खेती से संवर रहा मध्य प्रदेश, 18 सालों में 15.89 फीसदी बढ़ी कृषि विकास दर

खेती से संवर रहा मध्य प्रदेश, 18 सालों में 15.89 फीसदी बढ़ी कृषि विकास दर

मध्य प्रदेश की कृष‍ि व‍िकास दर 2002 में 3 फीसदी थी. लेक‍िन, इसके बाद राज्य ने कृष‍ि क्षेत्र के व‍िकास में व्यापक स्पीड पकड़ी है. राज्य सरकार की तरफ से जारी आंकड़ें के अनुसार 2020-21 में मध्य प्रदेश की कृष‍ि व‍िकास दर बढ़कर 18.89 फीसदी हो गई है.

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खेती से संवर रहा मध्य प्रदेश, 18 सालों में 15.89 फीसदी बढ़ी कृषि विकास दरमध्य प्रदेश सरकार कृषि को बढ़ावा देने के लिए राज्य के किसानों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है, फोटो साभार: Freepik

भारत को कृषि प्रधान देश माना जाता है. देश की अर्थव्यवस्था से लेकर गरीबों के रोजगार तक कृषि क्षेत्र का विशेष योगदान रहा है. ऐसे में हर राज्य कृषि के क्षेत्र में उन्नति के लिए लगातार नए- नए प्रयोग कर किसानों को प्रोत्साहित करते हैं जिसके कारण नए लोग खेती से जुड़ते हैं. जिसके कारण देश में कृषि का तेजी से विकास हो रहा है बात करें मध्य प्रदेश की तो राज्य में कृषि क्षेत्र के विकास की दर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. 

मध्य प्रदेश कृषि क्षेत्र में विकास 

मध्य प्रदेश सरकार ने ट्वीट कर जानकारी दी की साल 2002-03 के बाद से आज की स्थिति बहुत बेहतर हुई है जिसके कारण राज्य के किसानों में काफी संतोष है. सरकार ने ट्वीट में बताया कि 2002-03 में कृषि क्षेत्र का विकास केवल 3 फीसदी थी, जो कि 2020-21 में बढ़कर 18.89 फीसदी हो गई है. सरकार ने कहा है क‍ि ये मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र में विकास दर की दृष्टिकोण से अभूतपूर्व वृद्धि है. 

 

कृषि क्षेत्र में विकास के कारण

मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आने का कारण राज्य के किसानों को खेती से जोड़ने के लिए लगातार प्रोत्साहन बताया जा रहा है. जिससे किसानों की आर्थिक आय में भी मुनाफा देखा गया है. मध्य प्रदेश सरकार ने बताया कि कृषि अधोसंरचना निधि के क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मिला है.

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इसके अलावा प्रदेश ने उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने की ओर विशेष काम किया है जैसे धनिया, मसाले, संतरे औषधीय पौधे, और सुगंधित पौधों की खेती में राज्य सबसे अव्वल है.  

मोटे अनाजों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने में एमपी अव्वल

 मध्य प्रदेश सरकार ने बताया कि देश भर में मिलेट्स (मोटे अनाज) को बढ़ावा दिया जा रहा है जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है. मिलेट्स की उपयोगिता लोगों को बताने के लिए साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया गया है. सरकार ने मोटे अनाजों के फायदे का लगातार प्रचार प्रसार कर इसे अपने आहार में शामिल करने और इसकी खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है जिसकी वजह से राज्य को बेस्ट इमर्जिंग अवार्ड दिया गया है. 

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