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यूपी के इस गांव में पाक के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ की संपत्ति नीलाम, 13 बीघा जमीन के लिए लगी ऑनलाइन बोली

यूपी के इस गांव में पाक के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ की संपत्ति नीलाम, 13 बीघा जमीन के लिए लगी ऑनलाइन बोली

बंटवारे से पहले परवेज मुशर्रफ का परिवार बागपत के कोताना गांव में रहता था. हिंदुस्तान के बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान में चला गया था, लेकिन परिवार की जमीन और हवेली यहीं रह गई थी. इसके बाद मुशर्रफ के परिवार की प्रॉपर्टी को शत्रु संपत्ति में शामिल कर लिया गया था.

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Pervez Musharraf, the architect of the Kargil War in 1999, died in Dubai after a in February 2023.. (Photo: India Today) Pervez Musharraf, the architect of the Kargil War in 1999, died in Dubai after a in February 2023.. (Photo: India Today)

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की संपत्ति भारत में नीलाम होगी. जी हां यह सच हैं. भारत में परवेज मुशर्रफ के परिवार के नाम पर एक संपत्ति दर्ज है. इस संपत्ति को शत्रु संपत्ति कहा जाता है, जिसकी आज नीलामी होगी. इसके लिए ऑनलाइन बोली लगाई जाएगी. इसके लिए अलग-अलग राज्यों के लोग बागपत के कोताना गांव में जमीन देखने के लिए पहुंच रहे हैं. कोताना गांव में मुशर्रफ के परिवार की 13 बीघा जमीन है जिसे आज ही खरीदने वाले व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर दिया जाएगा. 

बता दें कि बंटवारे से पहले परवेज मुशर्रफ का परिवार बागपत के कोताना गांव में रहता था. हिंदुस्तान के बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान में चला गया था, लेकिन परिवार की जमीन और हवेली यहीं रह गई थी. इसके बाद मुशर्रफ के परिवार की प्रॉपर्टी को शत्रु संपत्ति में शामिल कर लिया गया था. परवेज मुशर्रफ का निधन 5 फरवरी 2023 को हो गया था. 

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दिल्ली और कोताना में है संपत्ति

बताया जाता है कि परवेज मुशर्रफ के पिता मुशर्रफुद्दीन और माता बेगम जरीन कोताना गांव की रहने वालीं थीं. कोताना में ही दोनों की शादी हुई थी. वो साल 1943 में दिल्ली जाकर रहने लगे थे, जहां परवेज मुशर्रफ और उनके भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ का जन्म हुआ था. साल 1947 में बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान में जाकर बस गया था.  दिल्ली के अलावा उनके परिवार की हवेली और खेती की जमीन कोताना में भी मौजूद है,  लेकिन उनके भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ और परिवार के अन्य सदस्यों की 13 बीघा से ज्यादा खेती की जमीन बच गई थी. 

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नीलामी प्रक्रिया आज होगी पूरी

इसके अलावा कोताना की हवेली उनके चचेरे भाई हुमायूं के नाम दर्ज हो गई थी.परवेज मुशर्रफ के भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ और परिवार के अन्य सदस्यों की जमीन को 15 साल पहले शत्रु संपत्ति में दर्ज कर दिया गया था. बागपत के कोताना में शत्रु संपत्ति घोषित की गई मुशर्रफ के परिवार की जमीन की नीलामी शुरू हो गई है. करीब आधी जमीन की नीलामी की प्रक्रिया आज पूरी कर ली जाएगी और रिकॉर्ड में नया नाम दर्ज होगा. करीब आधी जमीन की नीलामी की प्रक्रिया आज पूरी कर ली जाएगी औज जो भी इस संपत्ति की अधिक बोली लगाकर इसके खरीदेगा, संपत्ति के रिकॉर्ड में नए मालिक के तौर पर उसका नाम दर्ज हो जाएगा.  (दुष्यंत त्यागी की रिपोर्ट)