26 अप्रैल को लोकसभा चुनावों के दूसरे चरण के तहत केरल वायनाड में भी वोट डाले गए. वायनाड से एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी बतौर उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं. राहुल, साल 2019 में अमेठी में हार गए थे और वायनाड ने उनकी साख उन्हें जीत के तौर पर लौटाई थी. लेकिन इस बार अगर विश्लेषकों की बातों पर यकीन करें तो राहुल के लिए रास्ता थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
लद्दाख में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. यहां पर पार्टी के अंदर ही असंतोष है जिसका सामना शीर्ष नेतृत्व को करना पड़ रहा है. दरअसल मौजूदा बीजेपी सांसद पार्टी के लिए परेशानी की वजह बन गए हैं. सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल को इस बार पार्टी ने लोकसभा का टिकट नहीं दिया है. इसी वजह से वह नाराज हैं.
26 अप्रैल को जब देश में 2024 के चुनाव का दूसरे चरण जारी था तो ठीक उसी समय सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एक अहम फैसला आया. सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम की मदद से डाले गए वोटों का वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) के साथ क्रॉस-वैरिफिकेशन की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सिस्टम के किसी भी पहलू पर 'आंख बंद करके अविश्वास' करने से गलत संदेह पैदा हो सकता है.
दूसरे चरण के चुनाव में जिन बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है, उनमें पूर्व सीएम बघेल के अलावा राजस्थान में दो पूर्व सीएम, यूपी में सिने स्टार हेमा मालिनी और एमपी में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक और किसान नेता दर्शन चौधरी शामिल हैं.
लोकसभा चुनावों के बीच ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को किसानों का गुस्सा भी झेलना पड़ रहा है. पार्टी के कई उम्मीदवारों को प्रदर्शन करने में काफी मु़श्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी के कुरुक्षेत्र से उम्मीदवार नवीन जिंदल को भी गुरुवार को किसानों के गुस्से से दो-चार होना पड़ा. जो जानकारी आ रही है उसके अनुसार कुरुक्षेत्र के कैथल में गुस्साए किसानों ने जिंदल का रास्ता रोका और उन्हें प्रचार करने नहीं दिया.
इस बार कड़ी धूप और लू के अलर्ट के बीच वोटर को बाहर निकल कर मतदान करने की चुनौती है. मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के प्रकोप को देखते हुए मतदान कर्मियों को हीट स्ट्रोक और मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है.
26 अप्रैल को उत्तर प्रदेश (यूपी) की आठ सीटों - अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में वोटिंग होगी. टीवी के राम अरुण गोविल और मंच की मीरा हेमा मालिनी के भविष्य का फैसला भी शुक्रवार को हो जाएगा. पहले चरण में जिस तरह की वोटिंग हुई है जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के माथे पर चिंता की लकीरें हैं. इसलिए पार्टी वोटिंग को लेकर खास सतर्क हो गई है.
दक्षिण के अहम राज्य केरल में शुक्रवार को एक जोरदार राजनीतिक लड़ाई के लिए मंच तैयार हो चुका है. दूसरे चरण के तहत यहां की 20 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. जबकि कुल 194 उम्मीदवार मतदाताओं का समर्थन पाने के लिए रेस में हैं. लेकिन सबसे ज्यादा नजरें राहुल गांधी, शशि थरूर, राजीव चंद्रशेखर और वी मुरलीधरन जैसे प्रमुख चेहरों पर लगी होंगी.
19 अप्रैल को भारत में लोकसभा चुनावों का आगाज हो गया है. अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण के साथ यह चुनाव एक कदम और आगे बढ़ जाएगा. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया का पहला चरण सभी के हिसाब से एक नीरस मामला साबित हुआ है. साल 2019 से अगर तुलना करें तो इस बार पहले चरण का मतदान प्रतिशत चार फीसदी कम था. कई और वजहें भी हैं जिनकी वजह से मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है.
26 अप्रैल को लोकसभा चुनावों के मतदान का दूसरा चरण है. तापमान में लगातार इजाफा और गर्मी के मौसम में मतदाताओं की सुविधा के लिए बिहार के कई जिलों में मतदान का समय बढ़ा दिया गया है. ताजा जानकारी के अनुसार बिहार के बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर संसदीय क्षेत्रों के कई मतदान केंद्रों पर मतदान का समय शाम 6 बजे तक बढ़ा दिया गया है. बिहार के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है.
बेंगलुरु के तहत आने वाले देवेनाहल्ली के करीब 13 गांवों के किसानों ने 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा मतदान का बायकॉट करने का फैसला किया था. लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक किसानों ने अपना फैसला वापस ले लिया है. मंगलवार को जिला प्रशासन ने किसानों को मनाने में सफलता हासिल की है. इन किसानों को भरोसा दिलाया गया है कि चुनाव के बाद उनके मसलों को तुरंत सुलझाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम होने के साथ ही तापमान बढ़ने से भीषण गर्मी पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में लू चलने की खबरें आ रही हैं. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हीट वेव कंडीशन अभी जारी रहेगी. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि होगी.
कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को हराकर कमल खिलाया. इस बार भी बीजेपी ने सुब्रत पाठक को मैदान में उतारा है.
पूर्वी विदर्भ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के पूरा होने के बाद अब सभी की निगाहें आठ निर्वाचन क्षेत्रों - अकोला, अमरावती, बुलढाणा, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी पर हैं. यहां पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में चुनाव होंगे. इनमें से पांच सीटें पश्चिमी विदर्भ और तीन मराठवाड़ा से हैं.
जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के सीईओ जेमी डिमन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की है. डिमन ने उनकी चुनौतियों और साहसिक सुधारों के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण की प्रशंसा की है. डिमन, इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां पर उन्होंने पीएम मोदी की उपलब्धियों की खुलकर तारीफ की.
तमिलनाडु के करीब 200 किसान फसल की कीमतों और नदियों को जोड़ने के संबंध में अपनी चिंताओं को उठाने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए हैं. अपने विरोध के तौर पर कुछ किसान ध्यान आकर्षित करने के लिए एक मोबाइल टावर पर भी चढ़ गए. हल और झंडों से लैस किसान खोपड़ियां और हड्डियां भी लेकर आए हैं.
विदर्भ में किसानों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की टेंशन बढ़ाए रखी है. हालांकि यहां चुनाव निपट गया है, लेकिन नतीजों पर कहीं असर न पड़ जाए, इसकी आशंका बनी हुई है. मुख्य वजह है खरीफ फसलों के गिरते दाम. कपास और सोयाबीन के दाम को लेकर किसान परेशान हैं. महीनों से किसानों ने इन उपजों को घर में स्टोर कर रखा है कि आगे चलकर अच्छे भाव मिलेंगे. लेकिन अभी तक ऐसी कोई उम्मीद नहीं दिख रही है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को बैंकों से अपील की है कि वे किसानों को लोन रिकवरी के लिए परेशान न करें. रेड्डी ने कहा कि बैंक किसानों को फसल लोन एरियर के लिए नोटिस न भेजें. रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों का 2 लाख रुपये का लोन माफ करने का वादा किया है. जून में जैसे ही आचार संहिता खत्म होगी, कांग्रेस सरकार इस वादे को निभाएगी.
चुनाव के वक्त ऐसे बयान नहीं दे सकते जिससे सामने वाली पार्टी को मुद्दा मिल जाए. लेकिन सैम पित्रोदा फिर गलती कर बैठे. उधर बीजेपी हमेशा इस ताक में रहती है कि कांग्रेस का कोई नेता कुछ ऐसा बोले कि बखिया उधेड़ने का मौका मिले. और इस मौके को सैम पित्रोदा ने पुष्ट कर दिया है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष और मोदी सरकार में नंबर दो गृहमंत्री अमित शाह ने अपने नामांकन में 2024 में अपनी कुल संपत्ति 36 करोड़ रुपये घोषित की है. शाह के हलफनामे के मुताबिक उनके पास कोई कार नहीं है और उनके पास सिर्फ 24000 रुपये ही कैश है. अमित शाह गुजरात के गांधीनगर से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार यह उनका दूसरा लोकसभा चुनाव है और अभी तक वह एक भी चुनाव नहीं हारे हैं.
लोकसभा चुनावों के नतीजे चार जून को आएंगे लेकिन इससे पहले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खाते में एक सीट चली गई है. बीजेपी ने गुजरात की सूरत लोकसभा सीट जीतकर अपने खाते में पहली जीत दर्ज कर ली है. सात मई को मतदान है और उससे 15 दिन पहले ही दलाल को उनका विजयी प्रमाण पत्र भी सौंप दिया गया.
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