बीते दो साल के सीजन डेयरी कंपनियों के लिए आइसक्रीम के लिहाज से बहुत खराब गए थे. बेमौसम होने वाली बारिश ने आइसक्रीम के बाजार को ठंडा कर दिया था. लेकिन बीते दिनों भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से की गई भ्विेष्यावाणी पर जाएं तो आने वाली गर्मियां डेयरी कंपनियों के लिए बड़ी खबर लेकर आ रही हैं. आईएमडी की मानें तो इस साल मार्च-मई के दौरान देश भर में लू चलेगी और तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा. और ऐसा कोई दो-चार दिन नहीं एक लम्बे वक्त तक चलेगा.
डेयरी एक्सपर्ट का मानना है कि दो साल की बेमौसम बारिश के बाद अब ये मौका आया है. ज्यादातर कंपनियों को उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में इस गर्मी के मौसम में डेयरी के सभी ठंडे प्रोडक्ट की बिक्री में कम से कम 30 से 50 फीसद की बढ़ोतरी होगी.
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एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में अमूल के एमडी जयेन मेहता ने बताया है कि पिछले साल बेमौसम बारिश और तापमान में गिरावट के चलते पूरा सीजन गर्मी वाले प्रोडक्ट के लिहाज से बहुत खराब गया था. जयेन मेहता का कहना है कि इस साल गर्मियों के दौरान हम बाजार में 50 फीसद ज्यादा बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं. लेकिन अभी जिस तरह से हमे बाजार में तेजी दिखाई दे रही है, उस हिसाब से हम कह सकते हैं कि छाछ-लस्सी और आइसक्रीम की डिमांड में कम से कम 50 फीसद की तेजी आने वाली है. खासतौर पर अप्रैल-जून के बीच गर्मी बढ़ने के साथ ही डिमांड भी बढ़ेगी.
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डेयरी एक्सपर्ट की मानें तो छाछ-लस्सी, दही और आइसक्रीम बनाने वाली डेयरी कंपनियां अपनी सालभर की कमाई का आधा हिस्सा तो अप्रैल से जून में ही कमा लेती हैं. लेकिन कंपनियों की निगाह गर्मी के इस सीजन पर रहती है. मौसम के जानकारों का कहना है कि अप्रैल से जून तक का ये वो वक्त होता है जब तापमान अपने चरम पर होता है. डेयरी के जानकारों का ये भी कहना है कि ज्यादातर नए आइटम गर्मियों में ही लांच होते हैं. गर्मी का सीजन शुरू होते ही कंपनियां बाजार में डेयरी से जुड़े करीब 30 से ज्यादा नए प्रोडक्ट लांच करती हैं. इसमे से लगभग 20 प्रोडक्ट आइसक्रीम से जुड़े होते हैं. इसके बाद ग्रीक योगर्ट और दूसरे आइटम होते हैं.
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