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Fish Cart: मछली खाने के शौकीनों को अब घर के दरवाजे पर ही मिलेगी फ्रेश मछली, जानें कैसे

Fish Cart: मछली खाने के शौकीनों को अब घर के दरवाजे पर ही मिलेगी फ्रेश मछली, जानें कैसे

गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनीमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासु), लुधियाना के वाइस चांसलर डॉ. इंद्रजीत सिंह का कहना है कि पंजाब में प्रति व्यक्ति मछली की खपत सिर्फ 400 ग्राम है. जबकि राष्ट्रीय औसत 6.8 किलोग्राम और डब्ल्यूएचओ की सिफारिश 12 किलोग्राम प्रति व्यक्ति की तुलना में बहुत कम है. 

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इसी मोबाइल फ‍िश कार्ट से कालोनी और गली-मोहल्लों में मछली सप्लाई की जाएगी. इसी मोबाइल फ‍िश कार्ट से कालोनी और गली-मोहल्लों में मछली सप्लाई की जाएगी.

बाजार में मछली की दर्जनों वैराइटी मौजूद हैं. यही वजह है कि हर शहर के मछली शौकीनों का स्वाद अलग-अलग है. लेकिन अच्छी बात ये है कि उन्हें अपनी पसंद की मछली शहर के बाजारों में ही मिल जाती है. लेकिन उनकी शिकायत ये है कि उन्हें फ्रेश मछली नहीं मिल पाती है. फ्रेश ना होने के चलते मछली का स्वाद भी बदल जाता है. दिल्ली-एनसीआर जैसी जगहों पर मछली खाने के शौकीन फ्रेश मछली के लिए कोई भी दाम चुकाने को भी तैयार रहते हैं. बावजूद इसके उन्हें फ्रेश मछली नहीं मिल पाती है. 

जबकि दिल्लीं-एनसीआर से लगे हरियाणा के कई शहर, यूपी के आगरा-मथुरा और दूसरे शहरों में बड़े स्तर पर मछली पालन हो रहा है. फिर भी फ्रेश मछली दिल्ली-एनसीआर के बाजारों तक नहीं पहुंच पा रही है. लेकिन अब मछली खाने के शौकीन अपने इस शौक को पूरा कर सकेंगे. गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनीमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासु), लुधियाना ने एक ऐसे मोबाइल कार्ट बनाई है जिसमे फ्रेश मछली रखकर कालोनी और गली-मोहल्लों  में बेची जा सकती है.

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ऐसी है गडवासु की मोबाइल फिश कार्ट 

गडवासु का मकसद है कि लोगों में मछली खाने की जागरूकता आए और प्रति व्यक्ति मछली की खपत भी बढ़े. इसी को देखते हुए गडवासु के कॉलेज ऑफ फिशरीज (सीओएफ) ने एक मोबाइल फिश कार्ट बनाई है. इस कार्ट में फ्रेश रेडी टू कुक फिश प्रोडक्टस को रखकर कालोनियों और गली-मोहल्लों  में बेचा जा सकेगा. मोबाइल कार्ट में 300 लीटर कैपेसिटी का चार्जेबल ग्लाइकोल डीप फ्रीजर है. ये -20 डिग्री सेल्सियस पर काम करेगा. एक बार चार्ज करने के बाद ये लगातार छह घंटे तक काम करेगा. 

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2.75 लाख रुपये की है मोबाइल फिश कार्ट

डॉ. मीरा डी. अंसल, डीन, सीओएफ का कहना है कि बाजार में फिश प्रोडक्ट बेचने के दौरान उनकी फ्रेशनेस और क्वारलिटी बनाए रखने के मकसद से इस फिश कार्ट को बनाया गया है. इसकी कीमत 2.75 लाख रुपये है. ये कार्ट एक बार में 100 किलो तक फिश प्रोडक्ट ले जा सकती है. ये ऐसे लोगों को जरूर पसंद आएगी जो फ्रेश मछली खरीदने के लिए दूर-दराज के मछली बाजारों, सुपर मार्केट में जाना पड़ता है.

इसके अलावा यह खरीदार को बिना किसी सफाई की परेशानी के मछली पकाने में भी मदद करेगा. डॉ. मीरा ने बताया कि इस कार्ट का इस्तेमाल डिमांड के अनुसार दूसरे मीट और चिकन के लिए भी किया जा सकता है. इतना ही नहीं इस कार्ट में दूध-सब्जिया भी रखकर बेची जा सकती हैं.