उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मामलों के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में चल रही ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में देश दुनिया से जुटे उद्यमियों से यूपी में निवेश की सुगम सहूलियतों का लाभ उठाने की अपील की है. मौर्य ने 'खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में यूपी को देश की 'फूड बास्केट' बनाने की संभावनाओं के विषय पर समिट में आयोजित सेमिनार में कहा कि फूड प्रोसेसिंग सेक्टर, कृषि और उद्योग के बीच की कड़ी है.
मौर्य ने कहा कि यूपी में आईटी सेक्टर के बाद सबसे ज्यादा रोजगार सृजन की संभावनाओं वाला क्षेत्र खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र ही है. उन्होंने निवेशकों से कहा कि जिस तरह से केंद्रीय बजट में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, उसी प्रकार यूपी के आगामी बजट में भी इस पहल की रफ्तार को बढ़ाया जाएगा.
मौर्य ने निवेशकों से कहा कि कृषि आधारित विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन और प्रसंस्करण की अगर बात की जाए तो उत्तर प्रदेश, गेहूं, गन्ना, आम, आलू, दूध और मटर के उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है. वहीं, धान उत्पादन में यूपी, देश में दूसरे और मछली उत्पादन में छठे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि स्पष्ट तौर पर यूपी में प्रसंस्करण क्षेत्र में पूंजी निवेश की अपार संभावनाएं हैं. इस लिहाज से यूपी में कृषि उपज के प्रसंस्करण को बढ़ावा देकर प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात को प्रोत्साहित करना सरकार का मुख्य उद्देश्य है.
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मौर्य ने कहा कि यूपी सरकार ने हाल ही में नई खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति लागू की है. उन्होंने निवेशकों को विश्वास दिलाया कि इस नीति में अन्य राज्यों की तुलना में सरक्षित और सुगम निवेश के पुख्ता उपाय किए गए हैं. मौर्य ने यूपी में कृषि क्षेत्र के लिए इस कालखंड को 'अमृत काल' बताते हुए कहा कि फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में जो कमी थी, उसे दूर करने के लिए पीएम मोदी ने कोल्ड चेन और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा देने की पहल की है. इसी का नतीजा है कि पेप्सिको ने बाराबंकी में 1000 करोड़ रुपये के निवेश की पेशकश की है.
उन्होंने निवेशकों से प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक समान गति से विकास होने का दावा करते हुए पूरे प्रदेश में निवेश करने की अपील की. उन्होंने दलील दी है कि प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के उपभोग के लिए 25 करोड़ उपभोक्ता अकेले यूपी में ही हैं. इसलिए निवेशकों को डिमांड और सप्लाई चेन का संतुलन कायम रहने के प्रति आश्वस्त रहना चाहिए.
मौर्य ने यूपी में निवेशकों काे बेहतर कारोबार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में कोल्ड चेन का मजबूत होना बहुत जरूरी है. इस लिहाज से कोल्ड चेन को मजबूत बनाने की दिशा में भी निवेश की दरकार है. कोल्ड चेन मजबूत होने से किसानों और कारोबारियों, दोनों की आय बढ़ना तय है.
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उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने गंगा के किनारे पांच किलोमीटर की परिधि में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की कारगर पहल की है. केंद्र सरकार ने भी बजट में 'श्री अन्न योजना' शुरू करके मोटे अनाजों के महत्व को दर्शाया है. उन्होंने निवेश से माकूल हालात का हवाला देते हुए निवेशकों से यूपी में कारोबार के सुलभ अवसरों का लाभ उठाने की अपील की.
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