यूपी के उपमुख्यमंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि गांवों में बन रहे खेल के मैदान एवं ओपन जिम का नामकरण, गांव के किसी पदक विजेता खिलाड़ी के नाम पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस गांव में पदक विजेता नहीं हैं वहां, भविष्य में पहला पदक जीतने वाले खिलाड़ी के नाम पर खेल के मैदान या जिम का नाम रखा जाएगा. मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि गांव में बनाए जा चुके या निर्माणाधीन खेल के मैदान या ओपन जिम के नामकरण में उस गांव के ही किसी पदक विजेता को प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि पदक जीतने की अनिवार्यता राज्य स्तरीय प्रतियोगिता से लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता तक है.
मौर्य ने कहा कि प्रांतीय, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में गांव के किसी पदक विजेता के नाम पर स्टेडियम या ओपन जिम का नामकरण होने से खिलाड़ियों में खेलों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव पैदा होगा. इससे युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहन भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पदक विजेता खिलाड़ी नहीं होंगे, उनमें जो भी खिलाड़ी भविष्य में जब कभी राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतेगा, उसके नाम पर गांव के खेल मैदान, स्टेडियम या ओपन जिम का नामकरण किया जाएगा.
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मौर्य ने ग्राम विकास विभाग की सभी योजनाओं के कामकाज की समीक्षा करते हुए ग्राम चौपाल अभियान का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को हर विकासखण्ड की दो ग्राम पंचायतों में आयोजित हो रही ग्राम चौपाल की ग्रामीणों को चिट्ठी भेजकर भी जानकारी दी जाएगी. इसके लिए उन्होंने निर्देश दिया कि ग्रामीणों को पत्र लिखने के लिए विभाग का एक लिपिक तैनात होगा.
उन्होंने कहा कि गांव वाले भी अपनी कोई समस्या चिट्ठी के जरिए ग्राम चौपाल तक पहुंचा सकेंगे. उक्त लिपिक एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं चिट्ठी लिखने में ग्रामीणों की मदद करेंगी. उन्होंने विभागीय योजनाओं एवंं अन्य उपलब्धियों की लघु फिल्में बना कर ग्राम चौपालों में इनका प्रदर्शन करने का भी निर्देश दिया.
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मौर्य ने गांवों में बन रहे अमृत सरोवरों के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि इस काम में तेजी लाई जाए. उन्होंने कहा कि अमृत सरोवरों के रखरखाव की जिम्मेदारी गांव की महिलाओं को सौंपी जा सकती है. इन्हें 'अमृत सरोवर सखी' कहा जाए. उन्होंने इस दिशा में कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया.
उन्होंने विभागीय कार्यों की नियमित समीक्षा कर इसकी प्रगति रिपोर्ट समय से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. मौर्य ने इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को देय सभी बुनियादी सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने एवं इसका सत्यापन ग्राम चौपाल में ग्रामीणों से कराने का भी निर्देश दिया. उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को मार्केटिंग की उपयुक्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
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