देश-विदेश में साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जा रहा है. इस अवसर पर दुनिया भर में मोटे अनाजों का महोत्सव चल रहा है. इन अनाजों की खेती को फिर से बढ़ावा देने और लोगों के बीच इनके उपयोग को बढ़ाने के लिए कई तरह से प्रयास किए जा रहे हैं. दरअसल मोटे अनाज अपने पोषण गुणों के लिए जाने जाते हैं. कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, कंगनी, रागी और चेना मुख्य मोटे अनाजों में गिने जाते हैं. आज हम बात रागी के बारे में बात करेंगे. इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है. आइए जानते हैं कि रागी में कौन से पोषक तत्व हैं, जो शरीर को बीमारियों से दूर रखने में मददगार हैं.
मोटे अनाज में कई तरह के आवश्यक पोषक तत्व उचित मात्रा में पाए जाते हैं .खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने रागी के गुणों का जिक्र करते हुए कहा कि रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं, जो खराब कॉलेस्ट्रॉल को दूर करते हैं और इसे नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं. इसके अलावा इस अनाज में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों और दांतो को मजबूती देता है और फैक्चर जैसे खतरे के जोखिम को कम करने में सहायक होता है.
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इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के मात्रा की बात करें तो 100 ग्राम रागी में 365 मिलीग्राम कैल्शियम, 7.16 ग्राम प्रोटीन, 66.8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 11.18 ग्राम फाइबर और 4.52 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है. रागी के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने बताया कि रागी के सेवन से कई तरह की बीमारियां दूर की जा सकती हैं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व कई तरह से मानव स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. इससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है, विटामिन ए और बी होने के कारण एनीमिया से भी बचाव किया जा सकता है. बढ़ती उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन की सलाह दी जाती है. साथ ही रागी में पाया जाने वाला पोटेशियम किडनी और हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा बताया गया है. रागी और अन्य मोटे अनाज कुपोषण से लड़ने में भी सहायक होते हैं.
दरअसल मोटे अनाजों की खेती पुराने समय में खूब की जाती थी. समय के साथ खेती के क्षेत्र में भी विकास देखा गया और लोग उन्नति किस्म के बीजों और रसायनों का उपयोग कर खेती करने लगे. जिसके कारण मोटे अनाजों का उपयोग लगभग न के बराबर हो गया था. ये अनाज जितनी सहजता के साथ उगाए जाते हैं. उतने ही फायदेमंद भी होते है. इनके सेवन से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, पाचन संबंधी समस्याएं और हड्डियों के लिए बहुत अधिक फायदेमंद माना गया है. दुनियाभर में मोटे अनाजों को विशेष पहचान दिलाने और इसके उपयोग को बढ़ाने के अनेक प्रयास किए जा रहे हैं.
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