पाकिस्तान एक बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है. उस पर भारी विदेशी कर्ज चढ़ गया है. उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी काफी घट गया है. पिछले साल जून में वहां जो विनाशकारी बाढ़ आई थी, उसने देश के एक तिहाई हिस्से को डुबो दिया था. इस वजह से खेती में हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. इस विपदा ने पाकिस्तान की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया था. लेकिन बिगड़ती स्थिति के बीच, कृषि क्षेत्र में पशुधन क्षेत्र सबसे बड़े योगदानकर्ता के रूप में उभरा है. दरअसल, पाकिस्तान इकोनॉमिक (पीईएस) 2022-23 से पता चला है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में गधों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. पहले ही पाकिस्तान में बहुत गधे हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में गधों की संख्या और बढ़ी है.
वर्ष 2022-23 के दौरान गधों की आबादी एक लाख की बढ़ोतरी के साथ 5.8 मिलियन तक पहुंच गया है, जबकि पिछले एक साल के दौरान यह 5.7 मिलियन था. यानी पिछले एक साल में देश में एक लाख गधे बढ़ गए हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि पाकिस्तान इतने सारे गधों का करता क्या है-
आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अपने देश का खर्च चलाने के लिए जो करे वो कम है. वैसे तो चीन गधों की संख्या में दुनिया में पहले नंबर पर है, लेकिन वहां गधों की डिमांड के चलते पाकिस्तान अपने गधे चीन को बेचता है. वहीं ताजा आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023 के दौरान पशुधन क्षेत्र खेती मूल्य का लगभग 62.68 प्रतिशत है, जो देश की जीडीपी में 14.36 फीसदी का योगदान करता है. यह पिछले साल 2.25 प्रतिशत के मुक़ाबले 3.78 प्रतिशत की दर से बढ़ा है.
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खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान केवल चीन को गधों का निर्यात करके विदेशी मुद्रा में सालाना लाखों डॉलर कमाने पर विचार कर रहा है. वहीं स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी गधों की आबादी पाकिस्तान में है, जिसमें पांच मिलियन से अधिक जानवर हैं. हालांकि, चीन पहले नंबर पर है. वहीं कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि चीन से भारी मांग के कारण पाकिस्तान में गधों की आबादी में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
चीन में गधों की भारी मांग है, क्योंकि जिलेटिन आधारित पारंपरिक चीनी दवा इजियाओ की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उसे गधों की जरूरत है. उसी के लिए लाखों गधों मार दिया जाता है. वहीं इस दवा का इस्तेमाल रक्त को पोषण देने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और उम्र बढ़ने की रफ्तार को धीमा करने के लिए किया जाता है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मांस, खाल और दूध सहित गधे के शरीर के लगभग हर हिस्से की बाजार में मांग है और इसका कीमत भी अच्छा है. आमतौर पर चीनी स्ट्रीट फूड में भी इसके मांस का इस्तेमाल किया जाता है. कभी-कभी मांस का उपयोग ग्राहकों की जानकारी के बिना भी किया जाता है.
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