कृषि क्षेत्र में CSA कानपुर और ITC लिमिटेड के बीच हुआ करार, किसानों की ऐसे बढ़ेगी आय

कृषि क्षेत्र में CSA कानपुर और ITC लिमिटेड के बीच हुआ करार, किसानों की ऐसे बढ़ेगी आय

Kanpur News: इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ. पीके सिंह और आईटीसी लिमिटेड के रीजनल हेड नार्थ ईस्ट कुमार प्रणेश भी उपस्थित रहे. उन्होंने इस MOU को आगे चलकर मिल कर पत्थर बताया है. वहीं किसानों के साथ ही कृषि व्यवसायियों को डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ज्यादा लाभ मिल सके.

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कृषि क्षेत्र में CSA कानपुर और ITC लिमिटेड के बीच हुआ करार, किसानों की ऐसे बढ़ेगी आयकानपुर में सीएसए और आईटीसी लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.

किसानों की आय बढ़ाने, कृषि में सुधार लाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है. इसी क्रम में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकि विश्वविद्यालय (CSA), कानपुर और आईटीसी (ITC) लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन जलवायु स्मार्ट प्रौद्योगिकियों के उचित उपयोग पर केंद्रित है. साथ ही यह भी बताया जाएगा कि वह कम लागत में अधिक मुनाफा और उपज कैसे ले सकते हैं. किसानों को बाजार की मांग के हिसाब से फसल के चयन के बारे में नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी.

कृषि क्षेत्र में मिलकर करेंगे बदलाव

डॉक्टर सिंह ने कहा कि इस MOU के माध्यम से हम लोग कृषि क्षेत्र में बदलाव करेंगे. किसी भी प्रयास में इकोसिस्टम जुड़ी सोच और एक डिजिटल इकोसिस्टम अपनाने की जरूरत होती है. समझौता ज्ञापन के माध्यम से किसानों को ई बाजार तथा मृदा स्वास्थ्य के अतिरिक्त कृषि की नवीनतम तकनीकों के बारे में भी बताया जाएगा. इससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी.

कैसे काम करता है ई-नाम पोर्टल

किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम मिल सके इसके लिए ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म की शुरुआत की गई. इस पर किसान ऑनलाइन अपनी फसल बेच सकते हैं. साथ ही व्यापारी इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन फसलों को खरीदने के लिए बोली लगाते हैं. किसानों को इस पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी मूल्य मिलता है.

किसानों के साथ कृषि व्यवसायियों को मिलेगा लाभ

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ. पीके सिंह और आईटीसी लिमिटेड के रीजनल हेड नार्थ ईस्ट कुमार प्रणेश भी उपस्थित रहे. उन्होंने इस MOU को आगे चलकर मिल कर पत्थर बताया है. वहीं किसानों के साथ ही कृषि व्यवसायियों को डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ज्यादा लाभ मिल सके. इसके अलावा मृदा स्वास्थ्य से भी सुधार के लिये जागरूक किया जाएगा. इसके अतिरिक्त विभिन्न योजनाओं जैसे किसान क्रेडिट कार्ड, गौ आधारित प्राकृतिक खेती के बारे में बताने के साथ-साथ बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन को भी कवर किया जाएगा.

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