कृषि विज्ञान केंद्र, आनंद कृषि विश्वविद्यालय, द्वारा मोटे अनाज वर्ष-2023 के उत्सव के भाग के रूप में बावला और ढोलका की ग्रामीण महिलाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मोटे अनाज से व्यंजन को बनाने के लिए अहमदाबाद जिले के तालुकों से इस प्रशिक्षण में बावला और ढोलका तालुका के विभिन्न गांवों की कुल 142 महिलाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्कूली छात्रों ने भाग लिया. इस अवसर पर डॉ. केडी गुलकारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख, कृषि विज्ञान केंद्र अर्नेज ने खाद्य सुरक्षा के लिए मोटे अनाजों के महत्व के संबंध में मार्गदर्शन दिया. हिना चावड़ा वैज्ञानिक (गृह विज्ञान), ने मोटे अनाजों के पोषण मूल्य और स्वास्थ्य के संबंध में मार्गदर्शन दिया.
मोटे अनाज उगाने वाले किसानों के लिए कृषि उपकरण के संबंध में दिनेश रंगपरा, वैज्ञानिक (कृषि अभियांत्रिकी), डॉ. नितिन पटेल, वैज्ञानिक (पशु विज्ञान) डॉ. पशु पोषण में मोटे अनाज का महत्व बताया. नितिन राठौड़ वैज्ञानिक (पाक संरक्षण) ने मोटे अनाजों के विभिन्न रोगों के प्रबंधन और कृषि हितेश्वरी बेन ने मोटे अनाजों की खेती के बारे में जानकारी दी.वहीं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में समेकित बाल विकास योजना और कृषि विज्ञान केन्द्र की संयुक्त पहल से अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष-2023 के उपलक्ष्य में भूले-बिसरे व्यंजनों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया.
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