कद्दू और बैंगन उगा रहे हैं. अमरनाथ पेशे से एक दुकानदार हैं. अमरनाथ ने बताया कि एक बार टीवी चैनल पर उन्होंने ड्रैगन फ्रूट का जिक्र सुना. फिर उनके मन में जिज्ञासा आई कि आखिर इतने महंगे फल की खेती कैसे होती है? अमरनाथ ने इसके लिए ऑनलाइन रिसर्च शुरू किया. उनको जैसे ही पता चला कि मुजफ्फरपुर में भी इसकी खेती हो सकती है, तो उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के पौधे ऑनलाइन मंगवा लिए और ऑर्गेनिक तरीके से अपनी दुकान पर इसकी खेती शुरू कर दी.
खेती के लिए अमरनाथ खाद भी खुद ही गोबर, दूध और दही से तैयार करते हैं. उन्होंने एक ड्रैगन फ्रूट का पौधा ऑनलाइन मंगवाया था, उससे बीस पौधे अपनी छत पर लगा दिए. अब उससे अलग-अलग सैकड़ों पौधे तैयार कर दो से ढाई सौ में उसकी बिक्री भी कर रहे हैं.
अमरनाथ मात्र एक हजार की लागत से छत पर ही ड्रैगन फ्रूट, लौकी, कद्दू और बैगन उगाते हैं. इससे वो अपने पूरे परिवार का फल और सब्जी में लगने वाली लागत का बचत कर रहे हैं. साथ ही दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं. दरअसल, ऐसा करके अमरनाथ और उनकी फैमिली अपनी छत पर ही ऑर्गेनिक किचन गार्डेनिंग का शुद्ध फल और सब्जी खा रहे हैं, जिससे सेहत भी अच्छी रहेगी और फल-सब्जी के लिए बाजार में पैसे भी नहीं खर्च करने पड़ रहे हैं.
किसान अमरनाथ ने बताया कि टीवी चैनल पर ड्रैगन फ्रूट को देखे थे. यह काफी महंगा फल था. तब वो सोचने लगे कि इतने महंगे फल की खेती कैसे होती होगी. फिर ऑनलाइन सर्च शुरू किया तो पता चला कि मुजफ्फरपुर के तापमान में भी इसकी खेती आसानी से की जा सकती है. उन्होंने कहा कि एक पौधा तैयार होने के बाद उन्होंने उसी पौधे से कई पौधे बना लिए और छत पर ही खेती करने लगे. ड्रैगन फ्रूट के अलावा और कई फल और सब्जियों की खेती भी वे छत पर ही करते हैं. वो हर खेती ऑर्गेनिक तरीके से करते हैं. अमरनाथ अपनी फसलों में गोबर, दूध, दही और प्याज के छिलके से बनी खाद का इस्तेमाल करते हैं. इस तरह की खेती में ज्यादा लागत भी नहीं लगती है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today