महाराष्ट्र में इस समय प्याज उत्पादक किसान संकट में है. राज्य में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट आई है जिसके चलते किसान परेशान हैं. वहीं नासिक जिले के किसान काफी आक्रामक हो गए हैं. दरअसल, नासिक जिले के येवला तालुका में रहने किसान कृष्णा डोंगरे ने 'प्याज की होलिका' जलाकर गुस्सा जाहिर की है. डोंगरे का कहना है कि इस समय बाजार में प्याज का दाम एक रुपये प्रति किलो मिल रहा है. कीमतों में इतना गिरावट देख किसान निराश हैं. प्याज की फसल को नुकसान होते देखकर किसानों की आंखों में आंसू आ गए, उनका कहना हैं कि जिस फसल की बच्चों की तरह देखभाल की गई उसे आज जलाना पड़ रहा हैं.
कुछ दिन पहले नासिक जिले के एक किसान ने अपनी चार एकड़ में लगे रबी सीजन के प्याज की फसलों पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया था. निराश किसान ने बताया था कि बाजार में मिल रहे एक रुपये के भाव से वो परेशान था, जिसके चलते प्याज की फसल को मिट्टी में मिलाकर दूसरी फसल की खेती शुरू की. राज्य में कई किसान प्याज की गिरती कीमतों से आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं.
येवला तालुका में किसान कृष्णा डोंगरे ने किसान तक से बातचीत में बताया कि उन्होंने अपने डेढ़ एकड़ में प्याज की खेती की थी जिसमें 1 लाख 25 हजार रुपये का खर्चा आया था. लेकिन बाजार में सिर्फ एक रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है. इससे निराश होकर प्याज की फसल को जलाने का फैसला किया. इसके पहले किसान ने अपने खून से निमंत्रण पत्र बनवाया था और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत कई मंत्रियों को भेजकर 15 दिन का समय मांगा था. लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. किसान कृष्णा डोंगरे के अनुसार, 120 क्विंटल प्याज को खेत में जगह-जगह पर जलाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया.
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नासिक जिले को पूरे एशिया में प्याज बाजार के रूप में जाना जाता है. लेकिन यहां के ही किसान प्याज़ कि गिरती कीमतों से परेशान हैं. राज्य के कई मंडियों में किसानों को प्याज़ का सिर्फ 1 से 2 रूपये प्रति कोलो भाव मिल रहा है. ऐसे में किसान संकट में है. पिछले कुछ दिनों से किसान सरकार से मांग कर रहे हैं कि प्याज के दाम बढ़ाए जाए और निर्यात जल्द से जल्द खोले जाए.
पिछले सप्ताह प्याज किसानों ने लासलगांव बाजार समिति में प्याज की नीलामी बंद कर दी थी. किसान सरकार से प्याज पर 1500 रुपये प्रति कुंटल सब्सिडी की मांग कर रहे हैं.
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