देश के कई राज्यों में इस वक्त मॉनसून की जबरदस्त बारिश हो रही है. पहाड़ों और बादल फटने से तबाही मच रही है वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. उत्तर में दिल्ली से लेकर हिमाचल तक भारी बारिश का कहर जारी है. इधर पूर्वी भारत के राज्यों में भी अच्छी बारिश देखी जा रही है. लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे झारखंड के किसानों को राहत मिली है. यहां भी दो दिनों से अच्छी बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश होने का अनुमान लगाया है. वही मध्य भारत और दक्षिण भारत के राज्यों में भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश का दौर जारी है.
केरल के वायनाड में तबाही के बाद उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश का कहर देखा जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में चार जगहों पर बादल फटने की घटनाएं हुई. इसमें 53 लोग लापता हो गए हैं. इनमें से 4 शव बरामद किए गए हैं. जबकि 49 लोगों की तलाश जारी है. एनडीआरफ की टीम लगातार यहां पर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है. हिमाचल के शिमला जिला अंतर्गत रापमुर इलाके के समेज खड्ड, मंडी के चौहारघाटी और कुल्लू के बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. जिनमें कई लोग बह गए हैं. भारी बारिश के कारण कई जगहों पर सड़कें बह गई हैं इसके कारण रेस्क्यू टीम को और भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ेंः बिहार में होगी बालू की होम डिलीवरी, ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ग्राहक कर पाएंगे ऑर्डर
इधर उत्तराखंड में भी बारी बारिश का दौर जारी है. टिहरी और रुद्रप्रयाग ज़िलों में भारी बारिश से बने हालात पर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि हमें मौसम विभाग से राज्य में 48 घंटे भारी बारिश का अलर्ट आया था. इस अलर्ट को देखते हुए पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया. बारिश शुरू होने के बाद हमें विभिन्न इलाकों से भूस्खलन, चट्टानें गिरने आदि की खबरें मिलने लगीं. राहत और बचाव के लिए कई जगहों पर टीमें भेजी गईं.खराब मौसम की चेतावनी को देखते हुए केदारनाथ यात्रा को दो दिनों के लिए रद्द कर दिया गया है.
केदारनाथ में फंसे लोगों को निकालने के लिए राज्य सरकार ने वायुसेना की मदद ली है. एनडीआरएफ की 12 टीमें और एसडीआरएफ की 60 टीमें बचाव कार्य में जुटीं हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया की मध्य प्रदेश के 61 तीर्थयात्रियों में से 51 को हवाई मार्ग से निकाल कर रूद्रप्रयाग पहुंचा दिया गया है. पीटीआई के अनुसार उत्तराखंड में रातभर हुई भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर आ गईं, जिससे बाढ़ आ गई और एक मकान ढह गया, जिससे 14 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने कहा कि घोरापर्व, लिनचोली, बड़ी लिनचोली और भीमबली में चट्टानों के कारण ट्रेक मार्ग बंद हो गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नैनीताल के हल्द्वानी में बाढ़ के पानी में एक बच्चा बह गया। उसकी तलाश जारी है.
ये भी पढ़ेंः Green Fodder: बरसात में बकरियों को खूब खिलाएं हरा चारा, लेकिन रखें ये खास ख्याल
इस बीच उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश को लेकर ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है. वही देहरादून, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग और नैनीताल में भी भारी बारिश होने के आसार है. इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड होने की आशंका जताई गई है. इसलिए लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है. भारी बारिश के कारण यहां का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today